73 प्रत्याशी नहीं बचा पाए थे जमानत:2018 के चुनाव में 92 प्रत्याशी थे मैदान में, सबसे ज्यादा सूरजगढ़ में हुई थी जमानत जब्त, कांग्रेस को पांच सीट
73 प्रत्याशी नहीं बचा पाए थे जमानत:2018 के चुनाव में 92 प्रत्याशी थे मैदान में, सबसे ज्यादा सूरजगढ़ में हुई थी जमानत जब्त, कांग्रेस को पांच सीट
झुंझुनूं : विधानसभा चुनाव 2018 में झुंझुनूं जिले की 7 विधानसभा सीटों पर 73 प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा पाए थे। 2018 में जिले की सातों सीटों पर कुल 92 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। इनमें भाजपा और कांग्रेस के सात-सात प्रत्याशी थे। निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या अधिक थी। इनमें से 73 प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा पाए थे। पिछले विधानसभा चुनाव में जिन प्रत्याशियों की जमानत राशि बची उनमें भाजपा और कांग्रेस के 14 तथा तीन प्रत्याशी निर्दलीय, दो प्रत्याशी बसपा के थे। शेष 73 प्रत्याशियों को उनके विधानसभा क्षेत्र में हुए कुल मतदान का छठा हिस्सा भी मत के रूप मे प्राप्त नहीं हो पाया था।
पांच विधानसभा सीट पर तीन तीन, दो सीट में दो दो प्रत्याशी ही बचा पाए थे जमानत
वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में जो 15 प्रत्याशी अपनी जमानत बचाने में सफल रहे, उनमें जिले की सात में पांच विधानसभा क्षेत्रों में तीन-तीन और दो विधानसभा क्षेत्र में दो दो प्रत्याशी थे।
जिला निर्वाचन विभाग की जानकारी अनुसार मंडावा, पिलानी में महज दो-दो प्रत्याशी ही अपनी जमानत राशि बचा सके थे। जबकि नवलगढ़, खेतड़ी, झुंझुनूं, उदयपुरवाटी विधानसभा क्षेत्र में तीन तीन प्रत्याशी ही जमानत बचाने में सफल हुए थे।
सूरजगढ़ में सबसे अधिक, मंड़ावा में कम
गत विधानसभा चुनाव में जिले की सात सीटों पर जमानत राशि जब्त होने वाले प्रत्याशियों की संख्या सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक रही थी। इस सीट पर सबसे अधिक 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। केवल भाजपा और कांग्रेस व बसपा के प्रत्याशी ही जमानत राशि बचा सके। जबकि मंडावा में 9 प्रत्याशी चुनाव में उतरे। दो की जमानत राशि बची, जबकि सात की जब्त हो गई थी। इसी प्रकार नवलगढ़ में 13, पिलानी में 10, खेतड़ी में 8 , झुंझुनूं में 12 और उदयपुरवाटी में 9 प्रत्याशियों की जमानत राशि जब्त हुई थी।