जनमानस शेखावाटी संवाददाता : राजेश कुमार गुप्ता
खेतड़ी : खेतड़ी उपखण्ड के देवनगर बाडलवास में 8 दिवसीय श्रीराम कथा महायज्ञ के सातवें दिन श्रीराम सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाया गया कि किस प्रकार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ने भगवान शंकर के शिव धनुष को तोड़कर राजा जनक की प्रतिज्ञा को पूरा कर माता जानकी से स्वयंवर रचा सथा ही भरत, लक्ष्मण व शत्रुघ्न का विवाह भी राजा जनक की अन्य पुत्रियों के साथ हुआ। इसके साथ ही शनिवार को संतों का भव्य स्वागत किया गया तथा बतीसा संत मण्डल के विशिष्ट संतों द्वारा महाण्डेशवर पुरुषोत्तम दास महाराज की चादर विधी एवं स्थान कि महंताई हुई जिसमें अयोध्या, हरिद्वार, वृंदावन, कुरुक्षेत्र, से पधारे संत महात्माओं का स्थानीय भक्तों द्वारा रविवार को विदाई समारोह व पूर्ण आहुति एवं भण्डारे आयोजन किया जाएगा ।