श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा को मंत्रिमंडल में जगह संभव:बोले, मंत्री बनने के बाद हर वर्ग का ध्यान रखूंगा,पार्टी नेतृत्व का आभार जताया
श्रीमाधोपुर विधायक झाबर सिंह खर्रा को मंत्रिमंडल में जगह संभव:बोले, मंत्री बनने के बाद हर वर्ग का ध्यान रखूंगा,पार्टी नेतृत्व का आभार जताया

सीकर : राजस्थान में चुनाव परिणाम आने के करीब 27 दिन बाद आज मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है। दोपहर 3:15 बजे राजभवन में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। सीकर जिले की श्रीमाधोपुर विधानसभा से विधायक झाबरसिंह खर्रा को भी मंत्रिमंडल में जगह मिलना संभव है।
राजधानी जयपुर में मीडिया को दिए बयान में उन्होंने कहा है कि प्रदेश नेतृत्व, केंद्रीय नेतृत्व और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का धन्यवाद अदा करता हूं कि उन्होंने क्षेत्र के लोगों की भावना को ध्यान में रखते हुए मंत्री पद के उपयुक्त समझा। मैं मंत्री बनने के बाद हर वर्ग का ध्यान रखूंगा और जो भी मुझे संभव होगा वह हर काम करूंगा।
आपको बता दे कि इस बार झाबर सिंह खर्रा ने 14459 वोटों से जीत हासिल की है। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के दीपेंद्र सिंह शेखावत को 14459 वोटों से हराया था। इससे पहले झाबर सिंह खर्रा 2013 में पहली बार विधायक बने थे। इसके पहले इनके पिता हरलाल सिंह 5 बार विधायक और 1 बार पंचायतीराज विभाग के मंत्री रह चुके थे। ऐसे में साफ है कि इन्हें राजनीति विरासत में मिली है। इस बार विधानसभा चुनाव में जीत का कारण इनकी इलाके में जनता के बीच सक्रिय रहना रही। इनके अलावा पार्टी में कोई भी मजबूत जाट नेता नहीं है।
2018 में झाबर सिंह खर्रा कांग्रेस के दीपेंद्र सिंह के सामने 11810 वोटों से चुनाव हार गए थे। लेकिन हार के बाद भी लगातार ग्राउंड में सक्रिय रहे। झाबर सिंह खर्रा ग्रेजुएट है। जो पूर्व जिला अध्यक्ष और पंचायत समिति के प्रधान के पद पर भी रह चुके हैं। इसके अलावा जिला परिषद के सदस्य भी रहे हैं। इलाके में इनके सादगीपूर्ण लाइफस्टाइल के चर्चे रहते हैं।
इनके परिवार में पत्नी और 2 बेटे-3 बेटियां है। बेटे दुर्गासिंह और अजयसिंह आज भी पारंपरिक खेती से जुड़े हुए हैं। अजयसिंह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करते हैं। दो बेटियों की शादी कर चुके जबकि एक कुंवारी है। आज भी पैतृक गांव भारणी में ही परिवार के साथ रहते हैं। परिवार की आय का मुख्य जरिया खेती है।