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मां ने प्रेमी संग मिलकर किया मासूम बेटे का मर्डर:भांग पिलाई, जहर दिया, फिर दुपट्टे से गला घोंटा; पत्थर से सिर भी कुचल डाला


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मां ने प्रेमी संग मिलकर किया मासूम बेटे का मर्डर:भांग पिलाई, जहर दिया, फिर दुपट्टे से गला घोंटा; पत्थर से सिर भी कुचल डाला

अजमेर जिले में नसीराबाद स्थित आठ साल के बच्चे की हत्या की वारदात का जिला पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। बच्चे की मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही बेटे की हत्या की थी। पुलिस ने बच्चे की मां और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।

अजमेर : मां जब प्रेमी से मिलती थी तो बेटा विशाल (8) घर में ही होता था। शाम को जब पिता घर आते तो वह सारी बातें उन्हें बता देता था। इससे परेशान होकर मां ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने ही बेटे का मर्डर कर दिया।

विशाल को पहले भांग पिलाई। फिर फ्रूटी में मिलाकर जहर दिया। इसके बावजूद वह बच गया तो जंगल में ले जाकर रस्सी से उसके हाथ बांधे और दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी। वह बच न जाए, इसलिए मां के प्रेमी ने बड़े पत्थर से उसका सिर भी कुचल दिया।

अजमेर के नसीराबाद सदर थाना और जिला स्पेशल टीम ने 28 नवंबर को मिली मासूम की लाश के मामले में शुक्रवार को खुलासा किया। हत्या विशाल की मां संगीता (38) और उसके प्रेमी लालाराम (20) ने की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को आज बिजयनगर से गिरफ्तार कर लिया। संगीता ने पुलिस से कहा- चाहे आप हमें गिरफ्तार कर लो, लेकिन हमारी शादी करवा दो।

फैक्ट्री में मिली थी लाश, सिर कुचला हुआ था
नसीराबाद सदर थाना पुलिस को 28 नवंबर को सुबह करीब 8 बजे जयपुर-अजमेर हाईवे के पास मोतीपुरा के जंगल में बंद फैक्ट्री के सामने एक बच्चे की लाश मिली थी। उसके दोनों हाथ पीछे (पीठ की ओर) रस्सी से बंधे हुए थे। सिर पत्थर से कुचला हुआ था।

पुलिस ने आसपास के CCTV फुटेज चेक किए। शव की पहचान के लिए पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ शुरू की। आखिर गुरुवार देर शाम बच्चे की पहचान भिनाय निवासी नाथू राम के पुत्र विशाल उदय (8) के रूप में हुई थी। पुलिस ने पिता से पूछताछ की तो पता चला कि 27 नवंबर की सुबह विशाल की मां संगीता उसे लेकर अपने प्रेमी लालाराम के साथ भाग गई थी।

पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजन को सुपुर्द किया गया। विशाल के पिता नाथू राम अजमेर में मजदूरी करते हैं। लालाराम भी मजदूर है।

पुलिस ने जब विशाल की मां संगीता को गिरफ्तार किया तो उसके चेहरे पर बेटे की हत्या करने का कोई मलाल नहीं था।
पुलिस ने जब विशाल की मां संगीता को गिरफ्तार किया तो उसके चेहरे पर बेटे की हत्या करने का कोई मलाल नहीं था।

पिता के आने पर मां के प्रेमी की जानकारी देता था विशाल
अजमेर एसपी चूनाराम जाट के अनुसार आरोपी मां संगीता ने पूछताछ में बताया कि मैं लालाराम को 2 साल से जानती हूं। दोनों एक-दूसरे से प्यार करते हैं और शादी करना चाहते हैं। मेरे पति नाथू राम की गैरमौजूदगी में लालाराम अक्सर भिनाय स्थित घर आता था। इस दौरान बेटा विशाल भी घर में मौजूद रहता था। लालाराम के जाने के बाद विशाल इसकी पूरी जानकारी अपने पिता नाथू राम को देता था। इसके बाद नाथू राम मेरे साथ मारपीट करता था। इसी कारण हम दोनों परेशान थे।

पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि 25 नवंबर को घर में जब हम दोनों मिले तो इसकी जानकारी विशाल ने नाथू को दी थी। नाथू ने संगीता के साथ मारपीट भी की थी। इसके बाद दोनों ने मिलकर विशाल को मारने की प्लानिंग की थी।

मासूम बेटे (विशाल) का मर्डर करने वाली मां संगीता और उसका प्रेमी लालाराम।
मासूम बेटे (विशाल) का मर्डर करने वाली मां संगीता और उसका प्रेमी लालाराम।

पत्थर से सिर कुचलने से पहले किए दो प्रयास
संगीता और लालाराम ने पूछताछ में बताया कि 27 नवंबर को दोनों विशाल को घर से लेकर निकल गए थे। बांदनवाड़ा (भिनाय) में एक चाय की दुकान पर रुके। यहां हमने विशाल को चाय में भांग की गोली दे दी। वह बेसुध हो गया। इसी दौरान फ्रूटी में जहर मिलाकर उसे दे दिया। इसका विशाल पर कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद हम उसे नसीराबाद में मोतीपुरा के जंगल में ले गए।

यहां पर मां (संगीता) ने अपने दुपट्टे से बेटे का गला घोंट दिया। दोनों को लगा कि अगर यह जिंदा बच गया तो हमारी करतूत को जगजाहिर कर देगा। ऐसे में प्रेमी (लालाराम) ने एक बड़ा पत्थर लिया और उससे विशाल का सिर कुचल दिया।

हत्या करने के बाद दोनों आरोपी बाइक पर बैठकर फरार हो गए। दोनों शुक्रवार को दिल्ली भागने की फिराक में थे। इसी बीच, पुलिस ने उन्हें बिजयनगर से पकड़ लिया।

पिता नाथू राम ने की थी शव की पहचान।
पिता नाथू राम ने की थी शव की पहचान।

एसपी चूनाराम जाट ने बताया- दोनों आरोपी शातिर हैं। पुलिस से बचने के लिए उन्होंने अपना मोबाइल नंबर भी बदल लिया। लेकिन, पुलिस ने दोनों को दिल्ली भागने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस टीम में सीओ विजय सांखला, नसीराबाद सदर थाना प्रभारी रोशन सामरिया, ASI शंकर सिंह, रणवीर सिंह, हेड काॅन्स्टेबल सीताराम, कॉन्स्टेबल महिपाल, संतराम मीणा, सुरेश चौधरी, गजेंद्र मीणा, रामनिवास और साइबर सेल से कॉन्स्टेबल मुकेश शामिल रहे।

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