कुचामन-डीडवाना : संसद की सुरक्षा में 13 दिसंबर को सेंध लगाने के मामले का मास्टरमाइंड ललित झा घटना का वीडियो बनाकर नागौर भाग आया था। यहां वह कुचामन में महेश कुमावत से मिला था। कुचामन के त्रिसिंगिया गांव के पास मेगा हाईवे पर स्थित ढाबे पर दोनों ने रात बिताई और 4 मोबाइल को आग के हवाले कर दिया।
शनिवार रात को दिल्ली पुलिस कुचामन पहुंची और ढाबे पर मौका तस्दीक किया और जलाए गए मोबाइल के अधजले टुकड़े भी बरामद किए गए।
13 दिसम्बर की रात को ही पहुंचा था कुचामन
दरअसल, दिल्ली में संसद की सुरक्षा को भेदकर कलर क्रैकर जलाने की वारदात के बाद अन्य 4 आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। ललित ने संसद में पूरे घटनाक्रम के वीडियो बनाए और इसके बाद चुपचाप वहां से निकल गया।
उसने वीडियो वायरल किए और पुलिस से बचने के लिए 13 दिसम्बर की रात को ही बस से कुचामन पहुंच गया। यहां पहले से तैयार महेश और उसके मौसेरे भाई कैलाश ने उसके कुचामन में रुकने की व्यवस्था की। तीनों आरोपी रात को त्रिसिंगिया स्थित शिव होटल एवं रेस्टोरेंट नाम के ढाबे में पहुंचे।
ढ़ाबे में खाट पर बिताई रात
ढाबा संचालक भंवरलाल गुर्जर ने बताया- वे तीन लोग थे। मैं सिर्फ महेश को नाम से जनता था, 9वीं पास महेश कुचामन का रहने वाला है और साइटों पर लैंटर डालने का काम करता है। महेश के साथ उसका मौसेरा भाई कैलाश कुमावत था। इन दोनों के साथ तीसरा युवक (ललित) कौन था, यह नहीं पता। ढाबे पर पड़ी खाट पर तीनों ने रात बिताई। इधर, पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर शनिवार की रात दिल्ली पुलिस कुचामन में शिव होटल एवं रेस्टोरेंट पहुंची। पुलिस ने यह से जले मोबाइल के सैंपल भी जुटाए।
गौरतलब है कि कुचामन निवासी महेश कुमावत सोशल मीडिया पर शहीद भगतसिंह के स्टेटस और क्रांतिकारी जैसी सोच के वीडियो शेयर करता था। अब शहर में हर जगह इसी घटनाक्रम की चर्चाएं हैं। वहीं स्थानीय पुलिस भी इस प्रकरण से जुड़े इनपुट तलाश कर रही है।
दो जगह मोबाइल जलाने के सबूत
ललित और महेश ने दो जगह चार मोबाइल जलाए। पहली जगह ढाबे के सामने की है, जहां पर सर्दी से बचने के लिए अलाव जलाया जाता है। इसी अलाव में तीनों हाथ तापने बैठे थे। सूत्रों के अनुसार ललित के पास पूरी टीम के 4 मोबाइल थे, जिन्हें तोड़कर यहीं आग के हवाले किया था। इसके बाद अधजले मोबाइलों को ढाबे से दूर हाईवे के दूसरी तरफ जाकर आग जलाकर जलाया था।
जहां दिल्ली पुलिस को जले हुए कपड़े और जले हुए प्लास्टिक के टुकड़े मिले। दिल्ली पुलिस की टीम ने ललित की निशानदेही पर यहां पहुंचकर दोनों जगह से जले हुए टुकड़े और राख को बतौर सबूत इकट्ठा किया और दिल्ली ले गई।