चूरू : चूरू नगर परिषद सभापति पायल सैनी ने अपने ड्रिम प्रोजेक्ट गाजसर गैनाणी का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि उनके कार्यकाल का यह बहुत ही चुनौती पूर्ण कार्य था। जिसके स्थायी समाधान का संकल्प लिया। जो अब पूर्ण होने की तरफ है।
सभापति पायल सैनी ने बताया कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत से मिलकर कर गैनाणी की समस्या का समाधान करने के लिए 11 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत करवाई। जिसमें से नौ करोड़ रुपये अब तक खर्च किए गए हैं। इस राशि से वहां पर पंप हाउस, सड़क का निर्माण, पाल को मजबूत बनाना आदि कार्य प्रमुख रहे।
उन्होंने कहा कि गाजसर गैनाणी में पम्प हाउस का निर्माण कर पानी को खेतों में सिंचाई के लिए भेजा जाएगा। जिससे गैनाणी में जलस्तर कम होता रहेगा जो गैनाणी को टूटने से बचाएगा। इसके साथ ही जो शहर में जौहरी सागर में जल भराव क्षेत्र है। वहां से पानी की निकासी गैनाणी में पर्याप्त जगह नहीं होने व पाल कच्ची होने के कारण टूटने के डर से नहीं हो पा रही थी। अब पानी को तीव्र गति से निकालकर शहर को बारिश में जलभराव से छुटकारा दिलाया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि जौहरी सागर में 21 करोड़ की लागत से नया पम्प स्टेशन व पाइप लाइन डालने का कार्य भी पिछली सरकार में ही स्वीकृत करवाया जा चुका है। जिसके टेंडर भी हो चुके है। जल्द ही वो काम भी शुरू हो जाएगा।
सभापति सैनी ने चूरु विधायक से कहा कि पूर्ववर्ती गहलोत सरकार में स्वीकृत इस पम्प हाउस व जल निकासी की योजना को गति प्रदान करते हुए चूरु की जनता को लाभान्वित करें। उन्होंने बताया कि गैनाणी के क्षेत्र को पर्यटन की दृृष्टि से भी विकसित करना था। जो समय अभाव के कारण नहीं हो पाया।
उन्होंने बताया कि यह शहर की सबसे ज्वलन्त समस्या थी। बार-बार पाल टूट जाया करती थी। जिससे गांव के लोगों को जानमाल का नुकसान हुआ करती थी। इस कार्य में सहयोग करने के लिए पिछली राज्य सरकार के पूर्व सीएम के साथ साथ अपने सहयोगी पार्षदों का भी आभार जताया।