[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

सिंघाना : खनन लीज के विरोध में ग्रामीणों ने दिया धरना:प्रशासन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर नारेबाजी, खनन माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाया


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंराजस्थानराज्यसिंघाना

सिंघाना : खनन लीज के विरोध में ग्रामीणों ने दिया धरना:प्रशासन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर नारेबाजी, खनन माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाया

खनन लीज के विरोध में ग्रामीणों ने दिया धरना:प्रशासन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर नारेबाजी, खनन माफियाओं से मिलीभगत का आरोप लगाया

सिंघाना : सिंघाना के डूमोली कला पंचायत के सिहोडिया की ढाणी में लीज धारकों व ग्रामीणों के बीच गतिरोध तूल पकड़ता जा रहा है। पिछले दस दिन से धरने पर बैठे ग्रामीणों ने बुधवार को प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध किया। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि उनकी मर्जी के खिलाफ पहाड़ में एक पत्थर भी उठाया तो अंजाम बुरा हो सकता है।

उग्र आंदोलन करने की चेतावनी

विरोध कर रहे ग्रामीणों ने कहा भ्रष्ट प्रशासन की मिलीभगत के चलते गलत तरीकों से की गई लीज का आवंटन पूरी तरह से गलत है, जिसके खिलाफ हाईकोर्ट में पीआईएल भी दर्ज की गई है। हाईकोर्ट में ग्रामीणों के ओर से लगाई गई पीआईएल पर 10 जनवरी को सुनवाई होनी है। इसके बावजूद भी ग्रामीणों की मर्जी के खिलाफ खनन का कार्य किया गया तो आंदोलन को उग्र कर दिया जाएगा। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोगों ने कहा कि ग्रामीणों पर दबाव बनाने के लिए पुलिस ने झुठे मुकदमे जो मुकदमे दर्ज किए हैं उसकी भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

राजनीतिक दलों का मिल रहा समर्थन

धरने पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी लगातार समर्थन दे रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता नौरंग डांगी भी धरने पर पहुंचे और ग्रामीणों की समस्या सुनकर उनकी जायज मांगों का समर्थन किया। खनन होने से सिहोडिया की ढाणी के लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। पिछले कई दिनों से वे अपने गांव को बचाने के लिए ग्रामीण आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि उनकी सुध तक लेने नहीं आ रहे हैं।

इस दौरान पूर्व सांसद अहलावत ने धरने पर बैठकर संबंधित अधिकारियों से बात की। सामाजिक कार्यकर्ता नोरंग डांगी ने कहा कि ग्रामीणों को सुकून भरा जीवन जीने के लिए उनके जल, जंगल और जमीन के अधिकारों को कुछ रसूखदारों को सौंप देने से आम व्यक्ति का मौलिक अधिकारों का हनन होता है। उन्होंने कहा कि लीज आवंटन के समय की जो मौके की रिपोर्ट बनाई गई वही गलत थी।

। इस मौके पर हेमराज, भूपसिंह, कंवर सिंह, उमराव, सतबीर, दलीप, दयाराम, रामपत, शेरसिंह, रमेश चंद्र, हनुमान, रामकुमार, अनीता, सुनीता ,कविता, संतोष, विमला, कृष्णा, मेनका ,रामकला, सरिता, मंजू, माया, पिंटू ,चलती, विमला मंजू, सुंदरी, रत्ना सहित अनेक लोग मौजूद थे।

Related Articles