गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविंद्र पारीक
नवलगढ़ : छात्र संगठन ‘स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया’ (SFI) के जिला महासचिव आशीष पचार के नेतृत्व में बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ नवलगढ़ में विरोध प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन तहसील कार्यालय के मुख्य द्वार पर आयोजित किया गया, जिसमें SFI के कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए टायर जलाए। प्रदर्शनकारियों ने यह विरोध गृह मंत्री द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ जताया।
SFI के तहसील उपाध्यक्ष अरुण मिश्रा ने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि आजकल देश में “अंबेडकर-अंबेडकर” का शोर मच रहा है, और इससे अच्छा तो किसी भगवान का नाम लिया जाता, तो स्वर्ग की प्राप्ति होती। इस बयान को लेकर SFI ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसे बाबा साहब अंबेडकर का अपमान माना है।
SFI के जिला महासचिव आशीष पचार ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब अंबेडकर के खिलाफ की गई यह टिप्पणी पूरी तरह से निंदनीय है। उन्होंने कहा, “इस तरह के बयान से यह साफ़ तौर पर जाहिर होता है कि आरएसएस और भाजपा की मानसिकता जातिवादी है। मोदी सरकार खुले तौर पर दलित विरोधी रवैया अपनाती है, और इस बयान से यह दिखता है कि सरकार संविधान की रक्षा नहीं बल्कि उसका अपमान करना चाहती है।”
आशीष पचार ने आगे कहा कि संविधान के कारण ही आज हमें विभिन्न अधिकार मिलते हैं, जैसे मौलिक और लोकतांत्रिक अधिकार। इसी संविधान के तहत अमित शाह को राज्यसभा में बोलने का अवसर मिला था। ऐसे में उनका इस तरह का बयान पूरी तरह से असंवैधानिक और दुर्भाग्यपूर्ण है। यह बयान साबित करता है कि भाजपा सरकार संविधान को मानने की बजाय उसके निर्माता पर आक्रमण कर रही है।
प्रदर्शन में छात्र नेता कर्मवीर गुर्जर ने भी अपनी आवाज उठाई और कहा कि, “जब भी भाजपा और आरएसएस की सरकार संविधान और बाबा साहब अंबेडकर पर हमले करेगी, तो SFI छात्र संगठन हमेशा सड़कों पर उतरकर उसका विरोध करेगा। हम इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेंगे और भाजपा को इस तरह के बयानों में सुधार करने की चेतावनी देते हैं।”
प्रदर्शन के दौरान अन्य छात्र नेताओं और कार्यकर्ताओं में तहसील संयुक्त सचिव रहीश सेवदा, तहसील उपाध्यक्ष अरुण मिश्रा, सुनीता कुमारी, रश्मि सैनी, टीना सेन, कॉलेज कमेटी अध्यक्ष अमित सैनी, दिशांक दूत, अजय, आदित्य मीणा, सचिन मीणा, राहुल सैनी, सिद्धार्थ सेवदा, आशीष मीणा, मनोज सहित कई छात्र उपस्थित थे।
यह प्रदर्शन SFI के द्वारा एकजुट होकर संविधान और बाबा साहब अंबेडकर के अधिकारों की रक्षा के लिए किया गया, और भाजपा के बयान के खिलाफ गुस्से का इज़हार किया गया। छात्र संगठन ने साफ किया कि जब तक भाजपा सरकार अपने रवैये में बदलाव नहीं करती, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।