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गोगामेड़ी हत्याकांड के चश्मदीद अजीत सिंह की मौत:बदमाशों ने मारी थी तीन गोलियां; पुलिस ने शूटरों को मौके पर ले जाकर सीन किया रीक्रिएट


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गोगामेड़ी हत्याकांड के चश्मदीद अजीत सिंह की मौत:बदमाशों ने मारी थी तीन गोलियां; पुलिस ने शूटरों को मौके पर ले जाकर सीन किया रीक्रिएट

गोगामेड़ी हत्याकांड के चश्मदीद अजीत सिंह की मौत:बदमाशों ने मारी थी तीन गोलियां; पुलिस ने शूटरों को मौके पर ले जाकर सीन किया रीक्रिएट

जयपुर : श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के चश्मदीद और हमले में घायल अजीत सिंह ने भी मंगलवार रात दम तोड़ दिया है। अजीत गोगामेड़ी के परिचित थे, जो वारदात के वक्त मिलने आए थे और कमरे में मौजूद थे। बदमाशों ने उनको भी तीन गोलियां मारी थी।अजीत के पिता कैंसर पीड़ित हैं।

उनके बड़े भाई की कम उम्र में ही मौत हो गई थी। परिवार में केवल अजीत सिंह ही कमाने वाले थे। उनके पीछे उनकी पत्नी और दो छोटी बेटियां हैं। अजीत सिंह की मौत की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में राजपूत समाज के लोग एसएमएस अस्पताल पहुंचे। आज मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम के बाद अजीत सिंह का शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस अब रोहित और नितिन फौजी पर अजीत की हत्या का भी केस दर्ज करेगी।

बुधवार सुबह अजीत के परिजन और समाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए हैं।
बुधवार सुबह अजीत के परिजन और समाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए हैं।

गोगामेड़ी हत्याकांड के लिए मिले थे 6 लाख रुपए
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया- इस गैंग की ओर से किए गए जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने में काम में लिए गए फाइनेंशियल नेटवर्क का पहली बार खुलासा हुआ है। गोगामेड़ी की हत्या से पहले हिस्ट्रीशीटर महेंद्र को रोहित गोदारा गैंग के नेटवर्क से चंडीगढ़ और पटियाला के आईसीआईसीआई बैंक से 6 लाख रुपए मिले थे। इन पैसों से हथियार खरीदने थे। साथ ही दोनों शूटरों के रुकने की व्यवस्था करने के साथ ही दोनों को 50-50 हजार रुपए देने थे।

उन्होंने बताया कि महेंद्र और पूजा सैनी के पड़ोस के फ्लैट में रह रही एक लड़की के आईसीआईसीआई बैंक खाते में 6 नवंबर, 29 नवंबर और 30 नवंबर 2023 को 5 लाख 98 हजार 500 रुपए ट्रांसफर हुए थे। यह पैसा पटियाला और चंडीगढ़ के ICICI बैंक की सीडीएम (कैश डिपोजिट मशीन) से जमा किया गया था।

गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपियों रोहित राठौड़ और नितिन फौजी की हिस्ट्रीशीटर महेंद्र और उसकी पत्नी पूजा सैनी ने मदद की थी।
गोगामेड़ी हत्याकांड के आरोपियों रोहित राठौड़ और नितिन फौजी की हिस्ट्रीशीटर महेंद्र और उसकी पत्नी पूजा सैनी ने मदद की थी।

महेंद्र और पूजा सैनी ने फ्लैट के पड़ोस में रह रही लड़की को विश्वास में लेकर उसकी चेक बुक पर हस्ताक्षर करवा लिए कि उनकी होटल का कोई पैसा आपके अकाउंट में आएगा, उसको निकलवाना है। पूजा और महेंद्र ने लड़की को विश्वास दिलाया कि हमारे कोटा, बूंदी, जयपुर और गुरुग्राम में खुद के होटल हैं। महेंद्र कुमार और पूजा सैनी फ्लैट में समीर गुजारिस और पूजा बत्रा के नाम से रह रहे थे। 5 दिसंबर को गोगामेड़ी की हत्या के बाद महेंद्र हथियारों का जखीरा लेकर फरार हो गया था। पुलिस ने महेंद्र के घर से एक हुंडई कार, मारुति सियाज कार, एक बुलेट और एक एक्टिवा बरामद की है।

सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने वाला गिरफ्तार
कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि गोगामेड़ी हत्याकांड के मामले में सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर भ्रामक पोस्ट अपलोड करने वाले आरोपी को कमिश्नरेट के विशेष अपराध एवं सायबर क्राइम थानाधिकारी चन्द्र प्रकाश की टीम ने जांच करके पकड़ लिया। आरोपी कुलदीप हिसार (हरियाणा) के सेदपुरा का रहने वाला है, जिसे पुलिस ने 3 दिन के लिए रिमांड पर लिया है।

पुलिस ने सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट से पोस्ट अपलोड करने वाले आरोपी कुलदीप को हिसार से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट से पोस्ट अपलोड करने वाले आरोपी कुलदीप को हिसार से गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने गोगामेड़ी हत्याकांड का सीन किया रीक्रिएट
गोगामेड़ी हत्याकांड के मामले में पकड़े गए शूटर रोहित राठौड़ व नितिन फौजी को पुलिस व एफएसएल टीमें मंगलवार को घटनास्थल पर लेकर गई। जहां पर करीब 20 मिनट तक कमरे के अंदर रखा और घटना का सीन रीक्रिएट करते हुए डमी लोग बैठाकर वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई, ताकि सीसीटीवी फुटेज से एनालिसिस कर सके। सीन रीक्रिएट के दौरान कॉलोनी में आस-पास के सभी घरों पर हथियारबंद कमांडो तैनात किए गए।

घटनास्थल वाले कमरे में तीन पुलिसकर्मियों को डमी कैंडिडेट बनाया। पहले को गोगामेड़ी की जगह, दूसरे को नवीन शेखावत की जगह बैठाया। तीसरे को दीवार के पास अजीत सिंह की जगह पर खड़ा किया था। वारदात से पहले दोनों शूटरों ने गोगामेड़ी के पैर छुए और बाद में सामने की तरफ बैठ गए। इस दौरान नवीन ने मोबाइल पर किसी से बात करवाई थी। इस दौरान शूटरों ने एक-दूसरे की तरफ देखकर अजीत सिंह की तरफ इशारा करते हुए हथियार निकाले और फायरिंग शुरू कर दी। तभी नवीन ने बचाने की कोशिश की तो बदमाशों ने उसको भी गोली मार दी। अफसरों ने ये भी पूछताछ की कि फायरिंग से पहले उन सभी के बीच क्या बात हुई थी।

पुलिस टीम दोनों आरोपियों को लेकर उसी कमरे में पहुंची, जहां सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और नवीन शेखावत की हत्या हुई थी।
पुलिस टीम दोनों आरोपियों को लेकर उसी कमरे में पहुंची, जहां सुखदेव सिंह गोगामेड़ी और नवीन शेखावत की हत्या हुई थी।

3 शूटर चुने गए थे पहले, लेकिन फायरिंग केस में हरियाणा में पकड़े गए
गोगामेड़ी के मर्डर के लिए पहले रोहित राठौड़ और नितिन फौजी नहीं, बल्कि लॉरेंस गैंग के 3 शूटर को चुना गया था। ये तीनों इस वारदात को अंजाम देते, उस से पहले उन पर पुलिस पर फायरिंग का इल्जाम लग गया। महेंद्रगढ़ पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर गुड़गांव की भोंडसी जेल में भेज दिया। ये शूटर भवानी सिंह उर्फ रोनी, राहुल और सुमित थे। इन्हीं के साथ उस दिन आर्मी से छुट्‌टी पर आए नितिन फौजी का भी नाम आया था। नितिन फौजी फरार हो गया था। इस दौरान जेल में बंद अपने दोस्त भवानी सिंह के संपर्क में रहा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक भोंडसी जेल में बैठकर भवानी सिंह ने फिर से गोगामेड़ी हत्याकांड की साजिश रची। फरारी काट रहे नितिन फौजी का गैंगस्टर रोहित गोदारा और वीरेंद्र से संपर्क कराया। दोनों गैंगस्टर ने नितिन फौजी को झांसा दिया कि वह उसे फर्जी पासपोर्ट के जरिए कनाडा भेज देंगे। उसे बस जयपुर में एक हत्या करनी है।

बदमाशों ने बातचीत के दौरान सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर फायरिंग कर दी और फरार हो गए।
बदमाशों ने बातचीत के दौरान सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर फायरिंग कर दी और फरार हो गए।

करणी सेना के अध्यक्ष को घर में घुसकर गोलियां मारी थीं
5 दिसंबर को दोपहर करीब 1:03 बजे 2 बदमाशों ने गोगामेड़ी पर गोलियां चलाईं, फिर भाग निकले थे। गोगामेड़ी को मेट्रो मास हॉस्पिटल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। गोगामेड़ी के साथ घटना के दौरान मौजूद गार्ड अजीत सिंह गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बदमाशों की फायरिंग में नवीन शेखावत की भी मौत हो गई थी। नवीन ही बदमाशों को गोगामेड़ी के घर ले गया था।

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