रेपकांड में फंसे पूर्व विधायक के 2 वीडियो:पीड़िता ने बताया ब्लैकमेल के लिए करवाए थे शूट; मेवाराम जैन ने भी किया था केस
रेपकांड में फंसे पूर्व विधायक के 2 वीडियो:पीड़िता ने बताया ब्लैकमेल के लिए करवाए थे शूट; मेवाराम जैन ने भी किया था केस

बाड़मेर : राजस्थान में एक बार फिर हाई प्रोफाइल सीडी कांड चर्चा में है। जोधपुर के राजीव नगर थाने में एक विवाहिता ने बाड़मेर के पूर्व विधायक के खिलाफ रेप का मुकदमा दर्ज करवाते हुए 2 अश्लील वीडियो का जिक्र किया है। मामले में पूर्व विधायक सहित जिन 9 आरोपियों को नामजद किया गया है उनमें RPS अधिकारी और इंस्पेक्टर सहित कई हाई प्रोफाइल लोग शामिल हैं। हमारी मीडिया टीम ने इस कांड से जुड़ी पूरी कहानी जानने के लिए पड़ताल की।
सामने आया कि इसकी परतें एक साल पुराने 5 करोड़ के ब्लैकमेल कांड से जुड़ी हैं। पूर्व विधायक मेवाराम जैन के करीबी ने महिला और अन्य के खिलाफ ब्लैकमेल का मुकदमा दर्ज करवाया था। चुनाव से दो महीने पहले पूर्व विधायक के एक वीडियो की भी चर्चा थी। जिसके बाद उन्होंने FIR दर्ज करवाई।
पढ़िए- पूरी रिपोर्ट

बस में मिले शख्स के जरिए विधायक से मिली
20 दिसंबर 2023 रात को एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि वह 2021 में पचपदरा अपने पिता के इलाज के लिए जा रही थी। बस में उसकी मुलाकात रामस्वरूप से हुई। उसने दोस्ती की और फिर उसे किसी होटल में लेकर गया। वहां उसने नशे की गोलियां देकर उसका रेप किया।
रेप के दौरान उसने वीडियो और फोटो भी बना लिए और ब्लैकमेल करने लगा। रामस्वरूप ने उसकी मुलाकात पूर्व विधायक मेवाराम जैन से करवाई तो उसने भी रेप किया। उसके साथ संबंध बनाने के लिए होटल में ले जाने लगे। जैन और रामस्वरूप ने कई बार रेप किया। घर आते तो उसकी 15 साल की नाबालिग बेटी के साथ भी छेड़छाड़ करते थे।
2 वीडियो की पेनड्राइव में छिपा है राज?
पीड़ित महिला ने दर्ज रिपोर्ट में 2 अश्लील वीडियो का जिक्र किया है। रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व विधायक ने रेप करते हुए का वीडियो भी बनवाया था। मेरे साथ रेप करते-करते मेवाराम जैन व रामस्वरूप का मन भर गया तो उसने मुझसे दूसरी 15-16 साल की लड़कियां लाने को कहा।
उनसे संबंध बनवाने का दबाव बनाया। फिर हम दोनों के साथ सेक्स करने का दबाव बनाते हुए का वीडियो बना लिया। मेरे घर में घुस कर मेवाराम जैन ने रसीदा (बदला नाम) के साथ रेप किया और फिर वीडियो बना लिया। यह दोनों वीडियो एक पेन ड्राइव में हैं।
जिस रामस्वरूप का इस FIR में जिक्र है वो पूर्व विधायक मेवाराम जैन के करीबी लोगों में से बताया जाता है। महिला की ओर से जोधपुर में दर्ज हुई इस रिपोर्ट का कनेक्शन बाड़मेर के कोतवाली थाने में 29 नवंबर 2022 को दर्ज हुई एक FIR से है। करीब एक साल पहले रामस्वरूप ने भी पीड़ित महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था।
हमारी मीडिया टीम ने उस एफआईआर को खंगाला…..

क्या है 29 नवंबर 2022 की FIR में?
रामस्वरूप ने बाड़मेर कोतवाली में 29 नवंबर 2022 को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसमें रामस्वरूप ने शैलेंद्र अरोड़ा, भागीरथ गोदारा, भंवराराम और दो महिला सहित 6 जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें आरोप लगाया कि करीब दो माह पहले दयाल नाम का एक शख्स मेरे पास आया, उसने मुझे वीडियो दिखाए और मेरे से 5 करोड़ की डिमांड करने लगा। डिमांड पूरी नहीं होने पर वीडियो सार्वजनिक करने व रेप का झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। आरोपी इससे पहले भी एक करोड़ रुपए मांग चुका था, लेकिन तब 50 लाख में समझौता हो गया था। इस मामले में पुलिस ने दो महिलाओं सहित 5 जनों को गिरफ्तार भी किया था।
रामस्वरूप का आरोप था कि- नशीला पदार्थ पिलाकर बनाई सीडी
रामस्वरूप ने रिपोर्ट में बताया था कि जोधपुर में वह करीब 4 साल पहले एक विवाहिता के संपर्क में आया था। विवाहिता ने चिकनी चुपड़ी बातों में फंसाया और घर में अवैध संबंध बना लिए। इसके कुछ दिन बाद से विवाहिता रेप का मामला दर्ज करवाने की धमकियां देकर रुपए ऐंठने लगी।
बुजुर्ग ने बताया कि 3 साल पहले (वर्ष 2019) उसी विवाहिता के बुलावे पर मैं उसके घर जोधपुर गया। तब वहां पहले से 22-23 साल की युवती रसीदा (बदला हुआ नाम) थी। इसके बाद दोनों ने मुझे कोल्ड ड्रिंक्स में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। नशे की हालात में मेरे से फिजिकल संबंध बनाए।
विवाहिता सहित अन्य सहयोगियों ने इसके वीडियो भी बना लिए। इसके बाद बाड़मेर निवासी शैलेंद्र अरोड़ा, जोधपुर निवासी दयाल, पियूष, भागीरथ, युवती और विवाहिता ने 50 लाख रुपए की डिमांड की। आरोप है कि यह एक गिरोह है। आरोपियों ने बाड़मेर व जोधपुर के कई अन्य लोगों के भी इस तरह से वीडियो बनाकर उनसे भी रेप व वीडियो सार्वजनिक करने की एवज में करोड़ों रुपए वसूल किए हैं।

चुनाव से पहले MLA के नाम से वायरल हुए थे अश्लील फोटो
राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर इस कांड से जुड़े कुछ फोटो तत्कालीन विधायक मेवाराम जैन के बताकर शेयर हो रहे थे। जैन ने सभी दावे खारिज करते हुए इन्हें एडिटेड बताया था। इसको लेकर जैन ने 30 अक्टूबर 2023 को बाड़मेर के कोतवाली थाने में ब्लैकमेल करने का मामला भी दर्ज करवाया था। उनका आरोप था कि लंबे समय से दयालराम पुत्र घेवरराम निवासी जोलियाली, शैलेंद्र अरोड़ा वकील व एक अन्य महिला सहित कुछ लोगों का एक गिरोह उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है।
वर्तमान में बाड़मेर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहा हूं तथा राजनीतिक भविष्य है, इससे मुझसे काफी लोग राजनीतिक दुर्भावना रखते हैं जो इस गिरोह से जुड़े हुए हैं। गिरोह धमकी दे रहा है कि हमारे पास आपके एडिट किए फोटो और क्लिप हैं। सोशल मीडिया पर शेयर कर बदनाम कर राजनीति चौपट कर देंगे, अन्यथा 10 लाख रुपए हमें दे दो, नहीं तो उसका खामियाजा भुगतने के लिए तैयार रहो। यह गिरोह 10 लाख रुपए नहीं देने पर रेप का मामला दर्ज करवाने की धमकी दे रहा है। हालांकि इस मामले में कोई पुलिस कार्रवाई नहीं हुई।
अब महिला का आरोप- पूर्व विधायक के सामने नग्न कर पीटा, किया रेप
महिला ने बुधवार की रात जो रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि पूर्व विधायक ने रामस्वरूप आचार्य के जरिए मेरे और दयाल व अन्य के खिलाफ अक्टूबर 2023 और इससे एक साल पहले 29 नवंबर 2022 को जो मुकदमे दर्ज करवाए गए वो झूठे थे।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जिस दिन 29 नवंबर 2022 को मुकदमा दर्ज हुआ उसी सुबह 7 बजे बाड़मेर कोतवाली थानाधिकारी गंगाराम खावा और वहां का पुलिसकर्मी दाउद खान, दोनों दयाल को लेकर मेरे जोधपुर में निवास स्थान आए और जरूरी काम का कहकर पाली रोड सुनसान जगह फॉर्म हाउस ले गए। वहां पर डीएसपी आनंद सिंह राजपुरोहित मय पुलिसकर्मी मौजूद थे। थोड़ी देर में दयाल, रसीदा (बदला हुआ नाम) और भंवरलाल को भी वहीं बुलाया गया।

वहां कोई महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। मेवाराम जैन पक्ष के गिरधरसिंह सोढ़ा, सुरतानसिंह, प्रवीण सेठिया, गोपालसिंह राजपुरोहित नाम के व्यक्ति वहां मौजूद थे। इन सभी ने पुलिस वालों के साथ मिलकर हमारे साथ बुरी तरह मारपीट की। मुझे और रसीदा को नग्न कर प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डालकर प्रताड़ित किया। सब लोगों ने पिस्तौल दिखाकर जबरदस्ती बुलावाया कि हम लोग ब्लैकमेलर हैं। खाली कागजों पर साइन करवा लिए।
पीड़िता ने आरोप लगाया कि इसके बाद हमें बाड़मेर ले जाकर वहां के कोतवाली थाने में बंद कर दिया गया। कोतवाली थाने में दयाल और हमारे साथ मारपीट की गई। आरोप है कि अब डीएसपी आनंदसिंह राजपुरोहित, पूर्व विधायक मेवाराम जैन व रामस्वरूप हमको मिलकर धमका रहे थे कि रेप की घटना सहित प्रताड़ना के बारे में किसी को बताया तो जान से खत्म कर देंगे। पीड़िता ने यह भी लिखा है कि मेवाराम जैन, रामस्वरूप आचार्य व अन्य लोगों से आज भी मुझे, मेरे परिवार को व मेरे गवाहों को जान का खतरा है। वहीं पुलिस से सुरक्षा की भी मांग की है।

अब यह हुआ है मामला दर्ज
जोधपुर के राजीवनगर थानाधिकारी शकील अहमद ने बताया कि महिला की शिकायत पर पुलिस ने पूर्व विधायक मेवाराम जैन समेत आरपीएस आनंद राजपुरोहित, कोतवाली थानाधिकारी गंगाराम खावा, एसआई दाऊद खान, रामस्वरूप आचार्य, उपसभापति सुरतान सिंह, प्रधान गिरधर सिंह सोढ़ा, प्रवीण सेठिया और गोपालसिंह राजपुरोहित के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।