[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

गांवों के गलियारे भी चमकेंगे:कचरा उठाने घर-घर आएंगे पंचायत के वाहन, झुंझुनूं जिले के ग्यारह गांवों में मॉडल के तौर पर कार्य शुरू


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

गांवों के गलियारे भी चमकेंगे:कचरा उठाने घर-घर आएंगे पंचायत के वाहन, झुंझुनूं जिले के ग्यारह गांवों में मॉडल के तौर पर कार्य शुरू

गांवों के गलियारे भी चमकेंगे:कचरा उठाने घर-घर आएंगे पंचायत के वाहन, झुंझुनूं जिले के ग्यारह गांवों में मॉडल के तौर पर कार्य शुरू

झुंझुनूं : अब शहरों की तर्ज पर गांवों की गलियां भी साफ-सुथरी नजर आएंगी। कचरा उठाने के लिए कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है, और वाहनों से कचरा उठाकर उसे निर्धारित स्थानों पर डाला जाएगा। यह व्यवस्था मॉडल के रूप में जिले के ग्यारह गांवों में शुरू की गई है, और इसके बाद राजस्थान की सभी ग्राम पंचायतों में इसे लागू किया जाएगा।

इस योजना का पूरा खर्च केंद्र सरकार द्वारा पंद्रहवें वित्त आयोग के तहत उठाया जाएगा। ग्राम पंचायत स्तर पर इसके लिए टेंडर किए गए थे, जिसके बाद ठेकेदार ने सफाई कर्मचारियों को नियुक्त किया है। फिलहाल, सफाई का कार्य टू-टीयर प्रणाली के तहत चल रहा है। पहले कर्मचारी सफाई करते हैं और फिर वाहनों के माध्यम से कचरा निर्धारित स्थान पर डाला जाता है। कुछ गांवों में ग्राम पंचायत के पास खुद के वाहन भी हैं, जबकि अन्य स्थानों पर ठेकेदार के माध्यम से सफाई कार्य किया जा रहा है।

स्वच्छ भारत मिशन कि जिला समन्वयक सुमन चौधरी ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत मॉडल के तौर पर ग्यारह गांवों में सफाई का कार्य शुरू किया गया है। अब सभी 333 ग्राम पंचायतों में कार्य शुरू किया जाएगा। सफाई कार्य का यह खर्चा पंद्रहवें वित्त आयोग के तहत होगा। गांवों में साफ-सफाई होगी तो लोग कम बीमार होंगे।

मॉडल के तौर पर गांवों में शुरुआत

ग्यारह गांवों में इस योजना की शुरुआत मॉडल के रूप में की गई है। इन गांवों में मलसीसर, खांदवा, किठाना, पातुसरी, ठाठवाड़ी, हनुमानपुरा, निवाई, सुजड़ोला, ढाणा, काजड़ा और टोड़ी शामिल हैं। यहां घर-घर से कचरा उठाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। दिलचस्प बात यह है कि इन गांवों में अधिकतर सरपंच महिलाएं हैं, जो इस सफाई अभियान का नेतृत्व कर रही हैं।

समस्याएं और चुनौतियां

सफाई और कचरा उठाने का कार्य तो चल रहा है, लेकिन कुछ जगहों पर कचरा संग्रहण के लिए उपयुक्त स्थान मिलना मुश्किल हो रहा है। कई बार गांवों में आपसी विवादों के कारण भी कचरा डालने के लिए स्थान निर्धारित नहीं किया जा पाता, जिससे कार्य में बाधाएं आ रही हैं।

पुरा अध्ययन होगा

गांवों में इस योजना के शुरू होने के बाद क्या-क्या समस्या आई। कहां-कहां सुधार की जरूरत है। इस पर अध्ययन किया जाएगा। इसके बाद आगे जहां ग्राम पंचायतों में यह योजना शुरू की जाएगी, वहां उन कमियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही अगले चरण में कचरा निस्तारण का कार्य भी किया जाएगा। इसके लिए प्लांट लगाए जाएंगे। राजस्थान की सभी ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत सफाई व कचरा संग्रहण का कार्य किया जाएगा।

Related Articles