जयपुर से 25 लाख ठगकर बहन का मायरा भरा:उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और बिहार के लोगों के नाम पर सिम खरीदता था बदमाश, एक गिरफ्तार
जयपुर से 25 लाख ठगकर बहन का मायरा भरा:उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और बिहार के लोगों के नाम पर सिम खरीदता था बदमाश, एक गिरफ्तार

जयपुर : जयपुर में एक शातिर ठग को 25 लाख रुपए की धोखाधड़ी के केस में गिरफ्तार किया गया है। आरोपी रुपए ट्रांसफर करने के लिए फंसाता था। फिर रुपए लूटकर भाग जाता था। आरोपी लोगों को फंसाने और पुलिस से बचने के लिए उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार के लोगों के नाम से सिम और मोबाइल फोन खरीदता है।
पुलिस ने इन सभी मोबाइल पोन और सिम को रिकवर कर लिया है। शातिर ठग मामराज को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। ठग ने लूट की इस रकम से अपनी बहन का 10 लाख का मायरा भरा था। इस काम में परिवार के लोग भी आरोपी की मदद करते थे।
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा डूडी ने बताया- 24 मई को पीड़ित बाबूलाल शर्मा ने विद्याधर नगर थाने में रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में बताया- उसकी बेटी को मुंबई में फ्लैट खरीदना था। इसके लिए 25 लाख रुपए मुंबई भेजने थे। बाबूलाल किसी परिचित के जरिए विजय शर्मा आगंड़िया (असली नाम विजय सिंह) से सम्पर्क में था।
विजय शर्मा ने पीड़ित को उकसाया कि बैंक से ट्रांसफर में पैसा लग जाएगा। मैं आपका पैसा 3-4 घंटे में दिलवा दूंगा। पीड़ित उसके बहकावे में आ गया। 25 लाख रुपए उसके बताए आदमी ललित (असली नाम मामराज) को दे दिए। पैसा देने के बाद विजय शर्मा ने बाबूलाल की ललित से बात कराई। इस पर विजय ने कहा- पैसा दो तीन घंटे में पहुंच जाएगा। इसके बाद से दोनों का मोबाइल बंद हो गया। इस पर विद्याधर नगर थाना पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की।
अनुसंधान के दौरान सामने आया कि दोनों आरोपियों का नाम व मोबाइल नंबर गलत है। आरोपियों द्वारा उड़ीसा व बिहार की सिम अन्य लोगों के नाम से जारी करवाकर इस्तेमाल किया जा रहा है। खुद के नाम जारी ऑरिजिनल सिम का यूज नहीं किया जाता।
इस जांच में पुलिस ने तीन लोगों को आरोपी बनाया। जांच करते हुए पुलिस मामराज गोदारा (50) पुत्र देवाराम गोदारा निवासी गांव राणेरा बास गुसाईसर पुलिस थाना नापासर तहसील व जिला बीकानेर को गिरफ्तार किया। इसे कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।
शातिर ठग का वारदात करने का तरीका
पुलिस जांच में सामने आया ठगी के इस खेल में राजाराम नाम का ठग हवाला का काम करता है। इसके पास कई व्यापारियों के मोबाइल नम्बर, घर का पता और व्यापार करने वालों की जानकारी थी। राजाराम फर्जी सिम कार्ड व मोबाइल का अरेंजमेंट करता है। इसके बाद गिरफ्तार आरोपी मामराज को फर्जी सिम कार्ड व मोबाइल देता है।
आरोपी ने मामराज को जयपुर के व्यापारियों के नम्बर भी दिए थे। विजय सिंह नाम के व्यक्ति को अपने साथ शामिल कर लिया था। व्यापारियों से मामराज मोबाइल पर बात करता रहता था। लोगों को बिजनेस आइडिया बताकर और रुपए दूसरी जगह भेजने के नाम पर व्यापारियों को विश्वास में लेता था। फिर रकम विजय सिंह को दिलवा देता है। इसके बाद सभी अपने मोबाइल बंद कर फरार हो जाते हैं। धोखाधड़ी कर के कमाई गए पैसे को आपस में बांट लेते हैं।
पुलिस को इनकी तलाश
पुलिस अभी राजाराम सहारण(49) पुत्र हेमाराम सहारण निवासी गांव राणेरा बास गुसाईसर पुलिस थाना नापासर तहसील और विजय सिंह पुत्र विशाल सिंह तंवर निवासी एस-74 शान्ति नगर खातीपुरा रोड़ अजमेर रोड़ मोर्डन स्कूल स्टेशन रोड़ जयपुर की तलाश कर रही हैं।