134 वां दिन से धारणा जारी : सरकार ने बात नहीं मानी तो ईंट से ईंट बजा देंगे, क्या करें मजबूर हो गऐ
134 वां दिन से धारणा जारी : सरकार ने बात नहीं मानी तो ईंट से ईंट बजा देंगे, क्या करें मजबूर हो गऐ

चिडावा : चिडावा-सिघाना सड़क मार्ग बस स्टैंड लालचौक पर नहर की मांग कर रहे किसानों का धरना किसान सभा के बैनर तले किसान युनियन के महेश चौमाल पिलानी की अध्यक्षता में आज 134 वां दिन भी जारी रहा है। तथा धरने पर विभिन्न स्थानों से पहुँच रहे किसानों का कहना है कि आचार संहिता के बाद यदि कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला तो आन्दोलन को बहुत बड़ा करने के साथ ही ईंट से ईंट बजा देगा शेखावाटी क्षेत्र का किसान।
धरने पर पहुँचे किसान नागरमल डैला व औमप्रकाश जांगिड, महेश चौमाल आदि किसानों का कहना है कि ऐसी स्थिति तो जीवन में कभी नहीं देखी और ऐसी हठधर्मी सरकारों से भी पाला पहली बार ही पडा है। परन्तु जब तक पानी नहीं मिला, नहर नहीं आऐगी, किसानों का आन्दोलन जारी रहा है और रहेगा। इस मुगालते में नहीं रहे सरकार कि लोग हट जाऐंगे सवाल ही नहीं है। किसान जब – जब जिद्द पर आया है तो भूख, प्यास सब सहन कर लेगा, घास खाकर भी आंदोलन को जिन्दा रख पाने की क्षमता केवल व केवल किसान में ही है।धरने पर अमूमन पचास पचास किलोमीटर तक चलकर किसान रोज पहुँच रहे हैं। धरने को सम्बोधित करते हुए किसान सभा जिला उपाध्यक्ष बजरंग बराला व शेखावाटी नहर आन्दोलन प्रवक्ता लोक कलाकार विजेंद्र शास्त्री ने भी कहा कि समझने की बात तो यह है कि सरकार अपने नागरिक व किसानों की बात ना सुनकर क्या हासिल करने की ठानी है फायदा क्या दिखता है।
धरने पर आज, सौरभ सैनी, जयन्त चौधरी, जयसिंह, कोषाध्यक्ष महेश चाहर, बनवारीलाल, राजेश, राजेन्द्र यादव, सुनिल चाहर, अनिल गजराज, महेन्द्र चाहर, सचिन यादव, पुनीत, राकेश, विक्रम, महेन्द्र बामनवास, शंकरलाल, मनोज, रामप्यारी लुहार, शान्ति लुहार, गीता लुहार, तथा अंगुरी लुहार, तबके से उपस्थित रहे।