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झुंझुनूं को किसान महासभा का राज्य सम्मेलन हुआ:21 सदस्य कमेटी का गठन, बोले- खेती बचाने के लिए किसानों को गोलबंद करें


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झुंझुनूं को किसान महासभा का राज्य सम्मेलन हुआ:21 सदस्य कमेटी का गठन, बोले- खेती बचाने के लिए किसानों को गोलबंद करें

झुंझुनूं को किसान महासभा का राज्य सम्मेलन हुआ:21 सदस्य कमेटी का गठन, बोले- खेती बचाने के लिए किसानों को गोलबंद करें

झुंझुनूं : झुंझुनूं में शनिवार को अखिल भारतीय किसान महासभा का प्रथम राज्य सम्मेलन सम्पन्न हुआ। कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के राज्य सचिव कॉमरेड शंकरलाल चौधरी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों की कॉर्पोरेट परस्त नीतियों की वजह से खेती अलाभकारी हो गई।

उन्होंने कहा- केंद्र की मोदी सरकार हर बजट में कृषि क्षेत्र की मद घटाते जाने के कारण खेती पर निर्भर किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर है। खेती के निगमीकरण के प्रयासों के खिलाफ देश भर में चल रहे किसान संघर्षों का साथ देने के लिए किसानों को गोलबंद करें।

इस दौरान सम्मेलन में खेती बचाओ, किसान बचाओ, एम एस पी गारंटी कानून लाओ और कॉर्पोरेट लूट का राज मिटाओ के खूब नारे लगे। सम्मेलन की शुरुआत में सम्मेलन संचालन के लिए पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडल रामस्वरूप मणकश, जयपाल बसेरा, ओमप्रकाश पूनिया, शांतिलाल त्रिवेदी व गौतम मीणा का चयन किया गया। राज्य संयोजन समिति की तरफ से कामरेड रामचंद्र कुलहरि ने संगठन की रिपोर्ट प्रस्तुत की।

रिपोर्ट पर कामरेड फूलचंद ढेवा, कामरेड शंकरलाल चौधरी, कामरेड ओमप्रकाश झारोङा, कामरेड शांतिलाल त्रिवेदी, कामरेड प्रेम सिंह नेहरा, इंद्राज सिंह चारावास, गोरा सिंह, रामस्वरूप मणकश, राजबीर कुलङिया, बाबूलाल देवला, जसवीर सिंह नेहरा,रंगलाल सिंह, गौतम मीणा व महेश पूनिया ने सुझाव दिए। सम्मेलन में आए सुझावों का रिपोर्ट में शामिल करने का निर्णय किया।

इन मांगों को लेकर प्रस्ताव पारित किया

  • केंद्र सरकार सभी फसलों की गारंटी के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाकर एमएसपी गारंटी कानून बनाए
  • किसानों का कर्जा माफ किया जाए, क्योंकि रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023-24 में कृषि क्षेत्र ने जीडीपी में 2.10 लाख करोड़ रुपए का योगदान दिया है
  • प्रधानमंत्री फसल बीमा में बीमा नीति किसान संगठनों की सलाह पर किसान हित में बनाए जाएं
  • खेत को इकाई माना जाए
  • गो संरक्षण कानून में संशोधन किया जाए या इसे समाप्त किया जाए, ताकि किसान बछडों को बेच सकें और व्यापारी पशुओं का सुरक्षित परिवहन कर सकें
  • दुग्ध उत्पादक किसानों को दुग्ध का लाभकारी मूल्य दिया जाए
  • काटली नदी सहित तमाम नदी, नालों के दोहन पर सख्ती से रोक लगाई जाए
  • वन संरक्षण अधिनियम 2022 में बदलाव किया जाए
  • विद्युत स्मार्ट मीटर बंद किए जाएं
  • सभी जिलों में सहकारी दुग्ध डेयरी खोले जाएं

21 सदस्यीय कमेटी का गठन

सम्मेलन में 21 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। जिसमें राज्य अध्यक्ष कामरेड फूलचंद ढेवा झुंझुंनू, राज्य सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि, उपाध्यक्ष चंद्रदेव ओला उदयपुर, रंगलाल प्रतापगढ, रामस्वरुप मणकश नीमकाथाना, ओमप्रकाश झारोड़ा झुंझुंनू, ओमप्रकाश पूनियां चूरू कोषाध्यक्ष कामरेड इंद्राज सिंह चारावास, सह सचिव लालुराम पटेल सलूंबर ,अमर सिंह चाहर झुंझुनूं, गौतम मीणा सलूंबर, संगठन सह सचिव जयपाल बसेरा, प्रचार सह सचिव कामरेड रोतास काजला, सदस्य :उदालाल घंटाली प्रतापगढ, शांतिलाल त्रिवेदी चितौड़गढ, उदालाल सेमलिया सलूंबर, प्रेम सिंह नेहरा, रामनारायण ढेवा, होशियार सिंह चाहर, कुंभाराम राव, करण सिंह राव चुने गए।

नव निर्वाचित राज्य अध्यक्ष कामरेड फूलचंद ढेवा ने फरवरी 2025 तक पच्चीस हजार सदस्य बनाने व चार जिलों में विधिवत जिला सम्मेलन संपन्न करने का लक्ष्य पूर्ण करने का सभी प्रतिनिधियों को आवाहन कर सम्मेलन संपन्न करने की घोषणा की।

सम्मेलन के बाद राज्य कार्यकारिणी सदस्य पर्यवेक्षक कामरेड गुरुनाम सिंह, पंजाब से गोरा सिंह, जग्गा सिंह व विजय गोपाल के साथ भगतसिंह पार्क में जाकर अमर शहीद भगतसिंह, राजगुरु व सुखदेव सिंह की प्रतिमा पर फूल अर्पित किए।

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