नीमकाथाना : खनन क्षेत्र में सड़कों पर चलने वाले डपर लोगों के लिए यमदूत बन चुके हैं। आए दिन कोई ना कोई ओवरलोड डपरों की चपेट में आकर मौत की आगोश में जा रहा है। जिले के उदयपुरवाटी इलाके में दिन व रात हाइवे पर बेधड़क ओवरलोड रोड़ी और डस्ट से भरे डंपर दौड़ रहे हैं। जानकारी के बाद भी जिला प्रशासन और पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। नियमों के मुताबिक ओवरलोड चलाना तो गैरकानूनी है ही, साथ ही अन्य वाहन चालकों के लिए भी मुसीबत बने हुए हैं। परिवहन विभाग और पुलिस की ओर से इनके सीमित चालान बनाकर केवल इतिश्री की जा रही है। चालक वाहन चलाते हुए मोबाइल का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। अधिकतर हादसे कोटपूतली कुचामन स्टेट हाइवे पर होते हैं, यहां घुमाव के कारण तेज रतार ट्रोले तथा डंपर अपनी गति को कम नहीं करते हैं, जिसके कारण यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। सुबह मॉर्निंगवॉक वालों के लिए डपर सबसे बड़ा खतरा साबित हो रहे हैं। नीमकाथाना से कोटपुतली की रोड का एक तरफ हिस्सा पूरी तरह धंस गया जिससे डपर चालक भी अपना संतुलन खो बैठते हैं। यह भी हादसों का एक सबसे बड़ा कारण है। आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो सैकड़ों परिवार डपर की चपेट में आने से अपनों को खो चुके हैं।
ओवरलोड डंपर की संया पाटनवाटी के अलावा जिले के उदयपुरवाटी इलाके में सबसे ज्यादा देखी जा सकती है। यहां बेधड़क ओवलोड डंपर सड़क पर दौड़ रहे है। राजस्थान पत्रिका टीम नीमकाथाना से सीकर हाईवे पर निकली तो सड़क पर बेधड़क दौड़ रहे ओवलोड डंपरों को रोकते हुए रास्ते में ना तो पुलिस दिखाई दी और ना ही परिवहन की गाड़ी। चालक चौकियों व थानों के सामने से बिंदास डंपरों को दौड़ाते दिखाई दिए।
डंपरों से बिगड़ रही सड़कों की सूरत
जो भी सड़क नई बनती है, उसपर ओवरलोड वाहनों के चलने से निशाना बन जाते हैं। यहां तक की भारी वजन से सड़क का एक हिस्सा नीचे दब जाता है जिससे सड़क का समतल बिगड़ जाता है। ओवरलोड वाहनों के कारण पाटनवाटी व उदयपुरवाटी इलाके में सड़कों की हालत ज्यादा खस्ता हो रही है। मोटी कमाई के फेर में वाहन चालक यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। मेन हाईवे से गांवों को जोड़ने वाली लिंक सड़कें ग्रामीण लोगों की सुविधा के लिए बनाई जाती हैं, जिनका ग्रामीण लोगों को कोई फायदा नहीं मिल पाता।
डंपरों से हुए हादसों पर नजर :
ट्रोले से 3 पुलिस कर्मियों की मौत
पाटन के रामपुरा चाटी में पुलिस जीप पर ओवरलोड डंपर अनियंत्रित होकर पलट गया। हत्यसे में तीन पुलिसकर्मियों की दर्दनाया मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आया, लेकिन अब फिर सड़कों पर ओवरलोड वाहनों की संख्या बढ़ने लगी।
घर जा रहे बाइक सवार को लील गया डंपर
कोतवाली क्षेत्र स्थित बाझ्यात पर देर रात को डम्पर की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। मृतक मांदा निवासी सतीश सैनी बाइक से सवार होकर नीमकाथाना में मजदूरी कर अपने गांव जा रहा था। इसी दौरान हम्पर ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी
तेज रफ्तार ट्रोले ने युवक की ली जान
गांव द्रोकन की इंदिरा कॉलोनी में स्पीड से आ रहे ट्रोले ने दुकान पर खड़े डंपर को टक्कर मार दी जिससे डंपर में ग्रीस कर रहे बुबा की वाणी तन मावंडा निवासी राजेश सैनी की मौके पर ही मौत हो गई थी।
परीक्षा देने जा रही छात्रा को कुचला
जिले के मोकलवास वाले मेरु जी मंदिर के पास तेज रफ्तार ट्रेलर ने परीक्षा देने जा की छात्रा को कुचल दिया। आक्रोशित ग्रामीणों ने उस समय देर रात घुरसली बस स्टैंड पर ओवरलोड ट्रेलरों व डंपरों को रोककर प्रदर्शन किया था। उच्चाधिकारियों की काफी समझाइश पर ग्रामीणों ने रास्ता खोला था।
बाइक सवार की मौत
जिले के नहर बस स्टैंड पर ओवरलोड ट्रेलर ने बाइक सवार सवार को टक्कर मारने से युवक की मौत हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने सुबह न्यौरागा बस स्टैंड के पास स्टेट हाईवे को जाम कर दिया था। उसी दिन शाम को छाजा का नांगल के पास एक ओवरलोड ट्रेलर ने जीप की टक्कर मार दी। हादसे में एका व बच्चा घायल हो गया था। तब ग्रामीणों ने उसी रात को रोड जाम कर करीब तीन घंटे जाम किया। मौके पर पहुंचे परिवहन विभाग के अधिकारी से जाम में फंसे ओवरलोड वाहनों के चालान बनाए थे।
इन्होंने क्या कहा
पुलिस की ओर से लगातार ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई की जा रही हैं। उदयपुरवाटी इलाके में अगर ओवरलोड वाहनों की सूचना है, जो दुर्घटना की संभावना को बढ़ाते है तो पुलिस के द्वारा जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। ~ अनुज डाल, पुलिस उप-अधीक्षक, नीमकाथाना
ओवरलोड वाहनों पर परिवहन विभाग की ओर से निरंतर कार्रवाई की जा रही है। डंपरों व ट्रेलरों को सीज भी किये जा रहे है। फिर भी अगर ओवरलोड वाहन दौड़ रहे है तो उन पर ओर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। ~ राजेन्द्र मीणा, परिवहन निरीक्षक परिवहन विभाग, नीमकाथाना