सरकारी स्कूल में 2 दिन से छात्राओं को बांटे बिस्कुट:कई दिनों से नहीं मिल रहा मिड-डे मील का खाना, सीबीईओ ने कार्रवाई करने के दिए निर्देश
सरकारी स्कूल में 2 दिन से छात्राओं को बांटे बिस्कुट:कई दिनों से नहीं मिल रहा मिड-डे मील का खाना, सीबीईओ ने कार्रवाई करने के दिए निर्देश
सरदारशहर : सरदारशहर की ग्राम पंचायत शिमला के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल की कक्षा 1 से 8 तक की छात्राओं को पिछले दो दिनों से राष्ट्रीय पोषाहार सहायता कार्यक्रम मिड-डे मील योजना के अंतर्गत मिलने वाला बच्चों को स्कूल में खाना तक नसीब नहीं हो रहा है।
स्कूल में अन्नपूर्णा महिला सहकारी समिति ढाणी तेतरवाल द्वारा पिछले कई वर्षों से खाने दिया जाता था, लेकिन 22 अगस्त को जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश के बाद ग्राम पंचायत बुकनसर बड़ा,शिमला, खेजड़ा विघालयों की खाने की सप्लाई बंद कर दी गई। इस दौरान शिमला बालिका उच्च माध्यमिक में खाने पकाने के लिए मजदूर नहीं मिलने के कारण अब बच्चों को भोजन के जगह बिस्कुट देकर खाना पूर्ति कर रहे है।
ऐसे में ग्राम पंचायत के सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश धन्नावंसी ने स्कूल में पहुंचकर बच्चों को मिड-डे मिल का खाना नहीं मिलने पर आपत्ति जताते हुए आंदोलन करने की चेतावनी दी है। इसी प्रकार स्कूलों में बच्चों को सरकार के द्वारा मैन्यू घोषित के अनुसार सोमवार को सब्जी रोटी,मंगलवार दाल चावल,बुधवार को दाल रोटी,गुरुवार को खिचड़ी पुलाव,शुक्रवार को दाल रोटी,शनिवार को सब्जी रोटी देने का नियम है जबकि बुधवार को दाल रोटी की जगह बच्चों को बिस्कुट वितरण किए गए।
कोई मजदूर नहीं मिला तो हम बनाकर बच्चों खिलाएंगे – कार्यवाहक प्रधानाचार्य
बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल की कार्यवाहक प्रधानाचार्य अनिता चौधरी ने बताया कि खाने बनाने की व्यवस्था नहीं होने के कारण बच्चों को दो दिनों से बिस्कुट बांटे गए। अगर अब कोई मजदूर की व्यवस्था होती है तब तो ठीक है, वरना हम सब शिक्षक एक साथ मिलकर बच्चों को खाना बनाकर खिलाएंगे। अब आगे से बच्चों को बिस्कुट नहीं देंगे।
लापरवाही कर्मचारियों के खिलाफ करेंगें कार्रवाई – सीबीईओ पारीक
सरदारशहर सीबीईओ अशोक पारीक ने बताया कि कक्षा 1 से 8 तक स्कूल की छात्राओं को मिड-वे का खाना क्यू नहीं दिया इसके बारे में हम जांच करवाएंगे लापरवाही बरतने वाले संबधित कर्मचारियों के खिलाफ नियमों अनुसार कार्रवाई की जाएगी।