पथरी के ऑपरेशन के बाद महिला की मौत:परिजनों ने अस्पताल के बाहर किया प्रदर्शन, डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग
पथरी के ऑपरेशन के बाद महिला की मौत:परिजनों ने अस्पताल के बाहर किया प्रदर्शन, डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग

पिलानी : पिलानी के एक निजी अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन के बाद महिला की मौत से गुस्साए परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया। मामले की जांच, डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों ने शव के साथ अस्पताल परिसर में धरना दिया।
धरना दे रहे चूरू के छोटी थिरपाली गांव के बबलू गुर्जर ने बताया कि 8 दिसंबर को उनकी बहन गुर्जरों की ढाणी झेरली निवासी 28 वर्षीया मंजू देवी को बिरला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। अस्पताल के डॉक्टर आरके जैन ने पित्त की थैली में पथरी की दिक्कत बताते हुए ऑपरेशन की सलाह दी थी। डॉक्टर की सलाह पर ही परिजनों ने मंजू देवी को ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया था। जहां 9 दिसंबर को डॉक्टर आरके जैन ने उनका ऑपरेशन किया था।
परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन के बाद से ही मंजू देवी की तबीयत खराब रहने लगी। इसके बावजूद उसे 14 दिसंबर को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। घर ले जाने पर भी जब तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो परिजन उसे वापस अस्पताल ले कर आए। जहां 20 दिसंबर को अस्पताल के डॉक्टर्स ने उसे जयपुर ले जाने की बात कही। जयपुर के एक निजी अस्पताल में करीब 20 दिन भर्ती रहने के बाद मंजू देवी की 10 जनवरी को मौत हो गई।

डॉक्टर के खिलाफ पति ने करवाई रिपोर्ट दर्ज
मृतका मंजू देवी के परिजनों और ससुराल गुर्जरों की ढाणी झेरली व पीहर छोटी थिरपाली के सैकड़ों गुस्साए लोग गुरुवार को अस्पताल के बाहर जमा हो गए। एम्बुलेंस में मृतका के शव के साथ धरना प्रदर्शन कर रहे लोग डॉक्टर के खिलाफ और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। महिला के पति नरेश गुर्जर ने इस मामले में रिपोर्ट दी है।
इसके बाद तहसीलदार कमलदीप पूनिया धरने पर बैठे लोगों से वार्ता करने पहुंचे। जहां मृतका के परिजनों ने उन्हें 3 सूत्री मांग पत्र सौंपा है। मृतका के परिजन 1 करोड़ रुपए के मुआवजे के साथ उसके पति को सरकारी नौकरी और मृतका के बेटे के लिए बिरला शिशु विहार स्कूल में 12वीं तक की निशुल्क शिक्षा की मांग की।
अस्पताल में प्रदर्शन के दौरान सुभाष गुर्जर, अमरसिंह गुर्जर, सरपंच प्रतिनिधि दलीप लाम्बा, देवेन्द्र राठौड, शेरसिंह सिराधना, भंवर सिंह गुर्जर, सुमेरसिंह सांगवान, शेरसिंह गुर्जर, छोटूराम पूर्व सरपंच, देवेन्द्र ढाका सरपंच ठिमाऊ छोटी, सिकन्दर देवना, ईश्वर पायल, शीशराम बुडानिया, सुमेर चाहर, अर्जुन सिंह शेखावत, इन्द्र सिंह शेखावत और बनवारी मेघवाल सहित सैंकड़ों लोग मौजूद थे। हंगामे को देखते हुए पिलानी सीआई नारायण सिंह और सूरजगढ़ एसएचओ भजनाराम भी पुलिस जाब्ते के साथ अस्पताल पहुंचे।