सीकर : सीकर में जीणमाता का चैत्र नवरात्रि मेला 9 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है, जो 17 अप्रैल तक चलेगा। मेला शुरू होने से पहले सीकर कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी और एसपी भुवन भूषण यादव ने मंगलवार को जीणमाता मंदिर पहुंचकर निरीक्षण किया। मेले के संबंध में अधिकारियों की बैठक ली।
बैठक में एसडीएम गोविंद भींचर ने बताया कि मंदिर कमेटी की ओर से वर्तमान में 60 कैमरे लगे हुए हैं। 15 कैमरे एंट्री गेट से लेकर मंदिर परिसर और लगाए जाएंगे। इसके अलावा ग्राम पंचायत की तरफ से मेले के दौरान 25 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
एसडीएम ने मंदिर कमेटी को निर्देशित किया कि वर्तमान में जो मंदिर कमेटी की तरफ से जो कैमरे लगे हुए हैं वह पुराने हैं। ऐसे में मेले से पहले उन कैमरों की जगह एचडी कैमरे लगाए जाएंगे।
एंट्री गेट से 500 मीटर दूर होगी पार्किंग
एसडीएम ने कहा कि मेले के दौरान दो कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। एक कंट्रोल रूम पुलिस थाना और दूसरा कंट्रोल रूम मेला मजिस्ट्रेट कार्यालय में बनेगा। यहां सीसीटीवी कैमरा की लाइव फीड भी रहेगी, जिससे कि पूरे मेले पर नजर रखी जा सकें। इसके साथ ही एग्जिट गेट अनाउंसमेंट सेंटर भी बनाया जाएगा। एंट्री गेट से 500 मीटर दूर पार्किंग बनाई जाएगी। विकलांगों को ई-रिक्शा से पार्किंग से एंट्री गेट तक लाया जाएगा। यहां से उन्हें व्हीलचेयर के जरिए मंदिर ले जाया जाएगा।
जर्जर धर्मशाला होगी सीज
एसडीएम ने कहा कि बीते दिनों पीडब्ल्यूडी और वन विभाग की ओर से संयुक्त रूप से सर्वे किया गया, जिसमें सामने आया कि तीन से चार धर्मशाला पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। ऐसे में मेले से पहले ही उन्हें सीज कर दिया जाएगा। मेले के दौरान हर्ष से जीणमाता की तरफ आने वाले रास्ते पर खड़े वाहनों को हटाने के लिए 3 क्रेन की व्यवस्था की जाएगी।
कलेक्टर ने पीडब्ल्यूडी को निर्देशित किया कि कोछोर से डूकिया तक सड़क का जो काम बाकी है उसे 10 दिन में पूरा करें। इसके साथ ही अन्य सड़कों का भी पेचवर्क जल्द से जल्द किया जाए।
पुराने और खुले तारों की हो जांच
कलेक्टर ने बीते दिनों उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुए हादसे का उदाहरण देते हुए कहा कि मंदिर परिसर में जो भी पुराने तार या खुले तार है उनकी बिजली विभाग और पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से संयुक्त रूप से चेकिंग की जाए। इसकी रिपोर्ट बुधवार शाम तक तैयार की जाए जिससे कि मेले के पहले उन्हें बदला जा सकें।
इसके अतिरिक्त बैठक में पीएचईडी को निर्देश दिए गए हैं कि मेले के दौरान पानी की कमी नहीं रहे। मंदिर कमेटी ने जो नए कनेक्शन मांगे हैं उन्हें जल्द से जल्द दिए जाए। ऐसा ना हो कि मेले के दौरान पानी की कमी होने पर विभाग के लोगों को ढूंढना पड़े। बैठक के दौरान मौजूद लोगों ने मांग रखी कि काजल शिखर पर भी एक मेडिकल कैंप लगाया जाए। इसके अलावा मेले के दौरान आने वाली नेटवर्क की समस्या को दूर करने के लिए टॉवर लगाए जाए।