पानी के लिए पहाड़ी क्षेत्र में शनिवार को भी हुए धरना प्रदर्शन
पानी के लिए पहाड़ी क्षेत्र में शनिवार को भी हुए धरना प्रदर्शन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : भरत सिंह कटारिया
ककराना : पहाड़ी क्षेत्र चंवरा चौफूल्या, ककराना, नेवरी, जोधपुरा, बागोली आदि गांवों में पानी के लिए पन्द्रह दिन से लोगों द्वारा लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी कड़ी में नेवरी, जोधपुरा के ग्रामीणों द्वारा कुम्भाराम लिफ्ट योजना व यमुना नहर समझौता को लागू करने की मांग उठाई, अन्यथा मांगे पूरी नहीं होने तक आंदोलन को तीर्व गति से चलाने की बात कहीं। उदयपुरवटी क्षेत्र में अभी से पानी की जबरदस्त किल्लत को देखते हुए लोग पानी के अधिकार के लिए और अधिक उग्र प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है । उदयपुरवाटी जल मिशन संघर्ष समिति व किसान संघर्ष समिति के तत्वावधान में शनिवार को नेवरी में वर्तमान सरपंच नरपतसिंह की अध्यक्षता में मीटिंग कर ग्रामवासियों ने प्रदर्शन कर 1350 करोड़ की कुम्भा राम पेयजल लिफ्ट योजना पर काम शीघ्र चालू करने की मांग की । नेवरी सरपंच ने मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि पानी सभी की मूलभूत आवश्यकता है, जब तक कुम्भाराम लिफ्ट योजना व यमुना नहर समझौते को धरातल पर लागू नहीं किया जायेगा, हम सब लोग उदयपुरवाटी जल मिशन संघर्ष समिति के साथ तन-मन-धन से धरना-प्रदर्शन में पूरा सहयोग कर गांव-गांव, ढाणी-ढाणी जाकर लोगों को जगाने का काम जारी रखेंगे और हमारा हक लेकर रहेंगे।
कुम्भाराम लिफ्ट योजना के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल से स्वीकृत करवाने की बात मीडिया के सामने रखी। जबकि यह योजना 2013 से ही प्रस्तावित थी, लेकिन इसके बावजूद आज तक ज़मीनी स्तर पर जीरो प्रोग्रेस है। दूसरी योजना पर क्षेत्र में फरवरी दूसरे पखवाड़ा में मिठाई बंट गई, यह ग़लत नहीं, एक अच्छी शुरुआत है लेकिन जमीनी स्तर पर डीपीआर के नाम से सब कुछ शुन्य है, मुख्यमंत्री खट्टर साहब इस यमुना नहर समझोते के नाम से एक शब्द बोलने को तैयार नहीं हैं । मीडिया रिपोर्ट अनुसार पानी सरप्लस होने पर ही जुलाई से अक्टूबर तक देने की बात कही गई है, जबकि इस समय वर्षा का दौर होता है, उस समय पानी की बहुत कम ज़रूरत होती है, ये कैसा समझौता, ऐसा समझौता किसानों को मान्य नहीं है। सैनी ने आगे कहा कि पानी के लिए ऐसी घटिया राजनीति कर अन्नदाता की भावनाओं के साथ कैसा खिलवाड किया जा रहा है।
इस आंदोलन में महिलाओं की भूमिका का भी बहुत महत्वपूर्ण है । इस दौरान संघर्ष समिति के भागीरथ,नथू राम,मूल सिंह आदि ने भी लोगों को संबोधित किया। संघर्ष समिति के अध्यक्ष नथू राम ने कहा कि अगर समझौते को जल्दी लागू नहीं किया तो जल्दी ही रथ यात्रा के माध्यम से हर घर को इस आंदोलन से जोड़कर एक नया अभियान छेड़ा जाएगा ।जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस दौरान महेश कुमार मीना, रामेश्वर, सुमेर मीना, लीला राम, तेजा राम, बंशीधर, मन्नी राम, इंद्राज, सज्जना देवी, लाडो देवी, विमला देवी, सावित्रीबाई, बोली,गीता, सुशीला, पतासी, मंजू, संतोष देवी, नेहा, शांति, संतरा, फुला देवी आदि दर्जनों ग्रामीणों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया।