डोटासरा बोले- कांग्रेस में सीएम की रेस में कोई नहीं:कहा- हमारी योजनाओं के कारण महिलाओं ने ज्यादा वोटिंग की,निर्दलीय कांग्रेस को ही समर्थन देंगे
डोटासरा बोले- कांग्रेस में सीएम की रेस में कोई नहीं:कहा- हमारी योजनाओं के कारण महिलाओं ने ज्यादा वोटिंग की,निर्दलीय कांग्रेस को ही समर्थन देंगे

जयपुर : कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि सीएम की रेस में कोई भी नहीं है। पार्टी आलाकमान ने साफ कर रखा है कि विधायक दल की बैठक के बाद पार्टी आलाकमान जिसका निर्णय करेगा वही मुख्यमंत्री बनेगा। मैं रेस में नहीं हूं। कोई भी रेस में नहीं है, रेस में तो बीजेपी के कितने नेता हैं, क्या वे मुख्यमंत्री बन जाएंगे?हमारे तो आलाकमान जो फैसला करेगा वही हमारा मुख्यमंत्री बनेगा। डोटासरा जयपुर में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
डोटासरा ने कहा- पेपर लीक के मुद्दों को राजस्थान की जनता ने, युवा ने सिरे से खारिज किया। बीजेपी के पास मुद्दे नहीं थे, इसलिए इस मुद्दे को उठाया गया। मेरे लिए तो कुछ मेहमान दिल्ली से भी भेजे गए थे उससे और भी ज्यादा उत्साह कार्यकर्ताओं में आया। हर षड्यंत्र में बीजेपी फेल हुई है।
निर्दलीय और अन्य पार्टियों के विधायक बीजेपी नहीं कांग्रेस के पास आएंगे
निर्दलीयों से संपर्क के सवाल पर डोटासरा ने कहा- जब हमारा पूर्ण बहुमत आ रहा है तो निर्दलीय जीतकर आ रहे नेताओं से संपर्क का सवाल ही नहीं उठता। भाजपा और कांग्रेस में जमीन आसमान का अंतर है। भाजपा में आपसी विश्वास की खाई गहरी है। जो भी निर्दलीय या बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं उन्होंने हमारा पिछला कार्यकाल देखा है, वे भाजपा के साथ नहीं हमारे साथ होंगे। पिछली बार भी सारे निर्दलीयों ने और अन्य पार्टियों ने हमें समर्थन दिया था, आगे भी ऐसा ट्रेंड रहेगा। हमे पूर्ण बहुमत मिल रहा है लेकिन उसके अलावा जो कोई भी जीतेगा वह विकास और गुड गवर्नेंस को वोट करेंगे। वैसे भी भाजपा में तानाशाही और कांग्रेस में लोकतंत्र है, इसलिए जो बीजेपी के अलावा जीत कर आएंगे वह हमारा साथ देंगे।
योजनाओं के कारण महिलाओं ने पुरुषों से ज्यादा वोटिंग की
डोटासरा ने कहा- राजस्थान में बीजेपी में आपसी फूट थी। बीजेपी में सात आठ मुख्यमंत्री के स्वयंभू कैंडिडेट बने हुए थे, उन्होंने राजस्थान का मुद्दा कोई नहीं उठाया। हमारी सरकार का सबसे बड़ा काम सोशल सिक्योरिटी का था, उसमें ओपीएस प्रमुख बात है जो कर्मचारी को सिक्योरिटी देती है। इसके अलावा चाहे पेंशन हो, 25 लाख के इलाज की बात हो, महिलाओं के फ्री मोबाइल हो सब शानदार स्कीम्स हैं, महिलाओं ने इसीलिए पुरुषों से ज्यादा मतदान किया है। युवाओं ने भी वोट दिया है, भाजपा पहले भी नौकरी देने के मामले में हमसे पीछे थी, अब भी पीछे है। जो रुझान आ रहे हैं उसे यही निकाल कर आ रहा है की राज नहीं रिवाज बदलेगा और पूर्ण बहुमत से सरकार आएगी।