128वीं पुण्यतिथि पर सावित्रीबाई फुले को नमन, फुले दंपति को भारत रत्न देने की उठी मांग
महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन की प्रेरणास्त्रोत हैं सावित्रीबाई फुले

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : बगड़ कस्बे के नजदीक अशोक नगर स्थित महात्मा ज्योतिबा फुले सामुदायिक भवन में माली सैनी समाज संस्था झुंझुनूं द्वारा सावित्रीबाई फुले की 128वीं पुण्यतिथि समारोह पूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष बनवारीलाल सैनी थे। अध्यक्षता माली सैनी समाज संस्था झुंझुनूं के जिलाध्यक्ष महेन्द्र शास्त्री ने की। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन व पुष्पांजलि से हुआ। प्रधानाध्यापक श्रीराम सैनी ने स्वागत भाषण के साथ सावित्रीबाई फुले की जीवनी पर प्रकाश डाला।इस अवसर पर विचारगोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें प्रमुख वक्ताओं ने सावित्रीबाई फुले के योगदान को याद करते हुए उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर विचार व्यक्त किए। मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष बनवारीलाल सैनी ने अपने उद्बोधन में कहा, “सावित्रीबाई फुले न केवल देश की पहली महिला शिक्षिका थीं, बल्कि उन्होंने महिलाओं के लिए शिक्षा का मार्ग प्रशस्त किया। उनका योगदान महिलाओं की सामाजिक स्थिति में बदलाव लाने में अतुलनीय है।” साथ ही, उन्होंने फुले दंपति को भारत रत्न से नवाजे जाने की मांग की।
कार्यक्रम में माली सैनी समाज संस्था झुंझुनूं के पिलानी ब्लॉक संयोजक देवकरण सैनी, अध्यापक दाताराम सैनी, विधि सलाहकार होशियार सिंह सैनी व पूर्व प्रधानाचार्य बिहारीलाल सैनी सहित कई अन्य प्रमुख व्यक्तियों ने भी अपने विचार साझा किए। वक्ताओं ने सावित्रीबाई फुले को महिला शिक्षा की जननी बताते हुए उनकी नीतियों और संघर्षों को समर्पित किया।
कार्यक्रम का मंच संचालन मीडिया प्रभारी नरेश बगड़ ने किया। इस अवसर पर माली सैनी समाज संस्था के संगठन मंत्री मनोज चांदोलिया, सुभाष मांवडिया, नरेश सैनी, दयाशंकर,धर्मवीर सैनी, राजकुमार सैनी,दलिप सैनी,जयराम सैनी, हंसराज सैनी सहित अनेक ग्रामीणजन मौजूद थे। इस कार्यक्रम ने सावित्रीबाई फुले के योगदान को याद करते हुए महिलाओं के अधिकारों और शिक्षा के महत्व को एक बार फिर से उजागर किया।