चूरू : मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 अंतर्गत जिले में किए गए कार्यों की उपयोगिता साबित हो रही है। बरसात होने से जल संरक्षण की दिशा में अभियान अंतर्गत निर्मित जल संरचनाएं पानी से लबालब होने लगी हैं। इस संरक्षित वर्षा जल का उपयोग आमजन अपनी दैनिक आवश्यकताओं में कर सकेंगे। जिले की भौगोलिक परिस्थितियों के मध्येनजर अभियान अंतर्गत निर्मित जल संरचनाएं आमजन के लिए उपयोगी साबित हो रही हैं।
जिला कलक्टर पुष्पा सत्यानी के निर्देशानुसार सीईओ मोहनलाल खटनावलिया ने मंगलवार को जिले की सेहला, रतनसरा, जान्दवा ग्राम पंचायतों में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 अंतर्गत किए गए कार्यों का निरीक्षण किया।
उन्होंने सेहला के जगवाना जोहड़ में पक्का जोहड़ निर्माण, रतनसरा के सुरजाणा जोहड़ में पौधारोपण कार्य व पक्का जोहड़ निर्माण, तेजाणा जोहड़ में पक्का जोहड़ निर्माण एवं बिरसणा जोहड़ में सार्वजनिक कुण्ड निर्माण, रतनसरा के करणीसिंह पुत्रा मेघसिंह के खेत में टांका निर्माण तथा जांदवा में सार्वजनिक कुण्ड निर्माण व चोखाराम पुत्रा मालाराम के खेत में फार्म पॉण्ड निर्माण का निरीक्षण किया।
उन्होंने बताया कि सभी जल संरचानाओं में बरसात होने से पानी की आवक हुई है। पानी की आवक से ग्रामीण दैनिक जल आवश्यकताओं की पूति कर सकेंगे।
सीईओ खटनावलिया ने मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान 2.0 के अंतर्गत चयनित कृषकों से जल संरक्षण संरचनाओं के निर्माण हेतु 10 प्रतिशत हिस्सा राशि जमा करवाने हेतु कृषकों को समझाइश के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित कृषक द्वारा हिस्सा राशि जमा नहीं करवाए जाने पर उनका नाम वरियता सूची से हटा दिया जाएगा तथा उनके स्थान पर नये कृषकों का चयन किया जाएगा।
इस अवसर पर उन्होंने मानसून सत्र में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने का आह्वान किया।
इस दौरान वाटरशेड एसई महेन्द्र सिंह सूरा, अधिशाषी अभियन्ता महेन्द्र कुमार, सहायक अभियन्ता महेश अजाड़ीवाल, कनिष्ठ अभियन्ता सुशील, रतनसरा सरपंच विक्रमपाल थालोड़ व गिरधारीलाल खीचड़ उपस्थित रहे।