जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में अव्यवस्था:गलत मेडल बांटने का विरोध, खिलाड़ियों ने कलेक्टर से की शिकायत
जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता में अव्यवस्था:गलत मेडल बांटने का विरोध, खिलाड़ियों ने कलेक्टर से की शिकायत

नीमकाथाना : नीमकाथाना में जिला स्तरीय स्कूली गेम्स के तहत आयोजित 17 और 19 वर्षीय बॉयज-गर्ल्स एथलेटिक्स प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ियों को मेडल और ट्राफी वितरण समारोह ड्रामा बन गया। विजेता बच्चों का हौसला इतना टूटा कि कई छात्रा खिलाड़ी तो रोने लगीं। कई विजेता खिलाड़ियों को मेडल नहीं मिले, किसी को गोल्ड की जगह सिल्वर मेडल पकड़ा दिया गया।
मेडल लेने के लिए खिलाड़ी इधर उधर भटकते रहे। कई खिलाड़ी जीतकर भी स्टेट के लिए सलेक्ट नहीं हो सके। खिलाड़ियों को समारोह में मेडल पहनाए जाने थे, वहां बच्चों को भीख की तरह मांगने पड़े। उदास रुंआसा चेहरा लिए बच्चे और उनकी स्कूलों के पीटीआई भी 2 घंटे तक इधर-उधर भटकते रहे। खिलाड़ियों का एक ग्रुप कलेक्टर के पास शिकायत करने पहुंच गया। वहां से फोन आने के बाद रेवड़ियों की तरह मेडल पकड़ा दिए गए।
तैयार की गई लिस्ट में भी गलतियां थीं। प्रतियोगिता में शामिल प्राइवेट स्कूल्स ने तो उनके खिलाड़ियों के साथ भेदभाव के आरोप लगाए। 67वें जिलास्तरीय स्कूली खेलकूद में एथलेटिक्स प्रतियोगिता का संयोजक शहर का गजानंद मोदी सीनियर सैकंडरी स्कूल था। 5 दिन चली एथलेटिक्स प्रतियोगिता में नीमकाथाना जिले की स्कूल्स के करीब 500 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। गुरुवार को समापन पर इसी स्कूल में मेडल-ट्राफी वितरण समारोह रखा गया था। जो अव्यवस्था, अफरा-तफरी और खिलाड़ियों के आंसुओं की भेंट चढ़ गया।

खेल प्रभारी मेरा खर्रा ने बताया कि जिला स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में व्यवस्था के लिए खेल संयोजक गजानंद मोदी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल जिम्मेदार हैं। जिला स्तर पर कोई और ट्रैक नहीं होने के कारण इस स्कूल को जिम्मेदारी दी गई थी। उन्हें प्रतियोगिता के लिए पूरा स्टाफ दिया गया था। संयोजक होने के नाते उन्हें व्यवस्थाएं मैनेज करनी थी। पर उन्होंने एक परसेंट भी सहयोग नहीं किया। इस वजह से सारी अवस्थाएं हुई है और बच्चों का मनोबल टूटा है। वही आर्म्स पूरे नही करने के बावजूद बच्चों को खिलाने लाए शारीरिक शिक्षकों का भी टीए डीए रोका जाएगा।