भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी में दुनिया का नेतृत्व करेगा:डीआरडीओ के पूर्व अध्यक्ष बोले- 2024 में डेढ़ लाख स्टार्टअप हुए, शेखावाटी यूनिवर्सिटी में किया लैब का लोकार्पण
भारत विज्ञान और प्रौद्योगिकी में दुनिया का नेतृत्व करेगा:डीआरडीओ के पूर्व अध्यक्ष बोले- 2024 में डेढ़ लाख स्टार्टअप हुए, शेखावाटी यूनिवर्सिटी में किया लैब का लोकार्पण

सीकर : भारतीय एयरोनॉटिकल सोसायटी के अध्यक्ष व डीआरडीओ के पूर्व अध्यक्ष और रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार डॉ.जी.सतीश रेड्डी ने कहा- भारत के हर क्षेत्र में परिवर्तन आया है। देश नई दिशा में आगे बढ़ रहा है। भारत कुछ सालों के बाद विज्ञान और प्रौद्योगिकी में दुनिया का नेतृत्व करेगा।

डॉ. जी.सतीश रेड्डी ने यह बात पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय में स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कही। डॉ. रेड्डी यहां विज्ञान अनुसंधान प्रयोगशालाओं का लोकार्पण करने आए थे। जिसके बाद उन्होंने विशेष संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विवि सीकर और भारतीय शिक्षण मंडल, युवा गतिविधि, जयपुर प्रान्त के संयुक्त तत्वावधान में ‘विकसित भारत: युवाओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का महत्व’ विषय पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में डॉक्टर रेड्डी ने स्टूडेंट से कहा कि लक्ष्य पर फोकस रख हार्ड वर्क करो, कामयाबी जरूर मिलेगी।

उन्होंने कहा- आज भारत विज्ञान के क्षेत्र में जबरर्दस्त तरक्की कर रहा है और यही रफ्तार रही तो जल्द ही दुनिया का नेतृत्व करेगा। देश की प्रगति का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 2016 में सिर्फ 450 स्टार्टअप थे जो 2024 में डेढ लाख से भी अधिक हो गए है।
संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. अनिल कुमार राय ने की। प्रोफेसर अनिल राय ने कहा कि विकसित भारत बनाने के लिए युवाओं में दायित्व बोध और वैज्ञानिक दृष्टिकोण होना जरूरी है। जबकि विशिष्ट अतिथि नाभिकीय औषधि एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान, डीआरडीओ, दिल्ली के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनन्त नारायण भट्ट और निम्स विश्वविद्यालय के प्रो. चांसलर प्रो. अमरीका सिंह थे। कुलपति प्रो. अनिल कुमार राय ने आगंतुक मेहमानों का शाल और पंडित दीनदयाल जी की प्रतिमा भेंट कर स्वागत किया। विवि की कुलसचिव श्वेता यादव भी उपस्थित रहीं।