प्रो.अमेरिका सिंह की विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक
उच्च शिक्षा के वैश्विक संदर्भ में अफ़्रीकी देशो के विद्यार्थी बनेगें सशक्त : प्रो.अमेरिका सिंह, प्रो चांसलर

नई दिल्ली : निम्स यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर, प्रो. अमेरिका सिंह, की विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के साथ आज एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में विशेष रूप से टोगो एवं बेनिन, वेस्ट अफ्रीका में निम्स यूनिवर्सिटी के माध्यम से चिकित्सा -उन्मुख विश्वविद्यालय की सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर चर्चा एवं परिचार्चा हुई। निम्स विश्वविद्यालय के संस्थापक एवं चांसलर प्रो.(डॉ.) बलबीर सिंह तोमर की मंशा अनुरूप निम्स युनिवर्सिटी के प्रतिनिधि रूप में प्रो. अमेरिका सिंह के नेतृत्व में यह बैठक भारत तथा अफ्रीका दोनों देशों के विश्वविद्यालयों में परस्पर स्वास्थ्य शिक्षा तथा उच्च शिक्षा क्षेत्र में सुधार और विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रो. अमेरिका सिंह, प्रो चांसलर ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से चर्चा परिचर्चा के दौरान कहा कि निम्स यूनिवर्सिटी का उद्देश्य केवल शिक्षा प्रदान करना नहीं है, बल्कि उन क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को भी मजबूत करना है जहाँ इसकी अत्यधिक आवश्यकता है। प्रो. सिंह ने बताया, टोगो और वेस्ट अफ्रीका में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की अत्यधिक आवश्यकता है। हम वहां के विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं को भी सुदृढ़ करना चाहते हैं।
इस बैठक के सकारात्मक परिणामों की उम्मीद करते हुए, प्रो. अमेरिका सिंह ने कहा कि यह दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, और निम्स यूनिवर्सिटी इस दिशा में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। प्रो. अमेरिका सिंह की विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सेवला नाईक मुंडे से हुई विशेष बैठक के दौरान बैठक के दौरान मार्क्स की संस्थापक निदेशक रेखा शर्मा निम्स युनिवर्सिटी के डॉ. कुलदीप सिंह झाला, डॉ. गोविन्द उपाध्याय, आशुतोष सिंह सहित भी उपस्थित रहे। विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बैठक में दोनों देशों के साथ मिलकर काम करने की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। इसके तहत शिक्षकों और छात्रों के आदान-प्रदान, शोध परियोजनाओं, और स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए सहयोग की संभावनाओं पर भी सहमति बनी। निम्स यूनिवर्सिटी राजस्थान ने हाल के वर्षों में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रतिष्ठा हासिल की है। विदेश मंत्रालय के साथ यह सहयोग न केवल विश्वविद्यालय की अंतर्राष्ट्रीय पहचान को मजबूत करेगा बल्कि टोगो और साउथ अफ्रीका में स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर को भी ऊंचा उठाने में मदद करेगा।