[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

40 वर्ष के बाद शरीर की जांच लाभकारी डाॅ मनीष जांगिड : आयुर्वेदिक शिविर में 80 लाभान्वित


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
झुंझुनूंटॉप न्यूज़देशनवलगढ़राजस्थान

40 वर्ष के बाद शरीर की जांच लाभकारी डाॅ मनीष जांगिड : आयुर्वेदिक शिविर में 80 लाभान्वित

40 वर्ष के बाद शरीर की जांच लाभकारी डाॅ मनीष जांगिड : आयुर्वेदिक शिविर में 80 लाभान्वित

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : सुभाष चन्द्र चौबदार

नवलगढ़ : भारतीय सेवा समाज के संस्थापक स्वामी कृष्णानंदजी महाराज की प्रेरणा से शारदा क्रोपकेम बंबई के आर्थिक सौजन्य से, सामाजिक विकास हेरिटेज एण्ड वाइल्ड लाइफ कंजर्वेशन फाउण्डेशन, अलायंस क्लब नवलगढ़ लार्ड कृष्णा व श्रीरामकृष्ण जयदयाल डालमिया सेवा संस्थान चिड़ावा के सहयोग से 24 अप्रेल को जांगिड अस्पताल नवलगढ़ में 117 वां निःशुल्क दमा, गठिया, मधुमेह रोगो का आयुर्वेदिक शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नगरपालिका उपाध्यक्ष कैलाश चोटिया, लोक सेवा ज्ञान मंदिर ट्रस्ट नवलगढ़ तहसील अध्यक्ष सुमन वर्मा के आतिथ्य में हुआ।

मुख्य अतिथि ने कहा कि अलायंस क्लब द्वारा लगाये जाने वाले मधुमेह शिविर आदि लोगो के लिये वरदान सिद्ध हो रहे है। एक्पोर्ट क्वालिटी की आयुर्वेदिक दवाइंया निःशुल्क पूरे एक माह की दी जाती है जो गरीब के लिये सहारा बनती है। नर की सेवा नारायण की सेवा है सक्षम लोगो को जरूरतमंदो की सेवा करनी चाहिये। इस अवसर पर उन्होने भी ब्लड प्रेशर व सुगर की जांच करवाई जिसमें वे स्वस्थ पाए गये।

अतिथियों द्वारा स्व. कृष्णानंदजी की फोटो पर पुष्प अर्पित किये गये इसके पश्चात दिल्ली के डाॅ जोगेन्दर सिंह आयुर्वेद चिकित्सक ने अपने सहयोगियों के साथ 80 रोगियों की जांच कर परामर्श दिया। डाॅ मनीष जांगिड ने अपने संदेश में कहा कि 40 वर्ष के बाद शरीर की जांच करवा लेनी चाहिये जो लाभकारी सिद्ध होती है। आजकल की जीवन शैली से अकाल मृत्यु की संख्या बढ़ रही है कोरोना काल में लोगो के हदय भी कमजोर हो गये और बहुत से रोगियो की अचानक ही मृत्यु हो जाती है। इसके बचाव के लिए संतुलित भोजन व व्यायाम योग आदि बहुत जरूरी है।

कार्यक्रम के संयोजक डाॅ दयाशंकर जांगिड ने बताया कि मधुमेह बीमारी का प्रसार भारत बहुत ज्यादा हो रहा है सभी लोगो को चाहिये कि अपनी रक्त की सुगर जांच करवा लें। मधुमेह की जांच होने पर जरूरत पड़ने पर दवाइयां शुरू की जा सकती है और अच्छा जीवन बिताया जा सकता है लोग अशिक्षित होने के कारण इस बीमारी को गंभीरता से नहीं लेते और जल्द ही हदय रोग लकवा अंधता आदि के शिकार हो जाते है। शिविर आयुर्वेदिक इलाज करवाने वालो के लिये वरदान सिद्ध हो रहा है और हर माह की 24 तारीख को शिविर लगाया जाता व लगाया जायेगा। आपने बताया कि दवाइंयों के साथ मोटे अनाज जैसे बाजरा जौ ज्वार, खाने से ब्लड प्रेशर चीनी की बीमारी मोटापा काबू में लाया जा सकता है तथा शरीर मे रोग निरोधक शक्ति पैदा होती है। साथ साथ में घुमना व्यायाम व संतुलित भोजन आवश्यक है। ज्यादातर यह वृद्धजनों को ग्रसित करता है।

डाॅ जांगिड ने कहा कि कार्यक्रम मे प्रांतपाल जगदीश प्रसाद जांगिड, डाॅ मनीष, डाॅ मीनाक्षी जांगिड, डाॅ शिखरचंद जैन, मेजर डीपी शर्मा पंकज शाह सुहित पाडिया मुरली मनोहर चोबदार, जनार्दन घोडेला, शोयब लंगा, सामाजिक कार्यकर्ता सुमन वर्मा, ओमप्रकाश सैन रामकुमार सिंह राठौड, सज्जन जोशी, रमाकांत सोनी, पवन सोनी, गंगाधर मील व जांगिड अस्पताल के कर्मचारियों ने सहयोग किया।

Related Articles