डूबते बच्चे को बचाने 5 फीट की दीवार कूदकर पहुंची:4 सेकेंड में हाथ पकड़ खींचा बाहर; इंद्रकुंड के पास खेल रहे थे
राजसमंद के देलवाड़ा में पानी से भरे एक कुंड के पास खेलते हुए एक बच्चा पानी में गिर गया। साथी बच्चों के शोर मचाने पर मौके पर पहुंची युवती ने तुरंत पानी में डूबे बच्चे को बाहर निकाल लिया। बच्चे की हालत ठीक बताई जा रही है।
राजसमंद : तालाब के पास खेलते 4 बच्चों में से एक पानी में गिर गया। वह डूबने लगा तो बाकी बच्चे चिल्लाते हुए भागे। पास में खड़ी एक महिला ने यह सब देखा और 5 फीट की दीवार कूद कर चंद सेकेंड में ही डूबते बच्चे तक पहुंच गई। उसने बच्चे का हाथ पकड़ पानी से खींचकर निकाल लिया।
मामला राजसमंद में देलवाड़ा कस्बे के इंद्रकुंड का है। घटना 21 दिसंबर की दोपहर हुई। इसका सीसीटीवी फुटेज शनिवार को सामने आया। जानकारी के अनुसार देलवाड़ा में इंद्रकुंड के पास गुरुवार दोपहर 6 से 10 साल की उम्र के 4 बच्चे खेल रहे थे। वे कुंड की दीवार कूदकर तालाब परिसर में घुसे और किनारे की पाल पर खेलने लगे।
पानी में गिरा तो बच्चे चिल्लाते हुए भागे
इस दौरान एक बच्चे का बैलेंस बिगड़ा और वह पानी में जा गिरा। दो बच्चे वहां से तुरंत चिल्लाते हुए भागे। एक बच्चा झुककर पानी में देखने लगा। पानी में गिरा बच्चा डूबने लगा। यह देख बाकी बच्चों ने शोर मचा दिया। इस दौरान पास ही में रहने वाली मीना वैद (40) पुत्री शांतिलाल वैद को बच्चे के पानी में गिरने का शक हुआ तो वे दौड़ लगाकर 5 फीट की दीवार से कूदीं और इंद्रकुंड में डूबते बच्चे को पानी से निकाल लिया।
घटना वहां पास ही लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। बच्चे 4 मिनट से वहां खेल रहे थे। सामने आया कि बच्चा इंद्र कुंड की सीढ़ी पर उतरने की कोशिश कर रहा था। इस दौरान उसका बैलेंस बिगड़ गया। बच्चा 18 सेकेंड तक पानी में छटपटाता रहा। मीना ने 4 सेकेंड में बच्चे को बाहर निकाल लिया।
सीढ़ियों से जाने का वक्त नहीं था
मीना वैद ने बताया- गुरुवार दोपहर 3.30 बजे मैं अपने मकान के बाहर एक रिश्तेदार पिंटू से बात कर रही थी। इसी दौरान मेरी नजर इंद्रकुंड के पास चिल्लाकर दौड़ते बच्चों पर पड़ी। पानी हिलते देखा तो बच्चे के डूबने का शक हुआ। बिना देर किए मैं और पिंटू कुंड की तरफ दौड़े। सीढ़ियों से जाने का वक्त नहीं था, इसलिए 5 फीट की दीवार से छलांग लगा दी। देखा कि कुंड में एक बच्चा डूबा हुआ है। उसे खींचकर बाहर निकाला और साथ खेल रहे बच्चों की पीठ पर चपत लगाई। मीना ने बताया कि इंद्रकुंड की गहराई 30 फीट से भी ज्यादा है।
जानकारी के अनुसार इंद्रकुंड में गिरने वाला बच्चा लकी (8) था। उसके पिता कमलेश वैद और मां सुमन देवी जाडोन कस्बे के ठिमड़ी गांव के रहने वाले हैं। लकी अपने परिवार के साथ किसी सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने ठिमड़ी गांव से देलवाड़ा आया था। दोपहर को वह अपने चचेरे भाई बहन के साथ खेलते-खेलते इंद्रकुंड की तरफ आ गया था। इस दौरान घटना हो गई।