खालिस्तानी सोशल ग्रुप से जुड़ा हो सकता है चिड़ावा में एमबीबीएस स्टूडेंट का मामला
खालिस्तानी सोशल ग्रुप से जुड़ा हो सकता है चिड़ावा में एमबीबीएस स्टूडेंट का मामला

चिड़ावा : चिड़ावा में एनआईए की ओर से चार दिन पहले एमबीबीएस स्टूडेंट के मकान की तलाशी का मामला खालिस्तानी समर्थकों से जुड़ा हो सकता है। एनआईए टीम इस मामले की जांच कर रही है।
दरअसल एनआईए की ओर से 24 अप्रैल को देशभर में 18 स्थानों पर छापेमारे गए थे। इसमें भरतपुर व चिड़ावा भी शामिल है। चिड़ावा में एमबीबीएस स्टूडेंट एनएआईए टीम को नहीं मिला था। उसके परिजनों व मित्रों से टीम ने पूछताछ की थी। बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने खालिस्तानी संगठन जो पाकिस्तान समर्थित सीमा पार हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़ा है। इस ग्रुप से जुड़े युवकों की तलाश में एनआईए टीम ने पंजाब, जम्मू और कश्मीर, राजस्थान समेत अन्य राज्यों में कई स्थानों पर व्यापक तलाशी ली है। जिसमें खालिस्तानी समर्थक कुछ लोग सोशल मीडिया से जुड़े होने की जानकारी सामने आई। इन युवकों का संदिग्ध लेनदेन की बात भी सामने आई। सोशल मीडिया पर दूसरे से जुड़े होने के कारण इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई। एनआईए की टीमें पंजाब, जम्मू और कश्मीर और भारत के अन्य हिस्सों में तस्करी और व्यक्तियों के कट्टरपंथी सोच के पीछे की पूरी साजिश को उजागर करने के लिए जब्त की गई वस्तुओं की जांच कर रही हैं।
आतंकवाद निरोधी एजेंसी द्वारा 20 दिसंबर 2024 को दर्ज मामले संदिग्ध व्यक्तियों के परिसरों में गुरुवार को तलाशी ली गई। एनआईए की जांच से पता चला है कि ये संस्थाएं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए साजिश रच रही हैं खालिस्तान समर्थकों (पीकेई) के संदिग्ध विदेशी संचालकों के संपर्क में हैं।