बूंदी : बूंदी के नैनवां में चल रहे दहेलवाल जी के मेले में हुए फुहड़ व अश्लील कार्यक्रमों की प्रस्तुति पर कांग्रेस के पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने तंज कसते हुए इसे नैनवां की संस्कृति व मेले का अपमान बताया है। चांदना ने कहा कि सरकार ने बिना पार्षदों और जन प्रतिनिधि की राय जाने मेला संयोजक जनता पर थोप दिया। इसी के चलते आयोजन को लेकर मर्यादा भंग हुई है। फूहड़ कार्यक्रम इसी बात का परिणाम है।
नैनवां के प्रसिद्ध दहेलवालजी के मेले के दौरान हुए कथित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति विवादों के घेरे में आ गई है। कार्यक्रमों की फूहड़ता को लेकर पहले से ही लोगों में रोष नजर आ रहा था। वहीं, इस बात को लेकर पूर्व मंत्री अशोक चांदना ने भी बयान जारी कर ऐसे फूहड़ व अश्लील कार्यक्रमों को नैनवां का अपमान बताया है।
चांदना ने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार ने दहेलवालजी मेले के संयोजक बनाने में राजनीति करते हुए जयपुर से एक नाम थोप दिया। इसी का परिणाम है कि वे कार्यक्रम की पवित्रता बनाए नहीं रख सके। नैनवां के दहेलवालजी मेले की गौरवशाली परम्परा रही है। यह मेला हाड़ौती ओर प्रदेश में अपनी विशेष पहचान रखता है। वहीं, नैनवां कस्बे की पहचान कुंवर नैन सिंह के नाम से जानी जाती है। ऐसे में पालिका के मंच से फूहड़ व अश्लील कार्यक्रमों की प्रस्तुति से हमारी गौरवशाली परम्परा का अपमान हुआ है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने नैनवां की पहचान बनाने व विकास को लेकर बहुत प्रयास किए। नैनवां में उप जिला अस्पताल की घोषणा की, लेकिन भाजपा सरकार अस्पताल में संसाधन उपलब्ध नहीं करा पाई। नैनवां में आधुनिक सुविधाओं वाले स्टेडियम का काम प्रगति पर है। इसके अलावा भी क्षेत्र के विकास के लिए कई काम यादगार के रूप मे जाने जाएंगे। इसके बावजूद भाजपा सरकार विकास को गति देने के बदले परम्पराओं ओर संस्कृति को लेकर अपमान कर रही है।