राजस्थान में नौतपा के चौथे दिन भी भीषण करने का दौर जारी रहेगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए प्रदेश के 20 जिलों में रेड अलर्ट, जबकि राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के 5 दिनों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान तेज धूप और लू के थपेड़े दिन के साथ रात में भी आम जनता को परेशान करेंगे।
वहीं, आज देर शाम से तेज हवा का दौर भी शुरू होगा, जो गर्मी के असर को और ज्यादा बढ़ा सकता है। राजस्थान में बीते एक हफ्ते में गर्मी और लू के कारण 35 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, सरकार ने अब मौतों की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
जयपुर मौसम केंद्र ने आज प्रदेश के अलवर, बारां, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, झालावाड़, झुंझुनूं, करौली, कोटा, सवाई माधोपुर, सीकर, बाड़मेर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जालोर, जोधपुर, नागौर और श्रीगंगानगर में रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं जयपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, टोंक और पाली में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
अजमेर और चित्तौड़गढ़ में येलो अलर्ट जारी किया गया है। जहां आम आदमी को प्रचंड गर्मी से मामूली राहत मिलने की संभावना है। जबकि बांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही और उदयपुर में जनता को प्रचंड गर्मी से राहत मिलेगी और मौसम सामान्य रहेगा।
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान और पाकिस्तान के आसपास पिछले कुछ दिनों से दो एंटी साइक्लोन सिस्टम एक्टिव है। इसके चलते भारत के पश्चिमी हिस्से में इन दिनों पूरी तरह वेस्टर्न विंड का प्रभाव है।
एंटी साइक्लोन में प्रेशर सिस्टम बनता है और हवा आसमान से धरती तरफ आती है। इसके अलावा दूसरा बड़ा कारण ईस्टर्न (पूर्वी) विंड का थमना। बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात के कारण पूर्वी हवा आनी बंद हो गई। यही कारण रहा कि राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से इतनी तेज गर्मी पड़ रही है।
शर्मा ने बताया कि अगले 72 घंटों में प्रदेश के तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो जाएगा और धीरे-धीरे गर्मी में कमी आने लगेगी। इसके बाद इस सीजन में अब इतनी गर्मी नहीं रहेगी। वहीं जून के शुरुआती सप्ताह में बादलों की आवाजाही के साथ ही प्रदेश में प्री मानसून की बारिश बढ़ती गर्मी से प्रदेशवासियों को राहत देगी।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर लगातार जारी है। जिसकी वजह से यह प्रदेश के 2 दर्जन से ज्यादा जिलों का तापमान जहां 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। वहीं सीमावर्ती क्षेत्रों में आसमान से आग बरस रही है। जिसकी वजह से प्रदेश में अब तक 35 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि सरकार एक भी मौत का कारण गर्मी नहीं मान रही है। जबकि मौसम विभाग लगातार जनता से भीषण गर्मी से बचने की अपील कर रहा है।