CM भजनलाल शर्मा की पत्नी गीता और बेटे ने किया गिरिराज महाराज की दंडवत परिक्रमा, देखें वीडियो
राजस्थान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पत्नी और बेटे ने गिरिराज जी महाराज की दंडवत परिक्रमा की। आपको बता दें कि सीएम भजनलाल की फैमिली पिछले 15 साल से ये परिक्रमा कर रही है।
मथुरा : राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की पत्नी गीता शर्मा मंगलवार को मथुरा पहुंचीं। यहां उन्होंने गोवर्धन गिरिराज महाराज की दंडवती परिक्रमा लगाई। अन्य श्रद्धालुओं की भांति सड़क पर लेटकर परिक्रमा किया। इस दौरान वे जाम में भी फंस गईं।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पत्नी और बेटे गिरिराज जी की परिक्रमा करते हुए…. pic.twitter.com/q5368bx9y4
— जनमानस शेखावाटी (@Jan_Shekhawati) December 27, 2023
गीता शर्मा ने पहले पूंछरी के लोटा मंदिर में दर्शन-पूजन किया। उसके बाद परिक्रमा शुरू की। पहले दिन 3 किमी. की दंडवती परिक्रमा की। इस दौरान उनके साथ बेटा भी मौजूद रहा। 5 दिन में परिक्रमा पूरी करेंगी।
आम श्रद्धालुओं की तरह दिखीं
गीता शर्मा आम श्रद्धालुओं की तरह परिक्रमा कर रही थीं। उनके साथ 4 से 5 ही सुरक्षा कर्मी भी मौजूद थे। परिक्रमा देख अन्य श्रद्धालुओं ने उनकी सादगी की तारीफ की। इस दौरान मीडिया कर्मियों ने जब उनसे बात करने की कोशिश की तो सुरक्षा कर्मियों ने मना कर दिया।
दंडवती में लेट कर देनी होती है परिक्रमा
गोवर्धन की दंडवती परिक्रमा का बड़ा महत्व है। श्रद्धालु यहां की पैदल परिक्रमा तो करते हैं। इसके साथ ही कुछ श्रद्धालु दंडवती परिक्रमा भी देते हैं। पैदल परिक्रमा में जहां कम से कम 5 घंटे का समय लगता है। वहीं, दंडवती परिक्रमा में 5 दिन का। यह श्रद्धालु की शारीरिक क्षमता पर निर्भर करता है।
गिरिराज जी में है राजस्थान के सीएम की अटूट आस्था
राजस्थान के CM भजन लाल शर्मा और उनके परिवार की गिरिराज जी में अटूट आस्था है। वह मुख्यमंत्री बनने के बाद ही पत्नी और परिवार के साथ गोवर्धन आए। यहां के दर्शन किए। भजन लाल शर्मा का पैतृक गांव भी गोवर्धन से महज करीब 25 किलोमीटर दूर है। वह CM बनने से पहले भी हर महीने गिरिराज के दर्शन करने आते थे।
गीता शर्मा ने जताया आभार
गीता शर्मा अपने पति के मुख्यमंत्री बनने के बाद आराध्य गिरिराज का आभार जताया। हालांकि उन्होंने दंडवती परिक्रमा देने के पीछे की कोई वजह नहीं बताई। लेकिन, माना जा रहा है कि जिस तरह से उनके पति भजन लाल शर्मा को अचानक मुख्यमंत्री बनाया गया। वह सब गिरिराज की कृपा से ही हुआ।