सफाई कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा:बोले- मांग पूरी नहीं की, तो करेंगे कार्य बहिष्कार, कल जयपुर में होगी मीटिंग
सफाई कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा:बोले- मांग पूरी नहीं की, तो करेंगे कार्य बहिष्कार, कल जयपुर में होगी मीटिंग

जयपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जयपुर दौरे से पहले सफाई कर्मचारियों से सरकार के खिलाफ आर – पार की लगाई का ऐलान कर दिया है। पिछले डेढ़ महीने से राजस्थान में सफाई कर्मचारी भर्ती को लेकर लगातार विरोध कर रहे सफाई कर्मचारी अब प्रदेशभर में कार्य बहिष्कार की तैयारी कर रहे है। जिसको लेकर मंगलवार को संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के बैनर तले नगर निगम हेरिटेज में आमसभा का आयोजन किया जाएगा। जिसमें प्रदेशभर से सफाई कर्मचारी और सफाई यूनियन के पदाधिकारी शामिल होंगे। इस बैठक में प्रदेशभर में कार्य बहिष्कार और सफाई कर्मचारी भर्ती को लेकर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।
संयुक्त वाल्मीकि एवं सफाई श्रमिक संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर डंडोरिया ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के वक्त की भर्ती प्रक्रिया की आवेदन प्रक्रिया पूरी हो गई थी। ऐसे में अब सिर्फ उम्मीदवारों को नियुक्ति का इंतजार था, लेकिन नई सरकार नेृ पुरानी भर्ती प्रक्रिया को रोक कर रिव्यू करने का फैसला किया है, जो पूरी तरह गलत है। अगर सरकार ने वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देते हुए जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया को पूरा नहीं किया। तो ना सिर्फ जयुपर बल्कि पूरे प्रदेश के सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे।
दरअसल, पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने 13 हजार 184 पदों पर सफाई कर्मचारियों की भर्ती निकाली थी, जिसके आवेदन भी ले लिए गए थे। आवेदन आने के बावजूद अब सरकार उन पर आगे की कोई कार्यवाही नहीं कर रही है। भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं होने के कारण पूरे प्रदेश में वाल्मीकि समाज और सफाई कर्मचारियों में रोष है। इसको लेकर प्रदेशभर में विरोध का सिलसिला शुरू हो गया है।
जयपुर में 8 हजार से ज्यादा कर्मचारी जयपुर में नगर निगम ग्रेटर और हेरिटेज में इस समय 8 हजार से ज्यादा स्थायी कर्मचारी हैं, जो शहर में सफाई करते हैं। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देखते हुए संघ ने 23 जनवरी से हड़ताल पर जाने का निर्णय किया है। हालांकि इस बीच अगर सरकार उनसे वार्ता कर भर्ती की प्रक्रिया को दोबारा शुरू करती है तो हड़ताल पर टाली भी जा सकती है।
स्वच्छ सर्वेक्षण में रहा फिसड्डी जयपुर शहर में सफाई ठीक नहीं होने के कारण पहले ही देश में फिसड्डी चल रहा है। हाल ही में आए देश के प्रमुख शहरों की स्वच्छता रैंकिंग में जयपुर का नंबर 170 से ऊपर रहा है। अगर 23 जनवरी से हड़ताल होती है तो शहर में स्थिति और भी ज्यादा खराब हो जाएगी।