[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

राजस्थान का एक जिला फिर बदला गया:खाजूवाला और छतरगढ़ तहसील अनूपगढ़ से हटाकर बीकानेर में शामिल


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
जयपुरटॉप न्यूज़बीकानेरराजस्थानराज्य

राजस्थान का एक जिला फिर बदला गया:खाजूवाला और छतरगढ़ तहसील अनूपगढ़ से हटाकर बीकानेर में शामिल

जयपुर/बीकानेर : राजस्थान में 53 जिले बनने के बाद एक जिले में बदलाव किया गया है। नए जिले अनूपगढ़ में खाजूवाला और छत्तरगढ़ तहसीलों को शामिल करने के लगातार विरोध के बाद सरकार ने अब अपना फैसला बदल दिया है। अब खाजूवाला और छत्तरगढ़ तहसीलों को अनूपगढ़ से हटाकर फिर से बीकानेर जिले में शामिल कर दिया है। राजस्व विभाग ने अनूपगढ़ और बीकानेर जिलों के नए सिरे से सीमांकन की अधिसूचना जारी कर दी है।

नए सिरे से सीमांकन के बाद अब खाजूवाला और छत्तरगढ़ बीकानेर जिले में शामिल कर लिए गए हैं। अनूपगढ़ जिले में अब 4 उपखंड और 5 तहसीलें रह गई हैं। बीकानेर जिले में अब 7 उपखंड और 9 तहसीलें हो गई हैं।

इस तरह बदल गया बीकानेर और अनूपगढ़ जिलों का भूगोल

  • अनूपगढ़ जिले में अब ये 4 उपखंड : अनूपगढ़, रायसिंहनगर,श्रीविजयनगर और घड़साना
  • अनूपगढ़ जिले में ये 5 तहसीलें : अनूपगढ़, रायसिंहनगर,श्रीविजयनगर घड़साना और रावला
  • बीकानेर जिले में 7 उपखंड : बीकानेर, लूणकरणसर, नोखा, पूगल, श्रीडूंगरगढ़, कोलायत, छत्तरगढ़, खाजूवाला
  • बीकानेर जिले की 9 तहसील : बीकानेर, लूणकरणसर, नोखा, पूगल, श्रीडूंगरगढ़, कोलायत, हदा,,छत्तरगढ़ और खाजूवाला

छत्तरगढ़ और खाजूवाला के लोग लगातार विरोध कर रहे थे

नए जिलों के नोटिफिकेशन और सीमांकन होने के बाद से ही छत्तरगढ़ और खाजूवाला को नए जिले अनूपगढ़ में शामिल करने का विरोध किया जा रहा था। सीमांकन के बाद अगस्त से ही आंदोलन चल रहा था। कई बार बाजार बंद हुए। विरोध कर रहे लोगों ने कई बार मुख्यमंत्री और आपदा राहत मंत्री गोविंद मेघवाल से आकर मुलाकात की थी।

छत्तरगढ़ और खाजूवाला में कांग्रेस को नुकसान हो रहा था, इसलिए बदला फैसला

छत्तरगढ़ और खाजूवाला को अनूपगढ़ में शामिल करने का विरोध लगातार बढ़ रहा था। इसका सीधा नुकसान आपदा राहत मंत्री और कांग्रेस कैंपेन कमेटी के अध्यक्ष गोविंद मेघवाल को हो रहा था। गोविंद मेघवाल खाजूवाला से विधायक हैं। स्थानीय लोग इलाके को बीकानेर में ही रखने पर अड़े हुए थे। इस मांग से लोगों की भावना जुड़ गई। मुख्यमंत्री तक फीडबैक पहुंचाया गया कि फैसला नहीं बदला गया तो चुनावों में पार्टी को नुकसान होगा, इसके बाद सीएम ने छत्तरगढ़ और खाजूवाला को बीकनेर में ही रखने का फैसला किया।

Related Articles