लेखा नियमों का हो समुचित पालन, बकाया आक्षेपों को करें दुरुस्तः सुराणा
जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा ने स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग की जिला स्तरीय समिति की बैठक में दिए निर्देश, एडीएम अर्पिता सोनी, सीईओ श्वेता कोचर, स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग के अतिरिक्त निदेशक पवन कस्वां सहित अधिकारी रहे मौजूद

चूरू : जिला कलक्टर अभिषेक सुराणा की अध्यक्षता में सोमवार को स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग की जिला स्तरीय समिति की बैठक में अधिकारियों को समुचित निर्देश दिए। बैठक के दौरान जिला कलक्टर सुराणा ने कहा कि अधिकारी अपने विभागीय कार्यों में लेखा नियमों का समुचित पालन करें तथा विभागों में लंबित आक्षेपों को दुरुस्त करें। लेखा कार्मिक आक्षेपों में समुचित जांच व कार्यवाही करते हुए निस्तारित करें। आक्षेपों में समुचित जांच रिपोर्ट तैयार करें तथा स्पष्टता के साथ ऑडिट पैरा को ड्रॉप करवाएं। प्रयास करें कि नए पैरा नहीं बनें। इसी के साथ पुराने पैरा में रिपोर्ट भेजते हुए जवाब भेजें।
उन्होंने कहा कि विभागीय गतिविधियों में अनियमितताओं से बचें। लेखा नियमों एवं प्रकरणों को संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाकर पैरा को ड्रॉप करें। विभिन्न प्रकरणों में संबंधित के खिलाफ समुचित विभागीय कार्रवाई करें। लंबित प्रकरणों को प्रायरिटी से निस्तारित करें। इसी के साथ विभागों में फंड के उपयोग के दौरान नियमों की समुचित पालन हो। इसके लिए विजिलेंट रहे तथा अधिकारी नियमों की समुचित जानकारी रखें।
जिला कलक्टर सुराणा ने बैठक के दौरान जिले में विभागवार सामान्य आक्षेपों, बकाया प्रारूप प्रलेखों, गबन प्रकरणों, स्थानीय नीति अंकेक्षण, बकाया प्रथम अनुपालना, बकाया अंकेक्षण शुल्क, बकाया लेखा प्रमाणीकरण शुल्क, विस्तृत एवं विशेष जांच सहित बिंदुओं पर चर्चा कर समुचित निर्देश दिए। उन्होंने कृषि उपज मंडी से अधिकारियों की उपस्थिति नहीं रहने पर नाराजगी जताते हुए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
बैठक के सदस्य सचिव व स्थानीय निधि अंकेक्षण विभाग के अतिरिक्त निदेशक पवन कस्वां ने बैठक का संचालन करते हुए सभी अधिकारियों को लंबित आक्षेपों के बारे में समुचित दिशा- निर्देश दिए तथा विभागीय कार्यवाही व प्रक्रियाओं की जानकारी दी।
इस दौरान एडीएम अर्पिता सोनी, सीईओ श्वेता कोचर, कोषाधिकारी प्रवीण सिंघल, एपीआरओ मनीष कुमार, लेखाधिकारी चैनाराम बेनीवाल लेखाधिकारी गुगनराम सहित विकास अधिकारी, नगर निकाय अधिकारी व संबंधित विभागों के लेखा कार्मिक मौजूद रहे।