UPSC में सीकर की रेखा की 176 वीं रैंक:बोलीं- नींद से कभी समझौता नहीं किया, रोजाना 8 घंटे सोती हूं; सेल्फ स्टडी कर बनी IAS
UPSC में सीकर की रेखा की 176 वीं रैंक:बोलीं- नींद से कभी समझौता नहीं किया, रोजाना 8 घंटे सोती हूं; सेल्फ स्टडी कर बनी IAS

लक्ष्मणगढ़ : सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ इलाके के गांव घाणा की बेटी रेखा सिहाग ने UPSC में 176 वीं रैंक हासिल की है। रेखा ने सीकर के पालवास रोड स्थित प्रिंस एज्युकेशन से क्लास 3 से 12 तक (हिंदी मीडियम) में पढ़ाई की। 12वीं के साथ ही जेईई में सिलेक्शन हुआ। इसके बाद एमएनआईटी, जयपुर से बीटेक किया। इसके बाद एमएनसी कम्पनी में ढाई साल तक जॉब की।

बाद में रेखा ने जॉब छोड़कर UPSC की तैयारी की, बिना किसी कोचिंग के। 2023 में रेखा आईएएस के इंटरव्यू तक पहुंची लेकिन सफल नहीं हो पाई। इसके बाद अब रेखा ने फाइनली इंटरव्यू भी क्लियर कर लिया। रेखा बताती है- उसे सोने की बहुत आदत है। वह रोजाना 8 घंटे की नींद लेती है। साथ ही एग्जाम के समय में भी खूब सोती है।
रेखा कहती है कि अगर आप अच्छी नींद लेते हैं और मानसिक रूप से अपसेट नहीं रहते तो किसी भी परीक्षा को पास कर सकते हैं। रेखा के पिता मदनलाल एलआईसी में पॉलिसी एजेंट है और मां हाउसवाइफ है। रेखा के पिता को किडनी की बीमारी है, उनकी डायलिसिस होती रहती है। बीच-बीच में रेखा भी उनके डायलिसिस करने हॉस्पिटल जाती है।

यूपीएससी की फाइनल परीक्षा में लक्ष्मणगढ़ की मोनिका जाखड़ ने 490 वीं रैंक हासिल की है। मोनिका के पिता सुभाष जाखड़ राजस्थान पुलिस में है और मां हाउसवाइफ है। मोनिका के आईएएस बनने पर गांव में खुशी की लहर है।

दांतारामगढ़ के रहने वाले जितेंद्र कुमावत ने यूपीएससी के फाइनल रिजल्ट में सफलता हासिल की है।

सीकर के मनोज महरिया की 504वीं रैंक है। मनोज अब IRS से IPS बन गए हैं।