167 वें दिन भी धरना जारी : संघर्ष जारी यमुना समझौते का पानी मिले वरना मरने तक जूझते रहेंगे हम
167 वें दिन भी धरना जारी : संघर्ष जारी यमुना समझौते का पानी मिले वरना मरने तक जूझते रहेंगे हम

चिडावा : चिडावा-सिघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आज 167 वें दिन भी जारी रहा। धरने पर पहुँच रहे हैं सैंकड़ों गाँव गाँव से सैंकड़ों किलोमीटर दूर दूर से किसान व आम नागरिक तथा धरने पर पहुँचे रणधीर ओला व कुलदीप ने कहा कि साढ़े पांच या छ:महीने से लालचौक पर हो रहा आन्दोलन व धरना व यमुना नहर को हमारे शेखावाटी क्षेत्र में जीवन बचाने को लेकर है लगा हुआ है जिसकी शुद आज तक सरकार ने नहीं ली है अतः यहाँ का किसान व आम तबका नराजगी के साथ साथ भारी गुस्से में है और उग्रता लाने के लिए गाँव गाँव सम्पर्क में जुटे हुए किसानों को शान्त करना सरकार के लिए भारी पडेगा।
किसानों के अगले कदम उठाने से पहले कोई ठोस फैसला नहर के लिए किसानों को विश्वास में लेकर करना चाहिए वरना ये धरतीपुत्र जब चलेगा कारवां लेकर तो ना सरकारों की सुनेंगे और ना कोई रोक पाऐगा। मजबूरी रहेगी इस क्षेत्रवासियों की पानी बिना जिन्दा बच पाना मुश्किल है तथा मरना तो प्यासा भी है तो फिर अपने 1994 में पानी के लिए हुए समझौते के अनुसार पानी का अधिकार प्राप्त करने के लिए संघर्ष करेंगे, लडेंगे, मरेंगे, मारेंगे पर पानी, नहर लिऐ बिना नतो धरना हटेगा और ना शांत बैठेंगे। केन्द्र सरकार को आगे आकर इस मामले का सलटारा करना चाहिए हरियाणा सरकार से बात करें और पानी लाऐं।
धरने पर आज किसान सभा के तहसील प्रभारी जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, शेखावाटी नहर आन्दोलन प्रवक्ता विजेंद्र शास्त्री, ताराचंद तानाण, सुरेन्द्र सिंह व हेमन्त बांझडौली, जयसिंह हलवाई, दीपक व सुनिल नालपुर, योगेन्द्र, मोनिका व श्रेया किढवाना, जयन्त चौधरी, सौरभ सैनी, अमित, इन्द्रजीत, एस पी जांगिड, अक्षय सिरसला, हजारी शाहपुर सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।