जयपुर में घरों पर बुलडोजर चलता देख,खुद तोड़ने लगे लोग:कोर्ट स्टे के बाद 20 निर्माण पर एक्शन रुका; स्कूल को 24 घंटे की मोहलत
जयपुर में घरों पर बुलडोजर चलता देख,खुद तोड़ने लगे लोग:कोर्ट स्टे के बाद 20 निर्माण पर एक्शन रुका; स्कूल को 24 घंटे की मोहलत

जयपुर : जयपुर के मानसरोवर इलाके में 1.8 किलोमीटर एरिया में जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) 200 से ज्यादा घर, दुकान, स्कूल और अवैध निर्माण तोड़ रहा है। जेडीए ने पहले दिन सोमवार को 4 घंटे में लगभग एक किलोमीटर के क्षेत्र में बने 85 मकान, दुकान, बिल्डिंग, बाउंड्री वॉल और कच्चे निर्माण को ध्वस्त किया। अब 800 मीटर क्षेत्र से बने 120 से ज्यादा अवैध निर्माण तोड़े जाएंगे। इसमें घनी आबादी वाला क्षेत्र भी शामिल है। यहां बड़ी संख्या में घर हैं। जेडीए को कार्रवाई करता देख अब कुछ लोग अपने निर्माण खुद तोड़ने लगे हैं। यह इलाका राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विधानसभा क्षेत्र सांगानेर में आता है।
जेडीए की टीम ने मंगलवार को हीरा पथ (बी-2 बाईपास न्यू सांगानेर रोड) से वंदे मातरम् मार्ग तक प्रस्तावित 100 फीट सेक्टर रोड (हिमांक पथ और चोपड़ा फार्म रोड) पर अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की। सुबह 10 बजे हीरा पथ से शुरू हुई जेडीए की कार्रवाई दोपहर 1:30 बजे सेंट टेरेसा स्कूल पर खत्म हुई। इसके बाद जेडीए के अधिकारियों ने यहां बने अवैध निर्माणों को खुद के स्तर पर हटाने की समझाइश की।

एक्शन के बाद 12 लोग खुद तोड़ रहे अपने अवैध निर्माण
इसके बाद लगभग 12 निर्माणकर्ताओं ने खुद के स्तर पर जेडीए की मशीनों की मदद से निर्माण हटाना शुरू कर दिया। अब जेडीए बुधवार को आगे की कार्रवाई करेगा। 800 मीटर क्षेत्र से बने 120 से ज्यादा अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जाएगा।
एक महीने पहले दिया था नोटिस
कार्रवाई को लेकर लेकर अवैध निर्माणकर्ताओं को एक महीने पहले ही नोटिस जारी कर दिए गए थे। इसके बाद काफी संख्या में स्थानीय लोगों ने खुद के स्तर पर भी अपने अवैध निर्माण को ध्वस्त करना शुरू कर दिया था।
20 लोग स्टे लेकर आए
251 निर्माण में से 20 लोग कोर्ट से स्टे लेकर आ गए हैं। इनमें 9 मामलों में मुआवजे को लेकर केस विचाराधीन है। वहीं, 11 में पारिवारिक विवाद और किराए नामे जैसे विवाद को लेकर कोर्ट में केस चल रहे हैं। अलग-अलग कोर्ट में सबके मामले विचाराधीन है। इनकी सुनवाई की तारीख भी अलग-अलग है। इस पूरे मामले में हाईकोर्ट के आदेश पर ही अंतिम फैसला होगा। क्योंकि जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही अवैध निर्माण तोड़ सेक्टर रोड बनाई जा रही है।
जयपुर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त सुनील शर्मा ने बताया- फिलहाल जो मामले कोर्ट में विचाराधीन है। उन पर जयपुर विकास प्राधिकरण की लीगल टीम काम कर रही है। जल्द ही इन मामलों को लेकर हम कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे। हाईकोर्ट के दिशा निर्देश में ही आगे की कार्रवाई को पूरा किया जाएगा।
9 मामलों में मुआवजे की मांग की गई
वहीं, इनमें 9 मामले ऐसे हैं, जिनका निर्माण 2003 से पहले का है। इन लोगों ने जयपुर विकास प्राधिकरण से मुआवजे की मांग की है। फिलहाल यह मामला कोर्ट में है।
स्कूल को 24 घंटे की मोहलत दी गई
जयपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य नियंत्रक महेंद्र कुमार शर्मा ने कहा- सेंट टेरेसा स्कूल के संचालकों को अवैध निर्माण हटाने के लिए अगले 24 घंटों की मोहलत दी गई है। अगर इसके बाद भी अवैध निर्माण को स्कूल द्वारा अपने स्तर पर नहीं हटाया गया। जयपुर विकास प्राधिकरण की टीम अवैध निर्माण को तोड़ेगी।
इन कॉलोनियों में टूटेंगे निर्माण
नगर निगम अब 20 कॉलोनियों से जुड़े अवैध निर्माण को तोड़ेगा। ये इलाके घनी आबादी वाले हैं। यहां सड़क किनारे बड़ी संख्या में घर हैं। इनमें उत्तम नगर, श्रीराम नगर, सुमेर नगर विस्तार, रघु विहार, कृष्णा विहार विस्तार, शंकर वाटिका, सुमेर नगर, श्रीराम कॉलोनी, सूरज वाटिका, बालाजी नगर, कैलाशपुरी, कृष्णा विहार- ए और बी, श्रीगोपाल नगर, शिव वाटिका, सुखीजा विहार विस्तार, चौपड़ा एन्क्लेव, बाबू नगर, शिव वाटिका सी, गणपति एन्क्लेव शामिल हैं।
27 कॉलोनियों में रहते हैं 10 हजार से ज्यादा लोग
हीरा पथ से लेकर वंदे भारत सर्किल तक 1 किलोमीटर 800 मीटर क्षेत्र की सड़क जयपुर विकास प्राधिकरण से स्वीकृत और गैर स्वीकृत कुल 27 कालोनियां गुजरती है। जहां 251 पक्के निर्माण है। जिनमें लगभग 10 हजार से ज्यादा आबादी रहती है।
5 जेसीबी, 3 ड्रिल मशीन और 10 से ज्यादा डंपर तैनात किए
वंदे मातरम मार्ग पर अवैध निर्माण को हटाने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते के 50 से ज्यादा अधिकारी कर्मचारी, 100 पुलिस कर्मचारी लाइन के जवान और 50 से ज्यादा कर्मचारी जोन स्तर के मौजूद रहेंगे। इस दौरान 5 जेसीबी, 3 ड्रिल मशीन (दो बड़ी एक छोटी) के साथ ही 10 से ज्यादा डंपर और ट्रेक्टर की मदद से अवैध निर्माण हटाया जाएगा।
ये है मामला
पृथ्वीराज नगर इलाके में जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा वंदे मातरम मार्ग से न्यू सांगानेर रोड तक 100 फीट की सेक्टर रोड प्रस्तावित थी। इसके निर्माण की मांग को लेकर स्थानीय निवासियों ने लंबे वक्त से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। पिछले साल 16 नवंबर 2023 को हाईकोर्ट ने सेक्टर रोड को चौड़ा करने के आदेश दिए थे। तब कार्रवाई नहीं हो पाई थी।
वहीं, राजस्थान में नई सरकार के गठन के बाद जयपुर विकास प्राधिकरण ने कोर्ट के आदेश का हवाला देकर मई में अवैध निर्माणकर्ताओं को नोटिस जारी कर एक महीने की मोहलत दी थी। लेकिन अवैध निर्माण नहीं हटाए गए। जयपुर विकास प्राधिकरण की टीम ने 18 जून से 21 जून तक अवैध निर्माण हटाने का लक्ष्य रखा है।
100 फीट रोड के निर्माण का फायदा किसको मिलेगा?
वंदे भारत सर्किल तक 1 किलोमीटर 800 मीटर तक 100 फीट लिंक रोड का निर्माण पूरा होने के बाद पृथ्वीराज नगर और मानसरोवर में रहने वाले लाखों लोगों को इसका सीधा फायदा होगा। इससे अजमेर रोड और न्यू सांगानेर रोड के साथ ही अन्य वैकल्पिक मार्ग पर वाहनों की आवाजाही का दबाव कम होगा।

परेशान लोगों ने सड़क चौड़ी करने की याचिका लगाई थी
वंदे मातरम सेक्टर रोड के निर्माण की मांग को लेकर पिछले लंबे वक्त से स्थानीय निवासियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में भी प्रस्तावित रोड के निर्माण को लेकर याचिका भी लगाई थी। उन्हीं में से एक प्रमोद कुमार ने कहा- सरकार द्वारा बहुत पहले ही इस सड़क का निर्माण किया जाना चाहिए था। ताकि यह रहने वाले हजारों लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिल सके। बारिश में इस सड़क पर से गुजराना अपनी जान को जोखिम में डालने जैसा हो जाता है। टूटी-फूटी सड़क पर दो-दो फीट के गड्ढे मौत को न्यौता देते हैं। ऐसे में जो लोग बेवजह सरकारी जमीन पर कब्जा कर निर्माण कर बैठे हैं। उन्हें खुद ही अपने निर्माण को हटा देना चाहिए।
इन इलाकों में भी कार्रवाई की तैयारी
इसके साथ ही भविष्य में जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा न्यू सांगानेर रोड, पृथ्वीराज नगर, सिरसी, जगतपुरा और अजमेर रोड क्षेत्र में सरकारी जमीन और सड़क पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने की तैयारी की जा रही है।
जयपुर विकास प्राधिकरण के मुख्य नियंत्रक अधिकारी महेंद्र कुमार शर्मा ने बताया- मंगलवार को हुई कार्रवाई के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने खुद के स्तर पर ही अपने निर्माण को हटाना शुरू कर दिया था। काफी लोग ऐसे भी थे, जिन्होंने अपने निर्माण को नहीं हटाया है। उनके खिलाफ बुधवार को जयपुर विकास प्राधिकरण की टीम कार्रवाई को अंजाम देगी। इस दौरान टीम के साथ ही अतिरिक्त पुलिस जाब्ता भी तैनात रहेगा। ताकि किसी भी तरह के विरोध या स्थिति से निपटा जा सके।