चूरू : राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में एसओजी की ओर से गिरफ्तार आरोपी विवेक भांभू के घर पर सोमवार को नगर परिषद की टीम ने बुलडोजर चला दिया। आरोपी विवेक भांभू ने चूरू की पूनिया कॉलोनी में दो प्लॉटों पर अवैध रूप से पक्का निर्माण करा रखा था। इस दौरान भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। आरोपी विवेक भांभू एसआई भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड यूनिक भांभू का छोटा भाई है। इसका एसआई भर्ती परीक्षा में चयन हो गया था।
नगर परिषद के सहायक अभियंता (असिस्टेंट इंजीनियर) रवि कुमार राघव के नेतृत्व में सोमवार दोपहर नगर परिषद की जेसीबी और ट्रैक्टर पूनिया कॉलोनी की गली नंबर 11 में पहुंचे। टीम एसआई पेपरलीक मामले में गिरफ्तार आरोपी विवेक भांभू के प्लॉट नंबर 114 और 115 पर कार्रवाई करने पहुंची थी। इन प्लॉटों बिना परिषद की परमिशन के अवैध निर्माण करवाया हुआ था, जिसको जेसीबी की सहायता से ध्वस्त कर दिया। प्लाटों में एक कमरा, एक लेट बाथ, दो टीन शेड के बने ढारे और प्लॉट के चारों तरफ चारदीवारी बनी हुई थी।
डीएसपी सुनील कुमार झाझड़िया ने बताया- एसआई पेपरलीक मामले में गिरफ्तार आरोपी विवेव भांभू का घर है। जिसको नगर परिषद के आदेश से जेसीबी चलाकर ध्वस्त किया गया है। बताया जा रहा है कि यह घर नगर परिषद की बाउंड्री में बना हुआ है और अवैध रूप से बिना परमिशन के बना है। इसलिए इसको तोड़ने की कार्रवाई की जा रही है।
भारी मात्रा में तैनात रहा जाब्ता
पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपी विवेक भांभू के घर पर जब जेसीबी का पिला पंजा चला। तब मौके पर कॉलोनी के लोगों भीड़ जमा हो गई। मगर इससे पहले भारी मात्रा में पुलिस जाब्ता मौके पर तैनात था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी लोकेन्द्र दादरवाल, डीएसपी सुनील झाझड़िया, कोतवाली थानाधिकारी मुकुट बिहारी, सदर थानाधिकारी बलवंत सिंह, महिला थानाधिकारी करतार सिह, रतननगर थानाधिकारी जयप्रकाश, एएसआई लक्ष्मण सिंह, एएसआई राजेश कुमार सहित भारी मात्रा में हथियारबंद पुलिस जवान भी मौके पर मौजूद रहे।
पहले बीएसएफ में था विवेक
एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी की ओर से गिरफ्तार किया गया विवेक भांभू पहले बीएसएफ में था। एसआई भर्ती पेपर लीक मामले का मास्टर माइंड यूनिक भांभू आरोपी का बड़ा भाई था। उसके कहने पर ही उसने नौकरी के बीच में ही रिटायरमेंट ले लिया था। इसके बाद उसने एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर दिया था, जिसमें चयन भी हो गया था।