ज्वेलर हत्याकांड का मास्टरमाइंड नेशनल कबड्डी प्लेयर निकला:बिजनेस में नुकसान से हो गया था कर्ज; लग्जरी लाइफ जीने के लिए बनाई थी लूट की प्लानिंग

भिवाड़ी/अलवर : भिवाड़ी में ज्वेलर जयसिंह हत्याकांड के मास्टरमाइंड अजय कादयान को पुलिस ने गुरुग्राम से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी नेशनल कबड्डी प्लेयर रह चुका है। वह आर्मी की भी तैयारी कर था, लेकिन चोट के कारण उसका सिलेक्शन नहीं हो पाया।
आरोपी ने अपने दोस्तों से रुपए उधार लेकर कई काम शुरू किए, लेकिन उसे सभी कामों में घाटा हुआ। काम में नुकसान होने के कारण उस पर 5 से 7 लाख रुपए का कर्जा हो गया। लग्जरी लाइफ जीने की चाहत में और कर्जा चुकाने के लिए उसने क्राइम का रास्ता चुना।
अजय कादयान ने अपने साथियों के साथ मिलकर भिवाड़ी में कमलेश ज्वेलर्स में लूट की योजना बनाई और कुछ अन्य अपराधियों को भी शामिल किया। कमलेश ज्वेलर्स पर लूट के लिए इन लोगों ने 2-3 बार रेकी की थी। 23 अगस्त, 2024 को लूट की वारदात के दौरान फायरिंग में ज्वेलर जयसिंह की मौत हो गई थी।
मामले में एक अन्य आरोपी अतुल राठी को भी पुलिस ने 15 जनवरी को गिरफ्तार किया था। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

नेशनल कबड्डी खिलाड़ी से अपराधी बना अजय कादयान
एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने बताया- लूट और हत्या की वारदात का मास्टरमाइंड अजय कादयान हरियाणा के झज्जर जिले के माजरा पीपली गांव का रहने वाला है। उसके पिता बलराम कादयान मजदूरी करते हैं और दादा आर्मी से रिटायर्ड हैं। दादा ने ही उसकी पढ़ाई का खर्च उठाया था।
एसपी ने बताया- अजय कादयान ग्रेजुएट है और नेशनल स्तर पर कबड्डी खेल चुका है। अजय कादयान आर्मी की भी तैयारी कर रहा था, लेकिन चोट की वजह से उसका सिलेक्शन नहीं हो पाया था। इस पर उसने अपने दादा से 1 लाख रुपए लेकर बैटरी रिक्शा किराए पर देने का काम शुरू किया, लेकिन उसका काम नहीं चला।
बैटरी रिक्शा का काम फेल होने के बाद उसने पार्किंग का ठेका लेने के साथ ही दूध बेचने का भी काम किया। इन सभी कामों के लिए उसने अपने दोस्तों से करीब 5-7 लाख रुपए उधार लिए थे, लेकिन व्यापार में नुकसान हो गया। लग्जरी लाइफ जीने की चाहत में और अपना कर्जा चुकाने के लिए उसने क्राइम का रास्ता चुना।

अमीर बनने के लिए अपराध की दुनिया में रखा कदम
एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने बताया- अजय कादयान ने राजस्थान के टोंक में रॉयल्टी नाके पर भी करीब 5 महीने तक काम किया था। यहां उसने पुलिस की कार्यप्रणाली को बारीकी से समझा और अपराध करने के नए तरीके सीख लिए। वह एक निजी प्लेसमेंट कंपनी के जरिए सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर चुका था और हथियार चलाने का भी अच्छा ज्ञान रखता था।
एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने बताया- अजय कादयान ने गुरुग्राम के एक क्लब में करीब 5 महीने बाउंसर का काम किया था, जहां उसे शराब पीने की लत लग गई। उसने गुरुग्राम के क्लब में आने वाले अमीर लोगों को देखा तो मन में अमीर बनने की लालसा जागी। इसके लिए शॉर्टकट तरीका अपनाया और अपराध की दुनिया में उतर गया।
भिवाड़ी में ज्वेलरी शोरूम में लूट की योजना बनाई
एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने बताया- ज्वेलरी शोरूम में लूट के लिए आरोपियों को हथियार उपलब्ध कराने वाले पिंटू के घर पर ही अजय कादयान रहता था। इन लोगों ने वहीं पर भिवाड़ी में लूट की योजना बनाई और कुछ अन्य अपराधियों को भी गैंग में शामिल किया।
कमलेश ज्वेलर्स पर लूट की वारदात से पहले आरोपियों ने 2-3 बार रेकी की थी और वारदात से एक दिन पहले सभी बदमाश भरतपुर में ढाबा संचालक महिपाल सिंह के ढाबे पर रुके थे और ढाबा संचालक को भी इस साजिश में शामिल कर लिया था।
शोरूम मालिक की हुई थी मौत
प्लानिंग के अनुसार 23 अगस्त 2024 को 5 हथियारबंद बदमाश कमलेश ज्वेलर्स में घुसे थे। इस दौरान ज्वेलरी शोरूम पर मालिक जय सिंह और स्टाफ मौजूद था। जबरन घुसे बदमाशों से स्टाफ और जय सिंह भिड़ गए थे। इस दौरान बदमाशों ने फायरिंग की तो शोरूम मालिक जयसिंह की मौत हो गई थी। फायरिंग में शोरूम के बाहर खड़ा गार्ड भी गंभीर घायल हुआ था।
पहले पकड़े जा चुके तीन आरोपी
- 26 अगस्त, 2024: प्रीत उर्फ गोलू ने घटना के तीन दिन बाद दिल्ली पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।
- 30 अगस्त, 2024: अनिल को हरियाणा के झांसी से गिरफ्तार किया गया था।
- 4 सितंबर, 2024: अजय अहलावत उर्फ गोलू को दिल्ली पुलिस ने रोहिणी से अवैध हथियार के साथ पकड़ा था।
देखिए कमलेश ज्वेलर्स पर लूट की वारदात की तस्वीरें…





