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जयपुर : जयपुर जॉब फेयर में 56 हजार कैंडिडेट्स, नौकरी 3000 को:18 हजार की सैलरी में अहमदाबाद बुला रहीं कंपनियां; फ्रेशर-प्राइवेट ITI को ना


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जयपुर : जयपुर जॉब फेयर में 56 हजार कैंडिडेट्स, नौकरी 3000 को:18 हजार की सैलरी में अहमदाबाद बुला रहीं कंपनियां; फ्रेशर-प्राइवेट ITI को ना

जयपुर जॉब फेयर में 56 हजार कैंडिडेट्स, नौकरी 3000 को:18 हजार की सैलरी में अहमदाबाद बुला रहीं कंपनियां; फ्रेशर-प्राइवेट ITI को ना

जयपुर : जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में सरकार और प्राइवेट कंपनियों के ‘मेगा जॉब फेयर’ में दो दिन में कुल 3 हजार युवाओं को ही जॉब लेटर मिले। वहीं, सरकार का दावा है कि कुल 56 हजार 476 ऑनलाइन रजिस्टर्ड युवाओं में से 30 हजार ने इंटरव्यू दिया।

इनमें से 10 हजार कैंडिडेट्स को 70 से ज्यादा कंपनियों ने शॉर्ट लिस्ट किया है, जिन्हें रोजगार देने का प्रोसेस शुरू किया गया है। स्किल, एंप्लॉयमेंट एंड आंत्रप्रेन्योरशिप डिपार्टमेंट और सरकार का दावा था कि 12 हजार से 15 हजार तक जॉब्स इस फेयर में दिलाई जाएंगी, लेकिन अब 7 दिन में प्रोसेस आगे पूरा होने की बात कही गई है।

वहीं, दूसरे दिन इंटरव्यू नहीं हुए और युवाओं को निराश लौटना पड़ा। फ्रेशर्स को लेने से कंपनियों ने साफ मना कर दिया। प्राइवेट औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (ITI) पास वाले कैंडिडेट्स की जगह सरकारी ITI की डिमांड से बड़ी तादाद में कैंडिडेट बाहर हो गए। ज्यादातर कंपनियों ने सैलरी स्ट्रक्चर 10 हजार से 18 हजार रुपए तक बताया।

इसके बावजूद नौकरी के लिए युवाओं की भीड़ थी। अलग-अलग कंपनियों ने कैंडिडेट्स को आश्वासन दिए हैं कि आपको 2-3 दिन, 7 दिन या 15-20 दिन में कॉल आएंगे।

जयपुर से पहले जोधपुर में भी जॉब फेयर लगाया गया था। यहां देश की टॉप आईटी कंपनियों के साथ कंज्यूमर गुड्स वाली कंपनियां भी पहुंची थीं।
जयपुर से पहले जोधपुर में भी जॉब फेयर लगाया गया था। यहां देश की टॉप आईटी कंपनियों के साथ कंज्यूमर गुड्स वाली कंपनियां भी पहुंची थीं।

कुल मिलाकर 3000 युवाओं को ही अब तक जॉब ऑफर लेटर मिले हैं। पहले दिन फेयर में 16 हजार और दूसरे दिन 14 हजार कैंडिडेट्स ने विजिट किया। पहले दिन 850 युवाओं को ऑफर लेटर दिए गए।

दूसरे दिन 2150 को जॉब ऑफर हुए। वहीं, डिपार्टमेंट कमिश्नर ने कहा कंपनियों ने हमसे 10 से 12 हजार नौकरियां देने का प्रॉमिस किया है, जो अगले 7 दिन में मिलेगी।

अपना जॉब्स ऑनलाइन पोर्टल से राजस्थान सरकार ने 10 हजार जॉब्स दिलाने के लिए दूसरे दिन MOU किया।
अपना जॉब्स ऑनलाइन पोर्टल से राजस्थान सरकार ने 10 हजार जॉब्स दिलाने के लिए दूसरे दिन MOU किया।

दूसरे दिन इंटरव्यू नहीं लिए

मेगा जॉब फेयर में दूसरे दिन पहुंचे बेरोजगार युवाओं के ज्यादातर कंपनियों ने इंटरव्यू ही नहीं लिए। उनसे या तो बायोडेटा रखवा लिए गए या फिर रजिस्ट्रर में नाम, फोन नंबर और रजिस्ट्रेशन नम्बर की एंट्री करवाकर खानापूर्ति कर ली गई। दूसरे दिन 8वीं,10वीं फेल, 10वीं पास, 12वीं पास को नौकरियां नहीं दी गईं। कंपनियों ने यह कहते हुए कैंडिडेट को बैरंग लौटा दिया कि पहले ही दिन फ्रेशर्स बहुत ज्यादा हायर किए जा चुके हैं।

बहुत से कैंडिडेट्स प्राइवेट ITI पास किए हुए फेयर में जॉब की तलाश में पहुंचे। उन्हें जेसीबी जैसी कंपनियों ने यह कहते हुए लौटा दिया कि उनके क्राइटेरिया में प्राइवेट नहीं सिर्फ गवर्नमेंट ITI ही आती हैं। उसमें भी फ्रेशर नहीं एक्सपीरियंस्ड कैंडिडेट चाहिए।

एडेक्को जैसी कंपनियों ने फ्रेशर्स को लेने से दूसरे दिन साफ मना कर दिया। आईटीआई, डिप्लोमा होल्डर्स, पॉलिटेक्निक या उससे ऊपर योग्यता वाले कैंडिडेट के ही रेज्युमे एक्सेप्ट किए गए।

फ्रेशर कैंडिडेट्स का यह दर्द निकलकर सामने आया कि वह प्रदेश के कई जिलों से इस जॉब फेयर में किराया लगाकर हिस्सा लेने पहुंचे, लेकिन न तो उनका इंटरव्यू हुआ, न जॉब का कोई आश्वासन ही मिला। फ्रेशर्स को साफ साफ मना कर दिया गया।

बिड़ला ऑडिटोरियम में लगाए गए सरकार और प्राइवेट कंपनियों के 'मेगा जॉब फेयर' में दूसरे दिन जयपुर के अलावा दौसा, भरतपुर, कोटा भी युवा पहुंचे।
बिड़ला ऑडिटोरियम में लगाए गए सरकार और प्राइवेट कंपनियों के ‘मेगा जॉब फेयर’ में दूसरे दिन जयपुर के अलावा दौसा, भरतपुर, कोटा भी युवा पहुंचे।

अब पढ़िए जॉब की तलाश में फेयर में आए युवाओं का क्या है कहना…

झुंझुनूं के मोनू सैन ने कहा- 10 से 15 हजार की नौकरी है। 12 घंटे ड्यूटी टाइम है। नौकरी भी अहमदाबाद,गुजरात में करनी है। बेरोजगारी है, इसलिए कोई और ऑप्शन नहीं है, क्या करें?
झुंझुनूं के मोनू सैन ने कहा- 10 से 15 हजार की नौकरी है। 12 घंटे ड्यूटी टाइम है। नौकरी भी अहमदाबाद,गुजरात में करनी है। बेरोजगारी है, इसलिए कोई और ऑप्शन नहीं है, क्या करें?
बाड़मेर के ओमाराम ने कहा- मुझे कल सायफ्यलूर इंडिया कंपनी के सीतापुरा हेडऑफिस बुलाया है। सैलेरी 11 हजार बताई है। पीएफ वगैरह कटकर हाथ में 8 हजार आएगी। सैलरी कम है, लेकिन दूसरा ऑप्शन नहीं है।
बाड़मेर के ओमाराम ने कहा- मुझे कल सायफ्यलूर इंडिया कंपनी के सीतापुरा हेडऑफिस बुलाया है। सैलेरी 11 हजार बताई है। पीएफ वगैरह कटकर हाथ में 8 हजार आएगी। सैलरी कम है, लेकिन दूसरा ऑप्शन नहीं है।
अंकित अग्रवाल ने सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में सैलरी 15 से 20 हजार रुपए बताई है। कोर्स के लिए बड़ा खर्च किया है, अब आप समझ ही लो। रिलायंस में मैंने अप्लाई किया। उन्होंने कहा 15-20 दिन का टाइम लगेगा, लेकिन आपको कॉल जरूर आएगा। मेरी डिग्री टेक्निकल नहीं है।
अंकित अग्रवाल ने सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में सैलरी 15 से 20 हजार रुपए बताई है। कोर्स के लिए बड़ा खर्च किया है, अब आप समझ ही लो। रिलायंस में मैंने अप्लाई किया। उन्होंने कहा 15-20 दिन का टाइम लगेगा, लेकिन आपको कॉल जरूर आएगा। मेरी डिग्री टेक्निकल नहीं है।

सॉफ्टवेयर डेवलपर को 15 हजार सैलरी

यहां आए एक युवा अंकित अग्रवाल ने बताया मैंने कुछ जगह CV दिया है। उन्होंने एक दो दिन में कॉल करने की बात कही। ऑफिस और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के लिए मैंने अप्लाई किया है। उसके लिए यहां ज्यादा कंपनियां नहीं हैं, सच बात कहूं तो सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में स्टार्टिंग सैलेरी 15 से 20 हजार रुपए ज्यादा से ज्यादा है। हो सकता है जोधपुर, जयपुर में कुछ को अच्छे ऑफर किए होंगे, लेकिन अभी तक मेरा जितना एक्सपीरियंस रहा है, वो बताया।

दौसा के रामखिलाड़ी प्रजापत ने कहा-12वीं पास के लिए जॉब नहीं मिल रही। 100-150 रुपए किराया लगाकर हम रोजगार मेले में आए हैं।
दौसा के रामखिलाड़ी प्रजापत ने कहा-12वीं पास के लिए जॉब नहीं मिल रही। 100-150 रुपए किराया लगाकर हम रोजगार मेले में आए हैं।

12वीं पास का रेज्युमे नहीं ले रहे, 100-150 रुपए किराया और लग गया

दौसा जिले के रामखिलाड़ी प्रजापत ने कहा-मैंने 8वीं,10वीं पास कर ली। 12वीं क्लास तक पढ़ लिया। आर्थिक तंगी के कारण आगे पढ़ नहीं सकते। 12वीं पास के लिए यहां पर कुछ जॉब नहीं मिल रही है। रेज्युमे ही नहीं ले रहे हैं।

100-150 रुपए किराया लगाकर हम यहां पर आए हैं, लेकिन यहां मना कर रहे हैं, कंपनी वाले कह रहे हैं कि हम यहां पर डिप्लोमा, आईटीआई, पॉलिटेक्निक पास को ही लेंगे।

जयपुर के रमेश यादव ने कहा- 2 से 4 साल का एक्सपीरियंस कंपनियां मांग रही हैं। फ्रेशर को यहां नहीं ले रहे। सरकार ने जो विज्ञापन दिए वो बढ़ा चढ़ाकर दिए हैं। वहां पर फ्रेशर भी दिया गया था। लेकिन फ्रेशर को यहां ले ही नहीं रहे हैं। मैंने 3 कंपनियों में अप्लाई किया। अब वॉट्सऐप नंबर दे रहे हैं।
जयपुर के रमेश यादव ने कहा- 2 से 4 साल का एक्सपीरियंस कंपनियां मांग रही हैं। फ्रेशर को यहां नहीं ले रहे। सरकार ने जो विज्ञापन दिए वो बढ़ा चढ़ाकर दिए हैं। वहां पर फ्रेशर भी दिया गया था। लेकिन फ्रेशर को यहां ले ही नहीं रहे हैं। मैंने 3 कंपनियों में अप्लाई किया। अब वॉट्सऐप नंबर दे रहे हैं।
इंटरव्यू तो कोई ले नहीं रहा, कहा- हमने क्वालिफिकेशन बाहर चिपका रखी है। सैलेरी स्ट्रक्चर भी 10 से 12 हजार रुपए बताया है। कैंडिडेट दिनेश ने बताया कि मैंने पीजी किया हुआ है बैक ऑफिस के लिए अप्लाई किया था। इतने कम पैसे मिल रहे हैं।
इंटरव्यू तो कोई ले नहीं रहा, कहा- हमने क्वालिफिकेशन बाहर चिपका रखी है। सैलेरी स्ट्रक्चर भी 10 से 12 हजार रुपए बताया है। कैंडिडेट दिनेश ने बताया कि मैंने पीजी किया हुआ है बैक ऑफिस के लिए अप्लाई किया था। इतने कम पैसे मिल रहे हैं।
मुकेश सिंह शेखावत ने कहा-इंडस टावर कंपनी में सिविल इंजीनियर पोस्ट पर एक्सपीरियंड कैंडिडेट के तौर पर अप्लाई किया है। सैलेरी 18 हजार से 28 हजार रुपए तक बताई है। जॉब मिलेगी तो एडजस्टमेंट करना होगा।
मुकेश सिंह शेखावत ने कहा-इंडस टावर कंपनी में सिविल इंजीनियर पोस्ट पर एक्सपीरियंड कैंडिडेट के तौर पर अप्लाई किया है। सैलेरी 18 हजार से 28 हजार रुपए तक बताई है। जॉब मिलेगी तो एडजस्टमेंट करना होगा।
गिरधारी लाल ने जेसीबी कंपनी में अप्लाई किया, लेकिन प्राइवेट आईटीआई पास होने के कारण रिजेक्ट कर दिया। यहां 4-5 दिन में ऑफर लेटर देने की बात कही है।
गिरधारी लाल ने जेसीबी कंपनी में अप्लाई किया, लेकिन प्राइवेट आईटीआई पास होने के कारण रिजेक्ट कर दिया। यहां 4-5 दिन में ऑफर लेटर देने की बात कही है।
श्रवण ने कहा- JCB वाले बोल रहे हैं गवर्नमेंट ITI वाले कैंडिडेट को लेंगे। प्राइवेट ITI वालों को नहीं। साथ में एक्सपीरियंस मांग रहे हैं।
श्रवण ने कहा- JCB वाले बोल रहे हैं गवर्नमेंट ITI वाले कैंडिडेट को लेंगे। प्राइवेट ITI वालों को नहीं। साथ में एक्सपीरियंस मांग रहे हैं।
एडेक्को कंपनी के गोविंद ने बताया कि हम आईटीआई, डिप्लोमा को ले रहे हैं। 10वीं-12वीं पास को नहीं ले रहे हैं। कल बहुत सारे कैंडिडेट का फ्लो आ गया। आज हम नहीं ले रहे हैं। आज जो रिक्वायरमेंट टेक्निकल में बचा है, वही ले रहे हैं।
एडेक्को कंपनी के गोविंद ने बताया कि हम आईटीआई, डिप्लोमा को ले रहे हैं। 10वीं-12वीं पास को नहीं ले रहे हैं। कल बहुत सारे कैंडिडेट का फ्लो आ गया। आज हम नहीं ले रहे हैं। आज जो रिक्वायरमेंट टेक्निकल में बचा है, वही ले रहे हैं।
जेसीबी कंपनी के प्रतिनिधि मयंक ने बताया कि हम गवर्नमेंट ITI- 2018, 2019, 2020, 2021 के कैंडिडेट को ही ले रहे हैं। प्राइवेट आईटीआई वाले हमारे क्राइटेरिया में नहीं आते हैं। अभी हमने 50 जॉब्स की रिक्वायरमेंट दी है। उससे ज्यादा भी मिलेंगे तो ले लेंगे।
जेसीबी कंपनी के प्रतिनिधि मयंक ने बताया कि हम गवर्नमेंट ITI- 2018, 2019, 2020, 2021 के कैंडिडेट को ही ले रहे हैं। प्राइवेट आईटीआई वाले हमारे क्राइटेरिया में नहीं आते हैं। अभी हमने 50 जॉब्स की रिक्वायरमेंट दी है। उससे ज्यादा भी मिलेंगे तो ले लेंगे।

जेसीबी कंपनी के प्रतिनिधि ने कहा कि कम से कम 6 महीने का एक्सपीरियंस भी होना जरूरी है। कैंडिडेट्स के एटिट्यूट में दिक्कत नहीं है। हम क्राइटेरिया चेक कर रहे हैं। एटीट्यूड बेसिस पर हमने किसी को मना नहीं किया है। लेकिन क्राइटेरिया में फिट होने चाहिए। हमारी पॉलिसी कहती है कि हम गवर्नमेंट आईटीआई ही ले सकते हैं।

रेनू जयपाल, कमिश्नर, स्किल,एम्पलॉयमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप डिपार्टमेंट, राजस्थान।
रेनू जयपाल, कमिश्नर, स्किल,एम्पलॉयमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप डिपार्टमेंट, राजस्थान।

दो दिन में कुल 3000 ऑफर लेटर दिए

”मेगा जॉब फेयर में कुल रजिस्ट्रेशन 56476 चला गया है। पहले दिन 850 ऑफर लैटर दिए थे। दूसरे दिन तक कुल 3000 तक ऑफर लैटर इश्यू किए हैं। बाकी 10 हजार कैंडिडेट और कंपनियों ने शॉर्ट लिस्ट किए हैं। अगले 7 दिन में ये रोजगार कंपनियां देंगी। हो सकता है आंकड़ा 15 हजार तक छू जाए। सैलेरी स्ट्रक्चर कंपनियां ही तय कर रही हैं। 10 हजार रुपए महीने से कम सैलेरी नहीं रखी। मिनिमम सैलरी से कम कोई कंपनी नहीं देगी। फेयर के दूसरे दिन अपना जॉब कंपनी के साथ MOU हुआ। जो हमें साल में 10 हजार तक जॉब ऑफर करेगी।’

अपना जॉब्स के एसोसिएट डायरेक्टर निहाल रुस्तगी ने बताया कि राजस्थान सरकार के साथ ‘अपना जॉब्स’ ने MOU किया है कि हम 10 हजार जॉब्स देंगे। जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर में हम पहले से काम कर रहे हैं। अब सरकार के साथ और ज्यादा जॉब क्रिएट कर पाएंगे। क्योंकि हम देख रहे हैं कि लघु उद्योग, MSME से जॉब्स आ रही हैं। अपना जॉब्स हाइपर लोकल जॉब अपॉर्चुनिटी देती है। घर के आसपास और प्रदेश में ही जॉब मिल सकेंगी। अभी हम 75 शहरों में हम ऑपरेशनल हैं।

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