एयर फोर्स के जवान बलवीर सिंह का निधन:पार्थिव देह को सैन्य सम्मान के साथ नहीं लाने से ग्रामीणों में आक्रोश, थाने का घेराव कर रोड जाम किया
एयर फोर्स के जवान बलवीर सिंह का निधन:पार्थिव देह को सैन्य सम्मान के साथ नहीं लाने से ग्रामीणों में आक्रोश, थाने का घेराव कर रोड जाम किया

नीमकाथाना : नीमकाथाना सदर थाना क्षेत्र के आगरी के सेडूडा गांव के रहने वाले एयरफोर्स जवान बलवीरसिंह तंवर का सेना के वाहन से हुए सड़क हादसे में निधन हो गया। बलवीर सिंह बेलगांव में टेक्नीशियन पद पर तैनात थे। गुरुवार सुबह पार्थिव देह को नीमकाथाना लाया गया। जवान को सैनिक सम्मान नहीं मिलने से आक्रोशित ग्रामीणों ने सदर थाने का घेराव कर सड़क जाम कर दिया।
ग्रामीणों की मांग है कि जवान की अंत्येष्टि सैनिक सम्मान के साथ की जाए और उन्हें शहीद का दर्जा दिया जाए। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक धरना जारी रहेगा। बलवीरसिंह की पार्थिव देह सदर थाने में गुरुवार सुबह सिविल 108 एम्बुलेंस में लाया गया था, लेकिन ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनके साथ कोई सैनिक सम्मान नहीं दिया गया। सिर्फ दो सैनिक ही पार्थिव देह के साथ आए है। ग्रामीणों ने शहीद का दर्जा, सैनिक की बहन को सरकारी नौकरी, सरकारी स्कूल का नामकरण शहीद के नाम पर और शहीद स्मारक बनाने की मांग की है। इसी को लेकर ग्रामीणों ने सदर थाने के सामने सड़क जाम कर दिया।

यूं चला घटनाक्रम
नीमकाथाना सदर थाने से सात किलोमीटर दूर पैतृक गांव गणेश्वर गांव के सेडूडा की ढाणी तक तिरंगा निकाली जानी थी। गुरुवार सुबह 5 बजे सदर थाने एंबुलेंस से जवान का पार्थिव सदर थाने लाया गया। तिरंगा यात्रा के लिए लोग जुटने लगे, लेकिन सैनिक सम्मान से पार्थिव को नहीं लाने पर बात बिगड़ गई। 7.30 बजे तक थाने पर बड़ी संख्या में लोग जुट गए। पुलिस की समझाइश के बाद भी लोग शहीद का दर्जा देने की बात पर अड़ रहे। करीब 8 बजे लोगों ने थाने के बाहर नीमकाथाना-जयपुर बाइपास पर जाम लगा दिया। 10 मिनट में ही पुलिस ने जाम खुलवा दिया, लेकिन थोड़ी देर बाद ही लोगों ने वापस बैरिकेट्स लगाकर जाम लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना पर करणी सेना के राष्ट्रीय शिव सिंह शेखावत मौके पर पहुंचे। मांगों का समर्थन करने के साथ समझाइश का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं मौके पर कोतवाली और सदर थाने का पुलिस जाप्ता तैनात है। मामले की गंभीरता को देखते लाइन से अतिरिक्त पुलिस जाप्ते को मौके पर बुलाया गया।

4 अगस्त को बेलगाम में हुआ था हादसा
जानकारी के अनुसार गणेश्वर के सेडूडा गांव के बलवीरसिंह राजपूत 4 अगस्त को बेलगाम यूनिट के शस्त्रागार में हथियार जमा कराने जा रहे थे, जब सेना के ट्रक से हुए हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें मिलिट्री अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन सिर में गंभीर चोट और ज्यादा खून बहने के कारण उनकी हालत बिगड़ गई और बुधवार को उनका निधन हो गया।
दो महीने बाद होने वाली थी शादी
बलवीरसिंह की 20 फरवरी को सगाई हुई थी और अक्टूबर में उनकी शादी तय थी। बलवीरसिंह अपने परिवार में चार बहनों के इकलौते भाई थे। उनके पिता सुंदरसिंह मजदूरी करते हैं। चार साल पहले बलवीरसिंह एयरफोर्स में भर्ती हुए थे। उन्होंने तीन बहनों की शादी कर दी थी, जबकि एक बहन अभी अविवाहित है। बलवीरसिंह की शादी और बहन की शादी एक ही दिन अक्टूबर में देव उठनी ग्यारस को तय थी।