खेतड़ी नगर की लाड़ो गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली में कर्त्तव्य पथ पर होने वाली परेड में महिला ऊंट दस्ते की करेगी अगुवाई
गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली के कर्त्तव्य पथ पर खेतड़ी नगर की सविता आर्य करेंगी ऊंट दस्ते की अगुवाई

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : जीतेंद्र
खेतड़ी नगर : खेतड़ी नगर. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कर्त्तव्य पथ (राजपथ) पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर होने वाली परेड में खेतड़ी नगर की सविता आर्य महिला ऊंट दस्ते की अगुवाई करेगी। सविता बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर सेवारत है। परेड की तैयारी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) राजस्थान फ्रंटियर के जोधपुर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में दो महीने से चल रही है।
बीएसएफ महिला ऊंट दस्ते की कमांडर ओर सब इंस्पेक्टर गोठड़ा निवासी सविता आर्य ने बताया कि महिला जवानों ने बेहतर तरीके से ऊंट पर प्रशिक्षण प्राप्त किया है हालांकि महिला जवानों की हाइट कम होने की वजह से पुरुषों की तुलना में ऊंट को नियंत्रित करने में मुश्किल जरूर आई लेकिन प्रशिक्षण के बाद अब काफी बेहतर लग रहा है। ऊंट पर सवार होकर कर्तव्य पथ पर परेड़ करना अपने आप में गौरव और रोमांचित कर देने वाला पल है।
किसी भी क्षेत्र में काम कर सकती है महिला :
सविता ने बताया कि जिस क्षेत्र में पुरुष कार्य करते हैं, वही कार्य अवसर मिलने पर महिलाएं भी कर सकती है। आज कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां महिलाओं की उपस्थिति नहीं है
सविता ने बताया कि महिलाओं ने हाल ही में उन्होंने बेहतर तरीके से ऊंट पर प्रशिक्षण प्राप्त कर ऊंट सवारी और युद्ध के समय ऊंट के इस्तेमाल पर पकड़ हासिल की है।
जोधपुर गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली के कर्त्तव्य पथ (राजपथ) पर होने वाली परेड महिला शक्ति को समर्पित होगी। आर्मी, एयरफोर्स, नेवी, बीएसएफ सहित अर्द्ध सैनिक बलों की महिला जवान परेड में मुख्य भूमिका में रहेगी। बीएसएफ के ऊंटे दस्ते में पहली बार लगभग आधे ऊंटों पर महिला जवान होंगी। बीएसएफ के 54 जवान ऊंट परेड में हिस्सा लेंगे। इसका नेतृत्व जोधपुर के डिप्टी कमाण्डेंट मनोहर सिंह खीची करेंगे। ऊंट महिला दस्ते का नेतृत्व गोठड़ा की सब इंस्पेक्टर सविता आर्य करेंगी। ऊंटों पर 21 महिला जवान हिस्सा लेंगी। बीएसएफ का ऊंट दस्ता सैनिक व अर्द्ध सैनिक बलों की मुख्य परेड के अंतिम हिस्से में होगा। इसके अलावा 36 ऊंट माउंटेड बैंड का हिस्सा होंगे जो परम्परागत स्वर लहरियां बिखेरते कर्त्तव्य पथ पर बढेंगे। कुल 100 ऊंट दिल्ली पहुंचे हैं, जिसमें से 60 ऊंट जोधपुर और 40 ऊंट बीकानेर से गए हैं। बुधवार को कर्त्तव्य पथ पर आधिकारिक परेड का आयोजन किया गया था।
सविता आर्य ने बताया कि इस बार पहली बार महिलाओं को 26 जनवरी सशक्तिकरण परेड में शामिल किया गया
बीएसएफ महिला जवान अक्षिता सीके., अनिश्या एम. और किरथाना पी. पहली बार जोधपुर आई और वहां बीएसएफ केंद्र में पहली बार ही ऊंट को देखा। बावजूद इसके ये महिलाएं ऊंट पर प्रशिक्षण में सबसे आगे रही है।
चेतक पर होगा नेतृत्व
कैमल कंटीजेंट का नेतृत्व जोधपुर निवासी उप कमांडेंट मनोहर सिंह खींची अपने चेतक ऊंट पर करेंगे। इनके पीछे निरीक्षक शैतान सिंह कैंटीजेंट 21C और दो उप निरिक्षक सविता आर्या, मनोहर सिंह होंगे। इस कंटीजेंट में पुरुष कैमल राइडर के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महिला कैमल राइडर भी अपने सजे-धजे ऊंटों पर सवार रहेगी।
47 साल बाद महिलाएं हुई शामिल
1976 से यह कंटीजेंट गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में होने वाली परेड में हिस्सा ले रही हैं। पहले इस कंटीजेंट में केवल पुरुष जवान ही हिस्सा लेते थे। करीब 47 साल बाद 2023 से इस बेड़े में महिलाओं को भी शामिल किया। इस बार यह दूसरा साल है, जब महिलाएं शामिल हुई है।
10 राज्यों से आई महिलाओं को ट्रेनिंग
10 राज्यों से आई 50 महिला जवानों को कैमल राइडिंग और हैंडलिंग की जोधपुर में ट्रेनिंग दी गई थी। केरल की महिला जवानों ने ऊंट देखा तक नहीं था। इन महिला जवानों को ट्रेनिंग दी गई। उसके बाद सफल 27 महिलाओं को इस कंन्टीजेंट में शामिल किया गया है। 27 महिलाओं में से 21 बेड़े में शामिल है और 6 को रिजर्व रखा गया हैं। बीएसएफ की यह महिला जवान केरल, महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात सहित अन्य राज्यों से हैं। पिछले दो महीने से परेड की दिल्ली में ट्रेनिंग कर रही हैं।

कैमल माउंटेड बैंड
सीमा सुरक्षा बल का कैमल माउंटेड बैंड सलामी के दौरान ‘हम है सीमा सुरक्षा बल…’ की धुन बजाएगा। इस धुन पर बल के कैमल भी ड्रम की धुन पर कदम ताल करते हुए परेड करेंगे। इस बैंड में 35 वादक और एक मास्टर होगा। 36 ऊंटों के दल का यह बैंड सीमा सुरक्षा बल की स्वर लहरियों से कर्तव्यपथ को गुंजायमान करेगा।

हाथों में होगी 5.56mm इंसास राइफल
केसरिया साफा अचकन पहने जवानों के हाथों में इंसास राइफल होगी। महिला जवान भी ऊंटों पर बैठ कर मार्चपास्ट करेंगी और इनके हाथ में भी 5.56mm इंसास राइफल होगी।