कोलकाता मामले में उप जिला में डाॅक्टरो ने किया सामुहिक का कार्य बहिष्कार, काली पट्टी बांध कर जताया विरोध, बंगाल में महिला डॉक्टर की हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग
कोलकाता मामले में उप जिला में डाॅक्टरो ने किया सामुहिक का कार्य बहिष्कार, काली पट्टी बांध कर जताया विरोध, बंगाल में महिला डॉक्टर की हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मंजीत तंवर
खेतड़ी : खेतड़ी के राजकीय उप जिला अस्पताल में शनिवार को डॉक्टरों ने सामुहिक रूप में कार्य का बहिष्कार कर दिया। डॉक्टर्स के कार्य बहिष्कार के चलते आमजन को बिना उपचार के ही वापस लौटना पड़ा, जिससे अस्पतालों में सन्नाटा छाया रहा। डॉक्टर्स की ओर से न्याय की मांग को लेकर की जा रहे सामुहिक कार्य बहिष्कार का नर्सिंग यूनियन, लैब टेक्नीशियन यूनियन, प्रयोगशाला सहायक यूनियन व 108 एंबुलेंस यूनियन ने भी समर्थन कर कोलकात्ता मामले के आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है।
अस्पताल के डॉ एम एल रावत ने बताया कि पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार कर हत्या कर दी गई। बंगाल सरकार ने मामले में प्रभावी कार्रवाई करने की बजाय अपराधियों को संरक्षण दे रही है। जब मामला बिगड़ता देख जांच सीबीआई के अधीन की गई तो हजारों बदमाशों की भीड़ ने तोड़फोड़ कर सबूत मिटाने का कृत्य किया है। वर्तमान समय में बंगाल में अराजकता का माहौल बना हुआ है। तृणमूल कांग्रेस के शासन में महिलाओं को सरेआम निर्वस्त्र कर पीटा जा रहा है। आमजन के लिए भगवान माने जाने वाले डॉक्टरो के साथ हिंसा की जा रही है। जिसको लेकर अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ देश भर में किए जा रहे विरोध प्रदर्शन में भाग लेकर बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ हुई ज्यादती व हत्या के मामले में प्रभावी कार्रवाई की मांग करता है। देश भर के डॉक्टरों की ओर से सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की जा रही है। इसके बावजूद भी सरकारें सुरक्षा कानून लागू करने में गंभीरता नहीं दिखाई रही है। जिसके चलते अस्पतालों में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को आए दिन हिंसा का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि यदि केंद्र सरकार ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया तथा वारदात के आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई नहीं की गई तो अस्पतालों में सेवाएं देने वाले डॉक्टर पूर्ण रूप से कार्य बहिष्कार कर आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। इस दौरान एक घंटे कार्य बहिष्कार होने से अस्पताल में मरीजों की भीड़ अपनी बारी का इंतजार करती रही।
इस मौके पर डॉ एम एल रावत, डॉ सुनील चौहान, डॉ अनिल जांगिड़, डॉ जसविंदर सिंह, डॉ प्रवीण कुमार शर्मा, डॉ संदीप डांगी, नर्सिंग अधीक्षक जगदीश सिंह शेखावत, नर्सिंग ऑफिसर अनिल कुमार, विपुल तंवर, विशाल चौपड़ा, सुनीता चनेजा, अनिता कटेवा, मुनेष धायल, मंजू गुर्जर, सोनू जांगिड़, राजबाला, अनिता सैनी, राजबाला गुर्जर, पिंटू गुर्जर, मंजू धायल, अशोक कुमार, अमित जांगिड़, कपिल कुमार, पायलट अजीत सिंह, विकास कुमार, प्रेमशंकर, ईएमटी सुभाष चौधरी, सुरज्ञान, सुरेश गुर्जर, कुशल कुमार, शीशराम गुर्जर, मुन्ना लाल, अजय सुरोलिया, दीपक राणा, हेमराज खटाणा, जितेंद्र सिंह सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।