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‘भारत में बांग्लादेश जैसे घटनाक्रम के नरैटिव से सावधान रहें’:उपराष्ट्रपति ने कहा-जो लोग केंद्र में मंत्री रहे, वे झूठा प्रचार कैसे कर सकते हैं?


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‘भारत में बांग्लादेश जैसे घटनाक्रम के नरैटिव से सावधान रहें’:उपराष्ट्रपति ने कहा-जो लोग केंद्र में मंत्री रहे, वे झूठा प्रचार कैसे कर सकते हैं?

'भारत में बांग्लादेश जैसे घटनाक्रम के नरैटिव से सावधान रहें':उपराष्ट्रपति ने कहा-जो लोग केंद्र में मंत्री रहे, वे झूठा प्रचार कैसे कर सकते हैं?

जोधपुर : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि देश में कुछ लोग साजिश के तहत एक नरेटिव चला रहे हैं कि हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में जो घटनाक्रम हुआ, भारत में भी वैसा ही घटित होगा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है।

धनखड़ ने कांग्रेस नेताओं के बयान पर आश्चर्य जताते हुए कहा- ये लोग अपने जीवन में उच्च पदों पर रहे हैं। देश की संसद के सदस्य रहे हैं, मंत्री रहे हैं। उनमें से एक को विदेश सेवा का लंबा अनुभव है, ऐसे जिम्मेदार पदों पर रहे लोग ऐसा झूठा प्रचार कैसे कर सकते हैं।

गौरतलब है कि पिछले दिनों पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा था कि ऊपर सब सामान्य दिख सकता है, लेकिन बांग्लादेश जैसी घटना भारत में भी हो सकती है। धनखड़ शनिवार को जोधपुर में बार काउंसिल ऑफ राजस्थान का प्लेटिनम सिल्वर जुबली कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा- देश विरोधी ताकतें संवैधानिक संस्थानों को प्लेटफार्म के रूप में प्रयोग कर रही हैं। ये ताकतें देश तोड़ने को तत्पर हैं और राष्ट्र के विकास व लोकतंत्र को पटरी से उतारने के लिए मनगढ़ंत नरेटिव चलाती हैं। धनखड़ ने आगाह करते हुए कहा कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है और इससे समझौता नहीं किया जा सकता।

उपराष्ट्रपति बार काउंसिल ऑफ राजस्थान की प्लेटिनम सिल्वर जुबली कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे।
उपराष्ट्रपति बार काउंसिल ऑफ राजस्थान की प्लेटिनम सिल्वर जुबली कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे।

इमरजेंसी नहीं लगती तो देश का विकास पहले ही हो जाता
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि अगर इमरजेंसी नहीं लगती तो भारत दशकों पहले ही विकास की नई ऊंचाइयों को छू लेता। 1975 में आपातकाल के दौरान संविधान पर कुठाराघात किया गया और उसकी मूल भावना को कुचला गया था। उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक समय ऐसा आया जब आपातकाल के दौरान न्यायपालिका एक व्यक्ति की तानाशाही के आगे झुक गई थी।

धनखड़ ने कहा कि मुझे गर्व है कि जोधपुर हाईकोर्ट उन नौ हाई कोर्ट में शामिल है, जिन्होंने इंदिरा गांधी द्वारा लगाए आपातकाल के बावजूद निर्णय दिया कि आपातकाल में भी व्यक्ति को बिना वजह गिरफ्तार नहीं किया जा सकता।

उपराष्ट्रपति ने कहा कि खेद का विषय है कि हमारा सुप्रीम कोर्ट जिसने देश में लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ाने में महान योगदान दिया है, वह इमरजेंसी के दौरान देश के नागरिकों के हक में नहीं खड़ा हो सका।

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से जोधपुर के पूर्व राजपरिवार सदस्य गज सिंह ने मुलाकात की।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से जोधपुर के पूर्व राजपरिवार सदस्य गज सिंह ने मुलाकात की।

जज बोले- हाईकोर्ट के 150 केस में से 80-90 धनखड़ के पास होते थे
इससे पहले शुक्रवार को कार्यकम में सुप्रीम कोर्ट के जज संदीप मेहता ने कहा कि जगदीप धनखड़ जब वकील थे तो इन्होंने क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को अकेले हैंडल किया। जोधपुर हाईकोर्ट की 150 केस की कॉज लिस्ट में 80 से 90 केस हमारे उपराष्ट्रपति के हुआ करते थे। गौरतलब है कि धनखड़ देश के नामी वकील रहे हैं।

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