जोधपुर में मंच पर सामने आई भाजपा की कलह:विधायक बाबू सिंह ने कहा-गजेंद्र शेखावत मीठा बहुत बोलते हैं, काम नहीं करते
जोधपुर में मंच पर सामने आई भाजपा की कलह:विधायक बाबू सिंह ने कहा-गजेंद्र शेखावत मीठा बहुत बोलते हैं, काम नहीं करते

जोधपुर : राजस्थान में भाजपा नेताओं के बीच चल रही खींचतान एक बार फिर खुलकर सामने आ गई। जोधपुर में मंच से शेरगढ़ विधायक ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत पर जमकर हमला बोला। शेरगढ़ के एक कार्यक्रम में विधायक बाबूसिंह राठौड़ ने शेखावत की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि हम भोले-भाले लोगों से ये झूठे वादे कर चले जाते हैं, काम नहीं करते। सैनिक स्कूल हो या शेरगढ में अस्पताल का मामला सिर्फ आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हमें पता है आप महरोली सीकर गांव के रहने वाले हो लेकिन सांसद जोधपुर की लोकसभा से बने हो। इस लोकसभा में सैनिक स्कूल नहीं खुलवाया, भूंगरा त्रासदी के पीड़ितों को संविदा पर नौकरी लगाने का आश्वासन दिया, वह भी नहीं किया।
दरअसल सोमवार को शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र के सेतरावा में वीर शिरोमणि राव श्रीदेवराज राठौड़ की 662वीं जयंती पर समारोह का आयोजन हुआ था। इस आयोजन में विधायक बाबूसिंह राठौड़, प्रतापपुरी व केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी मौजूद थे।

कार्यक्रम में उपस्थित होने के बाद जैसे ही जलशक्ति मंत्री वहां से निकले, विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने मंच से शेखावत पर अपनी नाराजगी जाहिर की और उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाया। राठौड़ ने जनता से यह तक कहा कि इस बार आप सब तैयार रहना, सड़कों पर संघर्ष करना पड़ेगा, नहीं तो ऐसे लोग आएंगे और चिकनी चुपड़ी बातें करके चले जाएंगे।
ईसीएचएस अस्पताल खोलने की मांग पूरी नहीं की
शेरगढ़ विधायक ने कहा कि केंद्रीय मंत्री के सामने ईसीएचएस अस्पताल खोलने की मांग रखी गई थी। शेखावत ने मंच से ही फोन लगा कर उसी समय कहा कि उनकी निर्मला सीतामरण से बात हो गई। अस्पताल स्वीकृत हो गया है और सैनिक स्कूल खुल जाएगा, लेकिन कभी हमें लेटर नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मैं विधायक बनने के बाद राजनाथ सिंह के पास गया, उनसे निवेदन किया, उन्होंने अपने निजी सचिव से कहा और दूसरे दिन मेरा ऑर्डर आ गया। बालेसर में ईसीएचएस सेंक्शन हो गया। उन्होंने कहा कि समझ नहीं आता हम सीधे-साधे लोगों को क्यों गुमराह करते हैं।

भूंगरा त्रासदी की मदद भी अधूरी
विधायक ने कहा कि भूंगरा गैस त्रासदी में आपने मदद का भरोसा दिलाया था, लेकिन पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि 50 लाख रुपए की मदद की घोषणा स्वयं उन्होंने की। संविदा पर नौकरी लगाने व पीएम कोष से राहत बढ़ाने का वादा किया था, वह भी पूरा नहीं हुआ।
केंद्रीय विद्यालय का वादा अधूरा
बाबू सिंह ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय की शेरगढ़ में बरसों से मांग थी। गत वर्ष राजनाथ सिंह के सामने अपनी बात रखने के लिए खड़ा हुआ, तब राजनाथ सिंह ने शेखावत के सामने देखा। तब उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत हो चुका है, लेकिन आज दिन तक यहां स्कूल नहीं खुला और ना ही लेटर मिला। राजस्थान में 56 केंद्रीय विद्यालय स्वीकृत हुए, लेकिन शेरगढ में नहीं जबकि तिंवरी और पाली में खुल गया है। अब राज्य सरकार से प्रस्ताव भिजवाने का कह रहे हैं। अब हमारी और आपकी सरकार क्या है, डबल इंजन की सरकार है। केंद्रीय विद्यालय से हम वंचित रहे।

सीकर-झुंझुनूं में सैनिक स्कूल बनवाया क्योंकि आप वहां के
राठौड़ ने कहा कि शेखावत सीकर-झुंझुनूं में सैनिक स्कूल बनवाने की बात करते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हमें पता है, आप वहां के हो लेकिन सांसद जोधपुर लोकसभा के हो। जोधपुर के चौपासनी में जो सैनिक स्कूल खुला, वह राजनाथ सिंह के प्रयास से हुआ।
ईआरसीपी जैसी डब्ल्यूआरसीपी हमारे यहां भी आ सकती है
बाबू सिंह राठौड़ ने कहा कि ईआरसीपी के लिए वहां के लोगों ने आंदोलन किए और प्रयास किए। जिंदा दिल कौमों को अपने हक की लड़ाई लड़नी पड़ती है। डब्ल्यूआरसीपी की मांग हमारी है, वह ही पूरी कर दें। मारवाड़ी अंदाज में बोलते हुए कहा “मीठा गणेई बोल्या काम करयो कौनी” यानी मीठा बहुत बोलते हो, काम नहीं करते।