चिड़ावा : चिड़ावा में एक विवाहिता का शव शनिवार रात को फंदे से झूलता मिला। पीहर पक्ष ने ससुराल पक्ष पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को सरकारी अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया।
दहेज के लिए परेशान करने के आरोप
महिला भारती की शादी 2009 में खेतड़ी रोड निवासी सोनू के साथ हुई थी। जिनके एक 11 साल का लड़का है। भारती एक निजी स्कूल में टीचर थी, जबकि पति सोनू एक सरकारी टीचर है। भारती के भाई गोविंद मेघवाल ने ससुराल पक्ष के खिलाफ बहन भारती की हत्या करने या आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
गोविंद ने भारती के पति सोनू, ससुर रामरतन, सास सुमित्रा, जेठ सतीश, जेठानी सुमन, देवर राजेश, देवरानी रश्मि, देवर दिनेश, देवरानी प्रिया के खिलाफ नामजद मामला दर्ज करवाया है। गोविंद ने रिपोर्ट में लिखा है कि उसकी बहन ने 8 जून को दोपहर डेढ़ बजे अपनी भाभी को फोन कर बताया कि ससुराल वाले उसके साथ मारपीट कर रहे हैं। इसके बाद रात को 8.56 बजे फोन आया कि भारती ने सुसाइड कर लिया। गोविंद ने ससुराल पक्ष पर बहन भारती को बार-बार दहेज को लेकर परेशान करने और ससुर पर शारीरिक उत्पीड़न का आरोप भी लगाया है।
पूरे मामले की जांच डीएसपी विकास करेंगे। पीहर पक्ष से आए परिजनों मौजूदगी में ही शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया। डीएसपी ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे। इस दौरान ससुराल पक्ष और पीहर पक्ष में झड़प भी हुई, जिसे पुलिस ने समझाइश कर शांत किया।
गोविंद ने बताया कि दो साल पहले सोनू को पोक्सो एक्ट में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन एक साल जेल में रहने के बाद वह जमानत पर बाहर आ गया। सोनू के परिवार की किसी अन्य महिला के साथ अवैध संबंध के आरोप भी लगाए है।
गोविंद ने बताया कि भारती के साथ 5 मई को मारपीट की गई और उसे घर से बाहर निकाल दिया गया। जिसके बाद वो 6 मई को अपने पीहर रेवाड़ी चली आई। लेकिन 2 जून को ननदोई संजय, ननद रोशनी और विमला रेवाड़ी आए और अपनी जिम्मेदारी पर उसे फिर ससुराल चिड़ावा ले आए। यहां पर फिर से उसके साथ मारपीट होने लगी और दहेज के लिए परेशान किया जाने लगा।