झुंझुनूं : शहर के रोड नंबर तीन पर कब्जा करने की लिखित शिकायत कोतवाली थाने में की गई है। वार्ड नंबर 17 संघर्ष समिति के सहदेव तेतरवाल, प्रताप डांगी, ताराचंद बुडानिया, रवींद्र तेतरवाल, संदीप मांजू, जगदीश भीमसरिया, रवींद्र भीमसरिया, समिति के विधि सलाहकार एडवोकेट रवींद्र लांबा ने आरोप लगाया कि रोड नंबर तीन पर उनकी जमीन है। जमीन पर खुर्शीद, दिलीप, सुरेश आलोक, दिलीप व अन्य लोग रविवार रात साढ़े आठ बजे आए। उनके हाथों में लाठी डंडे थे। उन्होंने घरों को खाली करने की धमकी दी। जमीन खाली नहीं करने पर अंजाम भुगतने की बात कही है। इस संबंध में कोतवाली में शिकायत देकर मामला दर्ज करने की मांग की है। शिकायत की प्रति एसपी व आईजी को भी भेजी है।
विधि समत तरीके से खरीदी जमीन
इससे पहले समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकारवार्ता में आरोप लगाया कि उनके पास जो जमीन है उसे उन्होंने विधि समत तरीके से खरीदा है। कब्जा भी उनका है। उन्होंने जिला कलक्टर के फैसले के खिलाफ अपील के लिए कोर्ट में जाने की बात कही। आरोप लगाया कि मात्र दो माह में फैसला कर दिया गया। यह जमीन करीब 2 बीघा 12 बिस्वा बताई जा रही है। विवाद करीब साठ वर्ष पुराना बताया जा रहा है।
इनका कहना है
मामला कोर्ट में कई साल से चल रहा है। कानूनी तरीके से इस पर फैसला दिया है। अगर किसी को फैसला पसंद नहीं है तो संबंधित कोर्ट में अपील कर सकता है। फैसले नियमों के अनुसार होते हैं। लाठी के बल पर नहीं होते। कोर्ट के फैसले पर सार्वजनिक रूप से या पत्रकारवार्ता कर अंगुली उठाना कोर्ट की अवमानना है। मैं सोमवार को इस बारे में विधि विशेषज्ञों से राय लूंगा। – रामावतार मीणा, जिला कलक्टर एवं पीठासीन अधिकारी