अमेरिका, जापान से पीहर लौटीं 800 बेटियां:विटेंज गाड़ियों में बैठाकर स्वागत, पूरे कस्बे में चार दिन तक जश्न का माहौल
अमेरिका, जापान से पीहर लौटीं 800 बेटियां:विटेंज गाड़ियों में बैठाकर स्वागत, पूरे कस्बे में चार दिन तक जश्न का माहौल

बालोतरा : बेटियों को पीहर से ज्यादा और कुछ भी प्रिय नहीं होता। पीहर में बचपन की सारी सहेलियां एक साथ मिल जाए तो मानो सोने पर सुहागा हो गया। बालोतरा जिले के समदड़ी कस्बे में ऐसा ही कुछ हुआ है। जहां भाइयों की कोशिश से गांव की हजारों बेटियां पीहर आई और उनका जोरदार स्वागत हुआ। बेटियों को विटेंज गाड़ियों में बैठाकर पूरे कस्बे में घुमाया गया।
दरअसल, समदड़ी के जैन मित्र मडंल के सदस्यों ने बहन बेटियों को एक साथ बुलाने और उनके जोरदार स्वागत का एक प्लान बनाया। इन्होंने वॉट्स ऐप ग्रुप बनाया और सिर्फ 2 महीनों में पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर ली। ‘समदड़ी उत्सव’ नाम से इस कार्यक्रम में देश ही नहीं विदेशों में रह रही समदड़ी कस्बे की 800 बेटियां गांव लौटी हैं।

बेटियां बोलीं- बचपन याद आ गया
समदड़ी उत्सव कार्यक्रम में बचपन की यादें ताजा हो रही हैं। यहां आई एक बेटी कांता बागरेचा ने बताया कि मेरा पूरा बचपन समदड़ी की गलियों में बीता। मेरी और अन्य बेटियों की इच्छा थी कि हम सब वापस एक साथ मिलकर पुरानी यादों को ताजा करें। 8 महीनों तक हम सब ने मेहनत की और आखिर यह सफल हो गई। 800 से अधिक बेटियां इस कार्यक्रम में शामिल हुई हैं। कार्यक्रम में बचपन की सहेलियां मिल गई। जिससे बचपन की यादें भी ताजा हो गई है। चार दिन कार्यक्रम में उत्साह के साथ हम सब इंजॉय करेंगे।

विदेशों से पीहर पहुंची समदड़ी की बेटियां
समदड़ी उत्सव कार्यक्रम में भारत ही नहीं देश विदेशों से बेटियां इस कार्यक्रम में पहुंची हैं। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, दुबई, जापान सहित कई देशों से समदड़ी की बेटियां इस कार्यक्रम में पहुंची है।
निधि अंबानी ने कहा कि इतनी सारी एक साथ बेटियां कार्यक्रम में आई है। बहुत बड़ा कार्यक्रम आयोजित हुआ। हर घर की बेटियां इस कार्यक्रम में आई हैं। पुरानी यादें तो ताजा हो ही रही हैं। इतने सालों बाद हम सब मिल रहे हैं तो एक दूसरे के साथ में उत्साह के साथ हर कार्यक्रम में भाग लेंगे।

उन्होंने कहा कि हम इस कार्यक्रम का काफी समय से इंतजार कर रहे थे और समदड़ी आने के लिए हमें फ्लाइट या ट्रेन की टिकट नहीं मिल रही थी। हमने तत्काल में भी टिकट करवा कर इस कार्यक्रम को अटैंड किया है। बहनों के आने की खुशी में भाई और भाभी ने इतनी जोरों शोरों से तैयारी की है कि कमी 1 प्रतिशत भी नहीं रही है। इस कार्यक्रम में 80 से 90 साल तक के बुजुर्ग भी आए हैं।
भाभी कर रही है स्वागत
समदड़ी में ब्याह कर आई रेखा ने बताया कि बेटियों के स्वागत लिए भाभी भी तैयार हैं। हमारे लिए यह मौका है कि इनका कैसे स्वागत करें और कैसे उनको खुश रखें। अगले चार दिन हम एक साथ मिलकर इस कार्यक्रम को और भव्य बनाकर आनंद उठाएंगे।

मित्र मंडल के सदस्य विमल ने बताया कि पिछले लंबे समय से लोगों का फोन आ रहा था कि समदड़ी उत्सव करें, जिससे सब एक साथ मिलकर कार्यक्रम में भाग ले सके और मिल सके। दो महीने में इस कार्यक्रम को भव्य रूप दिया और आज सर्दी की छुट्टियों में हम सब मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बना रहे हैं। आज पहले दिन हर बेटी के चेहरे पर मुस्कान झलक रही है।
कार्यक्रम के भामाशाह गौतम ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य एक ही है कि पूरा गांव एक साथ मिल सके और बहन बेटियां कार्यक्रम में आ सके। इससे बड़ा खुशी का माहौल क्या हो सकता है। कार्यक्रम में सैकड़ों बेटियां आ चुकी हैं। लगभग दो हजार से अधिक लोग इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।