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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने वृक्षारोपण कर मनाया स्थापना दिवस


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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने वृक्षारोपण कर मनाया स्थापना दिवस

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने वृक्षारोपण कर मनाया स्थापना दिवस

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका

झुंझुनूं : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने 76 वे स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में डाइट परिसर झुंझुनूं में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम सह प्रांत मंत्री नितेश चौधरी, विभाग संगठन मंत्री राजकुमार मीणा, विभाग प्रमुख प्रमेंद्र कुल्हार, जिला प्रमुख सत्यनारायण शर्मा व जिला संयोजक पंकज सैनी उपस्थित रहे। इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी विद्यार्थी परिषद की स्थापना की पृष्ठभूमि व पर्यावरण के बारे में बताया गया। इस अवसर पर दायित्वों की घोषणाएं की गई जिसमें नगर अध्यक्ष मुकेश लांबा, नगर उपाध्यक्ष रमेश पूनिया व नगर मंत्री भरत शर्मा को बनाया गया। इस अवसर पर डाईट परिसर में पौधारोपण किया गया जिसमें डाईट प्राचार्य अमीलाल मुंड उपस्थित रहे।

प्रांत सहमंत्री नीतीश चौधरी ने बताया कि सन 1947 में देश को मिली आजादी के तुरंत बाद देश को आगे ले जाने की जिम्मेदारी अगर किसी पर सबसे ज्यादा थी वह युवा वर्ग पर। राष्ट्रभक्ति से प्रेरित राष्ट्र प्रथम की भावना लिए युवाओं की टोली ने 1948 में शैक्षिक परिसर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के रूप में काम करना शुरू किया जिसका विधिवत्त पंजीयन 9 जुलाई 1949 को हुआ। इसलिए 9 जुलाई को प्रत्येक वर्ष अभाविप देश भर में राष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में मानती है। 9 जुलाई को जो बीज परिषद के रूप में बोया गया था वह आज विशाल वट वृक्ष का रूप ले चुका है।

वहीं विभाग संगठन मंत्री राजकुमार मीणा ने बताया कि शिक्षा परिवार परिषद में शैक्षिक शिक्षार्थी, शिक्षाविद शिक्षा परिवार के रूप में काम करते हैं विद्यार्थी परिषद में बड़ी संख्या में शिक्षक विद्यार्थियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते हैं।खास बात यह है कि यह शिक्षक मार्गदर्शन के निर्देशक की तरह नहीं है।

कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हैं कार्य में शिक्षकों की प्रत्येक भूमिका के बावजूद भी विद्यार्थी परिषद ने अपना स्वरूप छात्र संगठन का बनाए रखने में सफलता प्राप्त की है विद्यार्थियों के कैंपस की ओर समाज जीवन में खड़ी होने वाली विभिन्न चुनौतियों का सामना विद्यार्थी परिषद ने किया है किंतु शिक्षकों की पेशेवर किसी भी मांग को लेकर विद्यार्थी परिषद ने कभी भी आंदोलन नहीं किया है। कारण यह है कि विद्यार्थी परिषद एक छात्र संगठन है। एक व्यापक छात्र आंदोलन है। विद्यार्थी परिषद वर्ष पर्यंत छात्रों के मध्य सक्रिय रहने वाला संगठन है। प्रवेश से लेकर परीक्षा तक, अवकाश के दिनों और पुनः प्रवेश प्रक्रिया तक अर्थात पूरे वर्ष विद्यार्थी परिषद में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों द्वारा सक्रियता बनी रहती है। कुछ कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर के होते हैं जिन्हें सभी इकाइयां करती हैं। कुछ कार्यक्रम स्थानीय आवश्यकता, परिस्थितियों व महत्व के आधार पर भी आयोजित किए जाते हैं। मुख्य रूप से देशभर की विद्यार्थी परिषद के चार राष्ट्रीय कार्यक्रम होते हैं ।

इस अवसर विद्यार्थियों के समक्ष विचार रखते हुए विभाग प्रमुख प्रमेंद्र कुल्हार ने बताया ज्ञान शील एकता का ध्येय लेकर अभाविप राष्ट्रीय निर्माण की व्यापक संदर्भ में कार्य करने का लक्ष्य सामने रखकर अखिल भारतीय छात्र संगठन के रूप में समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा परिवार की सामूहिक अंतर्निहित शक्ति में विश्वास रखकर रचनात्मक कार्यों में छात्रों के कर्तव्य का संयोजन करने वाला एक दलगत राजनीतिक से ऊपर रहकर रचनात्मक गतिविधियों का निरंतर संचार करने वाला संगठन है।

सत्यनारायण शर्मा ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद स्वाधीनता के पश्चात अपने भारत की हजारों वर्षों पुरानी गौरवशाली एवं वैभवशाली परंपराओं को ध्यान में रखकर उसे पुनः आधुनिक विकसित एवं परिस्थिति जन्य दोषों से मुक्त कर भारत को एक शक्तिमान सामर्थ्यशाली स्वाभिमानी राष्ट्र के रूप में पुनर्निर्माण कर उसे राष्ट्र मल्लिका में गरिमा पूर्ण स्थान दिलाने के भव्य उद्देश्य से प्रतिबद्ध हुआ है। पंकज सैनी ने कार्यक्रम में उपस्थित कार्यकर्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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