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बेटियों को देने के लिए जिले में पहुंची एक हजार साइकिलें, डूमरा के राबाउप्रावि में ठेका कंपनी के कारीगर कर रहे तैयार


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बेटियों को देने के लिए जिले में पहुंची एक हजार साइकिलें, डूमरा के राबाउप्रावि में ठेका कंपनी के कारीगर कर रहे तैयार

सरकार बदलने के साथ बदल रहा साइकिलों का रंग, अब बेटियों को काली नहीं भगवा रंग की देंगे, पहली खेप पहुंची

झुंझुनूं : सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं को अब साइकिल के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। आधा सत्र बीतने के बाद जिले में एक हजार से ज्यादा साइकिलों की पहली खेप पहुंच गई है। इन्हें डूमरा के राजकीय बालिका उप्रावि परिसर में रखवाया गया है। जहां ठेका कंपनी के कारीगरों द्वारा साइकिलों के पार्ट्स जोड़े जा रहे हैं। खास बात यह है कि पिछले 15 साल से सरकार बदलते ही इनका रंग बदलने का ट्रेंड इस बार भी जारी रखा गया है। इस बार प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही इनका रंग काले की जगह फिर भगवा कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) सुभाष ढाका ने बताया कि 4360 छात्राएं 8वीं पास कर 9वीं कक्षा में पहुंची हैं। इनमें से 4132 छात्राओं को साइकिलें दी जानी है। इनके लिए जिले को साइकिल देने का काम शुरू हो गया है।

आधा सत्र बीत जाने के बाद मिलेंगी साइकिलें, क्योंकि रंग बदलने से हुई देरी

जानकारों की माने तो जिले में साइकिल वितरण में विलंब होने का मुख्य कारण है कि इस बार छात्राओं को भगवा रंग की साइकिलें वितरित की जानी है। ऐसे में कंपनी ने नए रंग की साइकिलें तैयार कर सबसे पहले उन जिलों में दी, जहां की डिमांड कम थी। जहां से साइकिलों की डिमांड अधिक है उन्हें अंतिम दौर में साइकिलें उपलब्ध करवाई जा रही हैं। यहीं कारण है कि राज्य सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में आयोजित राज्य व जिला स्तरीय समारोह में भी छात्राओं को साइकिलों का वितरण नहीं किया गया था। साइकिल तैयार कर रहे कारीगर मोहम्मद जावेद, राजू भाई व महिपाल ने बताया कि चार दिन पहले ही साइकिलों का सामान पहुंचा है। करीब 15 दिन में साइकिल असेंबल कर दी जाएंगी।

2009 से जारी है साइकिलों का रंग बदलने का ट्रेंड

भाजपा सरकार में साइकिलों का रंग भगवा और कांग्रेस सरकार में काला किए जाने का ट्रेंड 2009 से चल रहा है। चुनावी साल 2009 में वसुंधरा सरकार ने भगवा साइकिलें खरीदी थी, लेकिन बाद में गहलोत सरकार आ गई। तब काले रंग की साइकिलें बांटी गई। वर्ष 2014 में भाजपा सरकार आई तो रंग फिर भगवा हो गया। इसके बाद वर्ष 2019 में गहलोत सरकार बनी तो रंग वापस काला करा दिया गया। लेकिन 2024 में भाजपा सरकार आने पर साइकिलों का रंग फिर से भगवा कर दिया गया। पिछले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव थे। इससे दो माह पहले तत्कालीन गहलोत सरकार ने काले रंग की साइकिलों के टेंडर किए। इस बीच, आचार संहिता से साइकिलें नहीं बंट पाईं और भाजपा सरकार आ गई।

सबसे ज्यादा नवलगढ़ में 1105 छात्राओं को मिलेंगी

कंपनी की तरफ से डूमरा में 1007 साइकिलों के पार्ट्स पहुंचा दिए गए हैं। कंपनी के कारीगरों द्वारा इन पार्ट्स को जोड़कर साइकिलों को तैयार किया जा रहा है। जिले में कुल 4132 छात्राओं को साइकिलों का वितरण किया जाना है। इनमें सबसे ज्यादा 1105 छात्राएं नवलगढ़ ब्लॉक की व सबसे कम 20 छात्राएं झुंझुनूं ब्लॉक की हैं। इनके अलावा सूरजगढ़ की 307, पिलानी की 446, उदयपुरवाटी की 399, चिड़ावा की 425, सिंघाना की 215, बुहाना की 250, अलसीसर की 535, खेतड़ी की 28 व मंडावा की 401 छात्राओं को साइकिलों का वितरण किया जाना है।

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